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जैसलमेर का रविंद्र विश्नोई कर चुका है तीन अविष्कार

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जैसलमेर: पश्चिमी राजस्थान का सरहदी जिला शिक्षा के क्षेत्र में भले ही पिछ़ड़ा है. लेकिन यहां भी प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. ऐसी ही एक प्रतिभा है जैसलमेर का रविंद्र. रविंद्र की उम्र सिर्फ 21 साल है. लेकिन इस छोटी सी उम्र में रविंद्र ने तीन आविष्कार का पेटेंट अपने नाम करवा लिया है. अटल इनोवेशन मिशन के तहत नेशनल टेक्नोलॉजी डे पर दिल्ली के प्रगति मैदान में कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें ‘स्कूल टू स्टार्टअप’ के तहत जैसलमेर के रविंद्र ने अपनी ‘हॉर्न बैन’ आविष्कार को रिप्रजेंट किया.

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविंद्र को शाबासी देते हुए उसके आविष्कार की सराहना की. अटल कम्प्यूनिटी इनोवेशन सेंटर से जुड़े होने के साथ ही पिछले दिनों हुई राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में रविंद्र ने 4 राउंड क्लियर करते हुए जीत हासिल की थी. जिसके बाद भारत सरकार से इन्हें अपने आविष्कारों को बाजार में उतारने के लिए 1 करोड़ रूपए का ग्रांट भी दिया गया. जैसलमेर के धौलिया गांव निवासी रविंद्र के पिता शिवरतन विश्नोई देश की सुरक्षा में तैनात है.

प्रगति मैदान में नेशनल टेक्नोलॉजी डे के अवसर पर रविंद्र विश्नोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने ‘हॉर्न बैन’ आविष्कार से अवगत करवाया. उसने पीएम मोदी को बताया कि यह आविष्कार उसने अपनी स्कूल समय में ही कर लिया था. जिसके बाद उसने इसे पेटेंट करवाते हुए अपना स्टार्टअप भी शुरू कर दिया है. जिस पर मोदी ने रविंद्र विश्नोई की तारीख करते हुए शाबासी दी. उन्होंने इस आविष्कार पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह मशीन इंसानों की आवाज बैन नहीं कर सकती है क्या? अगर करती हो तो इसे संसद में लगानी है, वहां बहुत ज्यादा हल्ला है.

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