भाजपा ने आज नई दिल्ली में बड़ी बैठक बुलाई
अमित शुक्ला
राम मंदिर उद्घाटन से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बड़ी तैयारी है। इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राम मंदिर मुद्दे के इर्दगिर्द पार्टी का बड़ा प्लान है। इसके जरिये विपक्ष की बोलती बंद की जाएगी। भगवा पार्टी राम मंदिर पर विपक्ष के लिए कोई मौका नहीं छोड़ने वाली है। सच तो यह है कि विपक्षी नेताओं को भी डर है कि बीजेपी राम मंदिर को चुनाव में जमकर भुनाएगी। नई दिल्ली में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की हाल में हुई बैठक में इस पर भारी मंथन भी हुआ था। अयोध्या में होने जा रहे राम मंदिर के उद्घाटन से जुड़े कार्यक्रमों पर भाजपा ने मंगलवार को नई दिल्ली में पार्टी की बड़ी बैठक बुलाई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी इस महत्वपूर्ण बैठक में मौजूद रहेंगे। बताया जाता है कि राम मंदिर से जुड़ी इस महत्वपूर्ण बैठक के लिए बीजेपी ने देशभर से अपने नेताओं को बुलाया है। इस महत्वपूर्ण बैठक में सभी प्रदेशों से दो-दो पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
BJP चला सकती है अभियान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन करने जा रहे हैं। इस दिन अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। राम मंदिर को लेकर दशकों तक आंदोलन चलाने वाले विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस कार्यक्रम को लेकर विस्तृत और देशव्यापी योजना तैयार की है।
बीजेपी ने आरएसएस और विहिप के कार्यक्रमों का पूरी तरह से समर्थन करते हुए इसमें शामिल होने का फैसला किया है। चूंकि भाजपा दशकों से यह कहती रही है कि यह एक सांस्कृतिक मुद्दा है। इसलिए पार्टी अब अयोध्या के राम मंदिर के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को लेकर देश में एक अभियान भी चला सकती है।
राम मंदिर पर विरोधियों की पोल खोलने का है प्लान
साल 2024 में लोकसभा का चुनाव भी होना है। यह बताया जा रहा है कि पार्टी अयोध्या के राम मंदिर को लेकर किए गए संघर्ष और कांग्रेस सहित अन्य विरोधी दलों की ओर से डाली गई बाधाएं और दिए गए बयानों से देश की जनता को भी जागरूक करने के लिए अभियान चलाएगी। पार्टी नेता जनसभाओं में इसका जिक्र करेंगे। सोशल मीडिया पर भी इसे जोरशोर से उठाया जाएगा। साथ ही पार्टी इसे लेकर एक बुकलेट भी जारी कर सकती है। इस पूरे अभियान की रूपरेखा पर मंगलवार की बैठक में चर्चा हो सकती है।
इस बात में दो राय नहीं कि बीजेपी प्राण प्रतिष्ठा समारोह को बेहद भव्य बनाएगी। इसके जरिये हिंदू मतदाताओं को कंसोलिडेट किया जाएगा। I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल तमाम दलों ने कभी मुस्लिम तुष्टिकरण के चक्कर में राम मंदिर आंदोलन से दूरी बनाई या इसका विरोध किया। बीजेपी अब उन्हीं दिनों की याद दिलाएगी।