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साइंस हम शर्मिंदा है !

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Sachin Shrivastava

★अगर आप मनमोहन सिंह जी से मालूम करोगे कि लता मंगेशकर या किशोर कुमार ने फ़लाँ गाने में कौन सा सुर लगाया था तो वो आपसे यही कहेंगे कि मुझसे अर्थव्यवस्था पर सवाल कीजिए , संगीत पर नहीं ।

★ अगर आप अटल जी से पूछते कि तेंदुलकर को यॉर्कर बॉल से डर लगता है या बाउन्सर से , तो अटल जी बोलते कि मुझसे विदेश नीति , कविता पर बात कीजिए क्रिकेट पर नहीं । 

★ अगर आप राजीव गांधी से पूछते कि एक एकड़ ज़मीन में कितना कुन्तल गन्ना उगता है तो वो आपको जवाब देते कि मुझे खेती के बारे में जानकारी नहीं है , साइंस और टेक्नॉलजी पर सवाल कीजिए । 

★ अगर आप इंदिरा गांधी से पूछते की ग़ालिब की फ़लाँ ग़ज़ल का मतलब किया है तो वो आपको जवाब देती कि मुझसे देश की सीमाओं के विस्तार के बारे में सवाल पूछिए , शायरी के बारे में नहीं । 

★ अगर आप लाल बहादुर शास्त्री जी से माइकल जैक्सन के डान्स के बारे में सवाल करते तो वो आपको बोलते कि मुझसे खेत और सेना के बारे में सवाल कीजिए । 

★ अगर आप नेहरु जी से लाला अमरनाथ की बैटिंग के बारे में सवाल पूछते तो वो आपको देश के विकास , IITs, IIMs, AIIMS , ISRO , DRDO , शुगर मिल , कारख़ाने , स्कूल , यूनिवर्सिटी , खेती , सेना पर ख़ुद ही ले आते । 

★ लेकिन देश ने आख़िरकार ऐसे महानुभाव को देख लिया जो सवाल पूछे बिना नाले की गैस से चाय बना देता है , बादलों में जहाज़ ऐसे छिपा देता है कि रडार ना देख पाये, छात्रों को ग्लोबल वॉर्मिंग की सही परिभाषा सिखा देता है , वैज्ञानिकों को विंड टरबाइन से पानी और ऑक्सिजन निकालना सिखा देते हैं । क्रिकेट , फ़िल्म , साहित्य , विज्ञान , कला, संगीत , मोर , जंगल हर विषय पर उसकी जानकारी का कोई तोड़ नहीं है। बिंना आक्सीजन बिंना अस्पताल बिंना इलाज कोरोना से ताली और थाली पैथी से लड़ना उन्होंने ही सिखाया । पूरी दुनिया मोदी की ताली थाली पैथी की मुरीद हो गई ।

अब तो वे वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष विज्ञान और चन्द्रलोक के रहस्य समझाने लगे है  (Sachin Shrivastava )

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