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किसिंग से गोनोरिया : प्राचीन सोच की वैज्ञानिक पुष्टि

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डॉ. नीलम ज्योति

 _'सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन'  जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, डीप किसिंग जिसमें फ्रेंच किसिंग और किसिंग के दौरान जीभ का इस्तेमाल शामिल होता है कि वजह से भी गे या बाइसेक्सुअल पुरुषों के गले में गॉनोरिया इन्फेक्शन होने का खतरा काफी हद तक बढ़ रहा है._
 सेक्स के दौरान काफी सावधानी बरतने की बात प्राचीन ग्रंथ और आधुनिक विशेषज्ञ भी करते हैं। ऐसा इसिलए कि असुरक्षित सेक्स संबंध बनाने से सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज और सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।

गोनोरिया भी एक सेक्सुअली ट्रांसमिटेड बीमारी ही है, जो दुनियाभर में काफी आम है। ये रोग गोनोरिया सिर्फ जेनिटल्स से फैलता है : अभी तक यही जाना जाता रहा है, लेकिन वर्तमान शोध के अनुसार, गले में भी गोनोरिया होता है और यह समस्या डीप या फ्रेंच किस करने से ही फैल सकता है।
गोनोरिया रेक्टम के अलावा कंठ और आंखों में भी हो सकता है। इसका इलाज काफी मुश्किल माना जाता है, क्योंकि इस इन्फेक्शन पर कई बार ऐंटिबायोटिक्स भी असर नहीं करती है।
पब्लिक हेल्थ कैम्पेनर्स ने लोगों को कंडोम के इस्तेमाल के जरिए गोनोरिया होने के खतरे को कम करने की सलाह दी है, लेकिन इस नई स्टडी के नतीजे बताते हैं कि लोगों को सिर्फ यह सलाह देना काफी नहीं है।
फ्रेंच किसिंग या डीप किसिंग के जरिए कंठ में गोनोरिया का खतरा रहता है या नहीं, इस बात की जांच के लिए ऑस्ट्रेलिया के मेलर्बन में पब्लिक हेल्थ सर्विस ने 3100 पुरुषों की जांच की। उनसे डाटा इकट्ठा किया। स्टडी में शामिल पुरुष या तो गे या फिर बाइसेक्सुअल थे।
ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि गोनोरिया हेट्रोसेक्सुअल की तुलना में इस कम्युनिटी के लोगों में ज्यादा पाया जाता है।

गोनोरिया : लक्षण, खतरे और निदान
गोनोरिया (gonorrhea) एक यौन संचारित संक्रमण (sexually transmitted infection) है जो नीसेरिया गोनोरिया (neisseria gonorrhoeae) या गोनोकोकस (gonococcus) नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। इसे “द क्लैप (the clap)” के नाम से भी जानते हैं।
यह बैक्टीरिया मुख्य रूप से लिंग से होने वाले स्त्राव और वैजिनल द्रव्य (vaginal fluid) में पाया जाता है।

गोनोरिया इन माध्यमों से पहुँच सकता है :
असुरक्षित वजाइनल (vaginal)
ओरल (oral) या एनल सेक्स (anal sex) से.
वाइब्रेटर या अन्य सेक्स टॉय साझा करने से
यौनरोगी से सेक्स करने से.
बैक्टीरिया गर्भाशय ग्रीवा (cervix), मूत्रमार्ग (urethra) (वह ट्यूब जिससे पेशाब शरीर के बाहर निकलती है), गुदा (rectum) और कम सामान्य रूप से आँख और गले को संक्रमित करता है।
संक्रमण गर्भवती महिला से उसके बच्चे में भी पहुँच सकता है। अगर आप गर्भवती हैं और आपको गोनोरिया है तो बच्चे के जन्म से पहले इसकी जांच और इलाज बहुत ज़रूरी है। बिना उपचार के गोनोरिया बच्चे के स्थायी अंधेपन का कारण बन सकता है।
गोनोरिया गले लगने, तौलिया, स्विमिंग पूल, टॉयलेट सीट या कप, प्लेट, छूरी-कांटा आदि साझा करने से नहीं फैलता है, क्योंकि बैक्टीरिया इंसानी शरीर के बाहर ज़्यादा देर तक जीवित नहीं रह सकता है।

संकेत और लक्षण (Signs and symptoms)
गोनोरिया के मुख्य लक्षणों में योनि (vagina) और लिंग (penis) से हरे या पीले रंग का गाढ़ा स्खलन, पेशाब करते समय दर्द का होना और महिलाओं में माहवारी (periods) के बीच में खून का निकलना है।
हालांकि लगभग 10 में से 1 पुरुष और आधी संक्रमित महिलाओं को कोई लक्षण महसूस नहीं होते हैं।

परीक्षण क्रिया (Getting tested)
अगर आपमें गोनोरिया के कोई भी लक्षण मौजूद हैं या आपको लगता है कि आपको STI हो सकता है तो आपको यौन स्वास्थ्य जांच के लिए सेक्सुअल हेल्थ क्लिनिक में जाना चाहिए।
जांच के लिए स्वैब (swab) के द्वारा आपके स्खलन का नमूना लेकर गोनोरिया (gonorrhea) का आसानी से पता लगाया जा सकता है। पुरुषों में इसका पता लगाने के लिए उनके पेशाब का नमूना जांच के लिए लिया जाता है।
यह बहुत ज़रूरी है कि आप जितनी जल्दी हो सके जांच कराएं। क्योंकि अगर इसका इलाज नहीं हुआ तो गोनोरिया बहुत गंभीर और दीर्घकालिक समस्याओं का कारण बन सकता है। जिसमें महिलाओं में बांझपन (infertility) या पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी (pelvic inflammatory disease) शामिल है।

गोनोरिया का उपचार :
गोनोरिया का इलाज आमतौर पर एक एंटीबायोटिक इंजेक्शन और एक एंटीबायोटिक गोली से होता है। असरदार इलाज के साथ आपके ज़्यादातर लक्षण कुछ दिनों में ठीक होने लगते हैं।
आपको आमतौर पर इलाज के एक दो हफ्ते बाद फॉलो अप अपॉइंटमेंट के लिए जाने की सलाह दी जा सकती है। ताकि यह पता लगाने के लिए कि आप संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं, दूसरी जांच शुरू की जा सके।
हमारी मेडिकल विंग के तहत निःशुल्क उपचार के लिए व्हाट्सप्प 9997741245 पर पूरा डिटेल भेजकर संपर्क किया जा सकता है. जब तक आप पूरी तरह ठीक नहीं हो जाते, आपको सेक्स से बचना होता है.

कौन प्रभावित होता है? (Who’s affected)
कोई भी जो यौन रूप से सक्रिय होता है उसे गोनोरिया हो सकता है। मुख्य रूप से वे लोग जो जल्दी-जल्दी साथी बदलते रहते हैं या गर्भनिरोधक प्रणाली जैसे सेक्स के दौरान कॉन्डम का इस्तेमाल नहीं करते हैं।
याद रखें : गोनोरिया का पहले किया हुआ सफल इलाज आपको दोबारा संक्रमित होने से नहीं बचाता है।

गोनोरिया से बचाव
गोनोरिया और अन्य STI को उचित गर्भनिरोधक और अन्य एहतियात बरतकर सफलतापूर्वक रोका जा सकता है। जैसे:
वजाइनल सेक्स के दौरान मेल कॉन्डम या फीमेल कॉन्डम का प्रयोग या एनल सेक्स के दौरान मेल कॉन्डम का इस्तेमाल करें.
अगर आप ओरल सेक्स कर कर रहे हैं तो लिंग को ढँकने के लिए कॉन्डम का प्रयोग या मादा जननांग को ढकने के लिए लेटेक्स या चौकोर प्लास्टिक का इस्तेमाल करें.
सेक्स टॉय को साझा ना करें या इस्तेमाल से पहले उसे धुलकर नए कॉन्डम लगाकर ही इस्तेमाल करें
अगर आपको चिंता है कि आपको STI है तो सलाह के लिए सेक्सुअल हेल्थ क्लिनिक जाएं।

गोनोरिया के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के दो हफ्ते बाद दिखना शुरू हो जाते हैं। हालांकि कभी-कभी वह महीनों तक नहीं दिखते हैं।
   लगभग 10 में से एक आदमी और आधी संक्रमित महिलाओं को स्पष्ट लक्षण नहीं अनुभव होते हैं; जिसका मतलब है कि स्थिति कभी-कभी बिना इलाज के चलती रहती है।

महिलाओं में लक्षण (Symptoms in women)
महिलाओं में गोनोरिया के निम्नलिखित लक्षण शामिल हो सकते हैं :
एक असामान्य योनि स्खलन (vaginal discharge) जो हरे या पीले रंग का पतला या पानी के जैसा हो सकता है.
पेशाब करते समय दर्द या जलन
पेट के निचले हिस्से में दर्द (यह कम सामान्य है).
माहवारी (periods) के बीच में खून निकलना या सेक्स के बाद खून निकलना.

पुरुषों में लक्षण (Symptoms in men)
पुरुषों में गोनोरिया (gonorrhea) के निम्नलिखित लक्षण शामिल हो सकते हैं :
पेनिस के टिप से एक असामान्य स्खलन जो सफेद, पीला या हरा हो सकता है.
पेशाब करते समय दर्द और जलन
लिंग के आगे की त्वचा में सूजन (inflammation).
अंडकोश (testicles) में दर्द.
आँख, गले और गुदा में संक्रमण (Infection in the rectum, throat or eyes).
असुरक्षित एनल (anal) या ओरल (ओरल) सेक्स करने से पुरुषों और महिलाओं दोनों के गुदा (rectum), आँख और गले में संक्रमण हो सकता है। अगर संक्रमित सीमन (semen) या वजाइनल द्रव्य (vaginal fluid) आँखों के सम्पर्क में आता है तो आपको कंजक्टिवाइटिस (conjunctivitis) भी हो सकता है।

गुदा (rectum) में संक्रमण असहजता, दर्द और स्खलन का कारण बन सकता है। आँखों में संक्रमण परेशानी, दर्द, सूजन और स्खलन का कारण बन सकता है। गले में संक्रमण से आमतौर पर कोई लक्षण विकसित नहीं होता है।

इलाज के लिए सलाह लेना (Seeking medical advice)
अगर आपको लगता है कि आपको संक्रमण हुआ है और आपमें कोई स्पष्ट लक्षण नहीं हैं या लक्षण अपने आप जा चुके हैं तो भी गोनोरिया की जांच करवाना आवश्यक है।
अगर गोनोरिया का बिना पता लगाए और बिना इलाज के छोड़ दिया जाता है तो आप लगातार संक्रमण फैला सकते हैं और यहाँ संभावित रूप से गंभीर परेशानी के होने का खतरा है जिसमें बांझपन (infertility) शामिल है।
गोनोरिया का पता लगाने का एकमात्र उपाय है इसकी जांच करवाना। अगर आपको शंका है कि आपको गोनोरिया या कोई और सेक्सुअल संचारित संक्रमण (sexual transmitted infection) है तो यह ज़रूरी है कि जांच में देरी ना हो। आप तब भी जांच करवा सकते हैं जब आपमें कोई लक्षण ना हो।
गोनोरिया का जल्दी पता लगाने और इलाज करवाने से पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी (pelvic inflammatory disease) या अंडकोष (testicles) में संक्रमण के विकसित होने का खतरा कम हो जाता है। दीर्घकालिक संक्रमण से विकसित परेशानी का इलाज और मुश्किल हो जाता है।
{चेतना विकास मिशन}

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