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*हेल्थ के लिए खतरनाक हैं रेडी डू कुक फूड*

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          ~ दिव्या गुप्ता

    गुलाब जामुन से लेकर रवा डोसा तक, सेहत के लिए खतरनाक होते हैं. समय की कमी के कारण आजकल ज्यादातर लोग इस तरह के तमाम रेडी डू कुक फूड की तरफ स्विच करने लगे हैं।

    त्योहारों के नज़दीक आते ही बाज़ारों में अनेक प्रकार के पैक्ड फूड आइटम्स मिलने लगते हैं। जो देखने में बेहतरीन और खाने में बेशक ज़ायकेदार लगते हैं। इससे कुकिंग का आनंद तो मिलता है, पर उतना समय नहीं लगता, जितना रॉ मैटीरियल से व्यंजन तैयार करने में लगता है। 

      मिठाइयों से लेकर सब्जियों तक कुछ देर उबालने भर या मिश्रण को घोलकर तैयार करने भर से आपका फूड आइटम तैयार हो जाता है। ये खाने में भले ही बेहद स्वादिष्ट और ज़ायकेदार होते हैं मगर इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी होती हैं और विषैले पदार्थ बढ़ने लगते हैं।

    माइब्रोवेव या ओवन में तैयार होने वाली इन फूड आइटम्स को खाने से किसी भी पोषक तत्व की प्राप्ति नहीं होती है।

       बाज़ार में इन दिनों तेज़ी से बिकने वाले रेडी टू मेक फूड में भरपूर मात्रा में प्रिजर्वेटिव्स पाए जाते हैं। इसके अलावा उसमें स्टैबलाइजर और कलर एडिटिक्स भी मिलाए जाते हैं। इससे खाने का रंग और स्वाद बरकरार रहता है। बेकिंग एजेंटस मिलाने से ये स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित होते हैं। अत्यधिक कंजप्शन करने में पेट में दर्द, ऐंठन और ब्लोटिंग की समस्या बढ़ने लगती है।

*1. कैलोरी इनटेक से बढ़ता है मोटापा :* 

      रेडी टू मेक फूड्स को नियमित तौर पर खाने से शरीर में कैलोरी इनटेक बढ़ने लगता है। इससे शरीर में फैट्स इकट्ठा होते चले जाते हैं। जो वज़न में बढ़ोतरी करते है। इनका नियमित सेवन ओवरऑल हेल्थ को नुकसान पहुंचाता है।

     खासतौर से डायबिटीज़ और हृदय रोग से जूझ रहे लोगों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना चाहिए।

*2. फ्रैशनेस की कमी :*

     घर पर तैयार किया जाने वाले खाना और रेडी टू मेक फूड में जो मुख्य अंतर होता है, वो है फ्रेशनेस की कमी। ताज़ा खाना जहां स्वाद में बेहतर और पचाने में भी आसान होता है।

     रेडी टू मेक फूड न केवल आपके पाचनतंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है बल्कि ताज़ा नहीं होता है। इससे आपके शरीर का पोषक तत्वों की प्राप्ति नहीं होती है।

*3. मेटाबॉलिज्म हो जाता है स्लो :* 

      पाचन संस्थान को बेहतर बनाए रखने के लिए हेल्दी फूड अहम रोल निभाता है। अगर आप पैक्ड या रेडीमेड फूड खाती हैं, तो इसे न केवल पचाना मुश्किल है बल्कि इससे कई स्वास्थ्य संबधी समस्याओं का जोखिम भी बढ़ जाता हैं।

    मेटाबॉलिज्म को हेल्दी रखने के लिए होम मेड फूड का चुनाव करें।

*4 न्यूट्रिएंटस होने लगते हैं लॉस :*

    अगर आप कलर और प्रिर्जवेटिव्स से भरपूर खाना खाते हैं तो उससे खाने का पोषण कम होने लगता है। न्यूट्रिएंटस के लॉस होने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है।

      प्रोसेस्ड फूड से शरीर में कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन की कमी बढ़ जाती है। जो हड्डियों में दर्द और ऐंठन का कारण बनने लगती है।

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