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धर्म बनाम हिंसा 

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-निर्मल कुमार शर्मा

अभी हाल ही में रोंगटे खड़ी कर देनेवाली एक घटना राजस्थान राज्य के उदयपुर शहर में घटित हुई है ! अभी पिछले दिनों भारत में सत्तारूढ़ बीजेपी की एक महिला प्रवक्ता ने जानबूझकर इस्लाम धर्म के संस्थापक हज़रत मुहम्मद साहब के खिलाफ एक विवादास्पद टिप्पणी करके कई धर्मों के मिले-जुले भारतीय समाज में एक अनावश्यक सांप्रदायिक तनाव पैदा कर दिया है ! उदयपुर में हाल ही में घटी घटना, जिसमें दो इस्लाम धर्म के धार्मिक कूपमण्डूक और शातिर हत्यारे एक हिन्दू धर्म के मानने वाले व्यक्ति को चाकुओं से उसका सिर काटकर उसकी निर्मम हत्या कर दिए हैं !
हतप्रभ कर देने वाली इस लोमहर्षक घटना का सबसे स्याह पक्ष ये भी है कि हत्यारों ने अपनी बेरहमी से भरे इस कुकृत्य का वीडियो भी बनाया और उसे सार्वजनिक करने में भी संकोच नहीं किया। क्या ऐसे असभ्य कुकृत्य के माध्यम से किसी भी धर्म या इससे संबंधित प्रतीकों की इज्जत बचाई जा सकती है ? क्या कोई भी धर्म ऐसी बर्बरता की इजाजत देता है ? क्या ऐसे कृत्यों में विश्वास रखने वाले लोग अपने ही धर्म को अपमानित नहीं करते हैं ? आखिर क्या वजह है कि जो लोग अपने धर्म को मानवता के कल्याण का सबसे अहम जरिया बताते हैं, वे ही तथाकथित धर्म को मानने वाले किसी इंसान को सिर्फ इसलिए मार डालते हैं कि किसी दूसरे धर्मावलंबी व्यक्ति ने उनके धर्म के किसी रूढ़िवादी विषय पर अपनी अलग राय रखी थी ? इस घटना ने फिर से यह साबित किया है कि धार्मिक कट्टरवाद कितना क्रूर,हिंसक और इंसानियत विरोधी है,वस्तुत : चाहे हिंदू धर्म हो, इस्लाम धर्म हो, ईसाई धर्म हो या अन्य कोई धर्म हों, इन सभी धर्मों के अनुयाई जब अपने धर्म के प्रति अंधभक्त और कट्टर हो जाते हैं,तो वे ऐसे कुकृत्यों को करने में जरा भी संकोच नहीं करते जिसे कोई दुर्दांत आतंकवादी और सिरफिरे करते हैं, मोदीजी के 2014 में सत्तारूढ़ होने के बाद हिंदू धर्म के कथित ठेकेदार जो वास्तव में किसी अन्य धर्म के अतिवादी और हिंसक उग्रवादी दल जैसे ही हैं, उदाहरणार्थ बजरंग दल आदि जैसे संगठनों के कुकृत्यों की एक बहुत बड़ी सूची है,जिसमें उन्होंने आदिवासियों,दलितों,मुसलमानों,ईसाईयों के खिलाफ जानबूझकर बहुत ही अपमान जनक भाषा का इस्तेमाल किया है,उनके खिलाफ हिंसा का प्रयोग किया है,उनको मौत के घाट उतारने तक का कुकृत्य किया है !
उदयपुर में होनेवाली उक्त लोमहर्षक घटना के लिए वे दो सिरफिरे, दरिंदों को एकबारगी दोषी ठहरा देना इस घटना को बहुत सतही तौर पर आकलन करना होगा, वस्तुत:इस तरह की दु:खद घटना को प्रेरित करने के लिए बीजेपी की मातृसंस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दशकों से पूरे देश में लगनेवाली अपनी शाखाओं में अधकचरे मस्तिष्क के युवकों में ठूंस-ठूंसकर भरने का या दूसरे शब्दों में कहें तो ब्रेनवाश करने में बहुत ही मेहनत से इस बात को भर कर एक उनमें सुविचारित,घृणा और धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ वैमनस्यता और जहर भरने का काम करती रही है !
वहीं प्रशिक्षित युवाओं को अब बीजेपी सरकार सरकार के हर निकायों और स्वायत्त संस्थाओं तथा दिल्ली पुलिस,सीबीआई, चुनाव आयोग, प्रशासनिक संस्थानों, इनकमटैक्स, प्रवर्तन निदेशालय यहां तक कि तमाम हाईकोर्ट्स और सुप्रीमकोर्ट के जजों के रूप में अवैध रूप से और बेईमानी से नियुक्त कर रहे हैं,पिछले कुछ महीनों से सुप्रीम कोर्ट के जजों के दिन निर्णय को ध्यानपूर्वक आकलन और समीक्षा कीजिए, परोक्षरूप से उनके द्वारा दिए गए सभी जजमेंट बीजेपी सरकार की कुटिल नीतियों का समर्थन करते नजर आएंगे !
मिडिया में आई खबरों के अनुसार उदयपुर वाली घटना के पीछे भी बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सीधा हाथ है, क्योंकि उन मुस्लिम हत्यारों में से एक का एक फोटो आजकल सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है,जिसमें वह राजस्थान के एक बहुत ही कद्दावर नेता के साथ दिख रहा है !
आपको यह बात जानकर हैरानी होगी और इस बात का इतिहास गवाह है कि इस दुनिया में धर्म के नाम पर निरपराध लोगों की जघन्यतम् हत्या का आंकड़ा युद्ध में मारे लोगों से भी ज्यादा है ! ये तथाकथित सभी शातिर धर्म सबसे ज्यादा इंसानियत या मनुष्यता की हत्या किए हैं ! इन तथाकथित धर्मों के ठेकेदार दुनिया के लगभग हर भाग में वहां शांतिपूर्वक रहनेवाले लोगों में दूसरे धर्मों के अनुयाइयों के प्रति घृणा, प्रतिशोध और तमाम काल्पनिक बुराइयों का दुष्प्रचार करके धार्मिक वैमनस्यता फैलाकर हिन्दू-मुस्लिम, मुस्लिम-ईसाई, बौद्ध-मुस्लिम,यहूदी-ईसाई और कथित तौर पर एक ही धर्म के विभिन्न मत-मतांतरों के अनुयायियों में यथा शिया-सुन्नी, कैथोलिक -प्रोटेस्टेंट आदि में भी भीषण रक्तपात मचाकर हजारों लोगों को मौत की नींद सुला देते रहे हैं !

-निर्मल कुमार शर्मा गाजियाबाद उप्र,

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