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संजय राउत बोले- BJP से टक्कर लेने के लिए बनेगा क्षेत्रीय दलों का संगठन

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नई दिल्ली

शिवसेना के राज्यसभा सांसद और पार्टी के प्रवक्ता संजय राउत का कहना है कि पांच राज्यों के चुनाव में मिली जीत पर BJP को इतराना नहीं चाहिए। उनको पता है कि उन्हें ये जीत मायावती और असदुद्दीन ओवैसी की वजह से हासिल हुई है। BJP से मुकाबले के लिए भविष्य में क्षेत्रीय दलों का गठबंधन बन सकता है।

वहीं राउत ने कांग्रेस को लेकर कहा कि अपनी हालत के लिए कांग्रेस खुद जिम्मेदार है। राउत ने फिल्म कश्मीर फाइल्स के प्रचार को BJP का प्रोपेगैंडा बताया।

सवाल: पांच राज्यों के चुनावों के नतीजों पर आप क्या कहेंगे? BJP जश्न मना रही है।

जवाब: ये सब करने की BJP की पुरानी आदत और परम्परा रही है। लोकतंत्र में हार जीत तो होती ही रहती है, लेकिन सभी जानते हैं कि किसी को कैसे हराया जाता है और कैसे जीत होती है। इससे पहले भी कई पार्टियों ने चुनाव जीते हैं, लेकिन पहले इस तरह से नहीं होता था।

सवाल: चुनाव नतीजों पर आपने ये क्यों कहा कि मायावती और ओवैसी को इनाम मिलना चाहिए?

जवाब: UP में BJP की जीत कैसे हुई, ये सबको मालूम है। अखिलेश यादव की प्रोग्रेस के बारे में सब जानते थे कि वो अच्छा करेंगे। ऐसा लगता था कि किसी भी सूरत में अखिलेश यादव को 170 सीटें जरूर मिलेंगी। ऐसा माहौल UP में था और लोग दावा कर रहे थे कि अखिलेश चुनाव जीतेंगे।

वहीं, मायावती को जिस तरह से चुनाव मैदान से दूर रखा गया, वह सीधे-सीधे जांच एजेंसियों के दबाव में हुआ। इसी वजह से उनके वोट ट्रांसफर हो गए।

फिर ओवैसी मैदान में आए। ओवैसी UP में मुसलमानों के वोट लेने नहीं आए थे। वो हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण कराने के लिए लाए गए थे।

यह स्थिति तब साफ हो गई, जब समाजवादी पार्टी गठबंधन 25 सीटों पर ओवैसी की वजह से हार गया। ओवैसी खुद नहीं जीते, लेकिन उन्होंने BJP को जिता दिया। मैंने इसलिए कहा कि दोनों को भारत रत्न और पद्म भूषण से सम्मानित करना चाहिए।

पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कुल 117 में से 92 सीटें जीतीं। इससे संजय राउत हैरान हैं।

सवाल: क्या आपको लगता है कि अब BJP बनाम कांग्रेस नहीं, बल्कि BJP बनाम क्षेत्रीय पार्टियां होने जा रहा है?

जवाब: इसके लिए कांग्रेस खुद जिम्मेदार है, क्योंकि अब कांग्रेस कुछ राज्यों में ही बची है। अब क्षेत्रीय पार्टियों की ताकत बढ़ रही है। आने वाले समय में BJP से मुकाबले के लिए क्षेत्रीय दलों का एक संगठन बन सकता है।

सवाल: आप कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र में सरकार चला रहे हैं, लेकिन चुनाव में कांग्रेस के नतीजे अच्छे नहीं रहे। कहीं ऐसा तो नहीं कि शिवसेना अपना हिंदुत्व का एजेंडा भूल गई है?

जवाब: ऐसा बिलकुल नहीं है। हमारा एजेंडा नहीं बदलेगा। कांग्रेस पार्टी के साथ हम कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत काम कर रहे हैं। किसी पार्टी में विलय नहीं किया है। यह एक व्यवस्था है जो अगले ढाई साल तक चलेगी।

फिल्म द कश्मीर फाइल्स के अत्यधिक प्रचार को प्रोपेगैंडा मान रहे हैं राउत।

सवाल: फिल्म कश्मीर फाइल्स के बारे में आपका और आपकी पार्टी का क्या मत है?

जवाब: मैंने अब तक फिल्म देखी नहीं है, लेकिन जिस तरह से BJP के मंत्री और नेता फिल्म को प्रमोट कर रहे हैं, इससे साफ है कि एक प्रोपेगैंडा के तहत हमारे कश्मीरी भाइयों के आक्रोश और वेदना का सियासी इस्तेमाल किया जा रहा है। ये सब ठीक नहीं है। BJP को कश्मीरी पंडितों की घर वापसी पर काम करना चाहिए। हम देखेंगे कि BJP ने कश्मीर के लिए क्या किया।

महाराष्ट्र पहला राज्य है जहां बाला साहब ठाकरे ने कश्मीरी पंडितों के बच्चों को मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए पांच फीसदी आरक्षण दिलाया था।

सवाल: आपने कहा था कि जल्दी ही कुछ BJP नेता करप्शन के मामलों में जेल में होंगे। कौन हैं वे नेता?

जवाब: महाराष्ट्र में करप्शन का मुद्दा सबसे बड़ा है। इस पर वहां कार्रवाई चल रही है। जांच एजेंसियां, इकोनॉमिक ऑफेंस विंग और पुलिस लगी हुई है। आपने आज देखा होगा कि विपक्ष के नेता पर बड़ा आपराधिक केस दर्ज हुआ है। जो मैं बोलता हूं, वह बेहद जिम्मेदारी से बताता हूं। विपक्ष के नेता के खिलाफ धोखाधड़ी, लेन- देन का मामला दर्ज हुआ है। इसलिए आने वाले समय में BJP के कई नेता जेल जा सकते हैं।

सवाल: आपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसके नरवर को दूध वाला कहकर आरोप लगाए थे। उस मामले में क्या सबूत आपके पास हैं?

जवाब: मैंने इस बारे में सभी सबूत प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दिए हैं। मेरे पास ऐसे कई और लोगों की जानकारी भी है। मेरा काम है ऐसे लोगों की जानकारी प्रधानमंत्री को देना। मैं फॉलोअप भी कर रहा हूं।

प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं। उनकी आवाज मैं पिछले सात साल से सुन रहा हूं।

सवाल: हिजाब विवाद पर कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं। आपकी क्या राय है?

जवाब: न्यायालय का फैसला आ गया तो उस पर कोई चर्चा और टिप्पणी नहीं होनी चाहिए। मेरा सभी से यही कहना है।

सवाल: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने एक बयान में कहा है कि शरद पवार चाहते थे कि आप महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनें। क्या ये बात सही है?

जवाब: मुझे नहीं मालूम। मैं जहां हूं, ठीक हूं और किसी पद पर नहीं जाना चाहता। मैं मेरी पार्टी और उद्धव ठाकरे के साथ खुश हूं।

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