आरती शर्मा
सेक्स सिर्फ शारीरिक क्रिया के बारे में नहीं है। इसमें फोरप्ले और सेक्स के बारे में बातचीत भी शामिल है। एक अच्छा सेक्स कम्युनिकेशन न केवल आपके यौन जीवन को अधिक आनंददायक बना सकता है, बल्कि प्लेजर को भी बढ़ावा देता है, विश्वास पैदा करता है और सेटिस्फेक्शन सुनिश्चित करता है।
लेकिन बहुत से लोग सेक्स के बारे में बात करना पसंद नहीं करते। या तो वे शर्मीले हैं या सहज नहीं हैं। मुख्य बात यह है कि अपने पार्टनर के साथ सेक्स कम्युनिकेशन को बेहतर बनाने की दिशा में काम करें।
*सेक्स कम्युनिकेशन क्या है?*
सेक्स कम्युनिकेशन से तात्पर्य भागीदारों के बीच उनकी यौन इच्छाओं, प्राथमिकताओं, सीमाओं और अनुभवों के संबंध में वर्बल और नॉन वर्बल संकेतों के आदान-प्रदान से है।
इसमें किसी की इच्छाओं और सीमाओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने की क्षमता, साथ ही पार्टनर की जरूरतों और चिंताओं को ध्यान से और सहानुभूतिपूर्वक सुनने की क्षमता शामिल है।
द जर्नल ऑफ सेक्स रिसर्च में प्रकाशित 2019 के एक शोध के अनुसार, जो कपल सेक्सुअली सेटिस्फाइड नहीं होते हैं, उनमें संचार की कमी और खराब यौन अभिव्यक्ति की रिपोर्ट करने की संभावना है। इसलिए, एक रिश्ते में सेक्स कमिनिकेशन बेहद महत्वपूर्ण है।
यह न केवल इंटिमेसी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि समग्र संबंध संतुष्टि को भी बढ़ाता है। इच्छाओं, सीमाओं और प्राथमिकताओं पर खुलकर चर्चा करके लोग एक सुरक्षित स्थान बनाते हैं, जो रिश्ते में भावनात्मक बंधन को मजबूत करता है।
जब कपल खुले और ईमानदार सेक्स कम्युनिकेशन में संलग्न होते हैं, तो वे संभावित चुनौतियों से निपटने, सहमति के मुद्दों को संबोधित करने, सेक्सुअल एक्टिविटीज पर बातचीत करने और एक पूर्ण और संतोषजनक यौन संबंध विकसित कर पाते हैं।
*सेक्सुअल कम्युनिकेशन मुश्किल क्यों होता है?*
कुछ लोगों के लिए सेक्स के बारे में बात करना आसान हो सकता है, लेकिन दूसरों को यह मुश्किल लग सकता है।
लोगों को निर्णय या अस्वीकृति के डर से अपनी यौन जरूरतों पर चर्चा करने में शर्म या शर्मिंदगी महसूस हो सकती है, जिससे अपने पार्टनर के साथ इस विषय पर बात करना मुश्किल हो सकता है।
विशेषज्ञ का कहना है कि सेक्स से जुड़ी सामाजिक वर्जनाएं और सांस्कृतिक माइंडसेट यौन इच्छाओं और प्राथमिकताओं के बारे में खुले संचार में बाधा पैदा कर सकते हैं।
पिछले अनुभव, जिसमें पास्ट ट्रॉमा या नेगेटिव सेक्सुअल एक्सपीरियंस शामिल हैं, यौन संचार के साथ किसी व्यक्ति के आराम के स्तर को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
पार्टनर्स के बीच संचार शैलियों और दृढ़ता के स्तर में अंतर यौन संचार में कठिनाइयों में योगदान कर सकता है।
विश्वास के मुद्दे, असुरक्षाएं, या रिश्ते के भीतर अनसुलझे संघर्ष जैसे अंतर्निहित मुद्दे यौन संचार में कठिनाइयों को बढ़ा सकते हैं।
*सेक्स कम्युनिकेशन बेहतर बनाने के तरीके :*
पार्टनर के साथ सेक्स कम्युनिकेशन महत्वपूर्ण है. इसे बेहतर बनाने के लिए इन टिप्स को फॉलो रखें :
*1. ट्रस्ट और इमोशनल सिक्योरिटी स्थापित करें :*
एक सुरक्षित और नॉन जजमेंटल वातावरण बनाएं जहां दोनों पार्टनर आलोचना या अस्वीकृति के डर के बिना अपने विचारों, इच्छाओं और चिंताओं को व्यक्त करने में सहज महसूस करें। डॉ घोष कहते हैं, ट्रस्टेड सेक्स कम्युनिकेशन की नींव बनाता है।
*2. ओपन कम्युनिकेशन रखें :*
प्रेशर और संकोच के बिना सेक्सुअल टॉपिक्स पर खुलकर चर्चा करें। सेक्स कम्युनिकेशन फैंटेसी, सीमाओं और इनसिक्योरिटी जैसे विषयों पर शांत और सम्मानजनक तरीके से चर्चा करें।
*3. बातों को एक्टिवली सुनें :*
बिना किसी रुकावट या निष्कर्ष पर पहुंचे अपने पार्टनर के विचारों, भावनाओं और इच्छाओं को ध्यान से सुनें। रिश्ते में समझ और सहानुभूति की भावना को बढ़ावा देने के लिए उनके अनुभव और भावनाओं को मान्य करें।
*4. सही शब्द का चयन जरूरी है :*
अपने पार्टनर पर दोष लगाए बिना या उसके बारे में परसेप्शन बनाए बिना अपनी भावनाओं, इच्छाओं और जरूरतों को व्यक्त करने के लिए सही और सरल शब्द का उपयोग करें। उदाहरण के लिए, “आप कभी नहीं” या “आप हमेशा” के बजाय “मुझे लगता है” या “मुझे अच्छा लगेगा” कहें।
*5. ट्रांसपेरेंट रहें :*
गलतफहमी या गलत संचार से बचने के लिए अपनी सेक्सुअल प्रायोरिटी, बाउंड्री और एक्सपेक्टेशन को स्पष्ट रूप से सामने करें। विशेषज्ञ का सुझाव है कि अपने पार्टनर को आपकी इच्छाओं को अधिक प्रभावी ढंग से समझने में मदद करने के लिए विशिष्ट उदाहरण या सुझाव प्रदान करें।
*6. प्रतिक्रिया को प्रोत्साहित करें :*
अपने पार्टनर को अपनी इच्छाओं और अनुभवों के बारे में प्रतिक्रिया देने के लिए प्रोत्साहित करें। यह सुनिश्चित करेगा कि आप दोनों सेक्सुअल रिलेशनशिप में संतुष्ट और मूल्यवान महसूस करें।
*7. बॉडी लैंग्वेज पर भी ध्यान दें :*
सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट के दौरान अपने पार्टनर की इच्छाओं और प्रतिक्रियाओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए बॉडी लैंग्वेज, फेशियल एक्सप्रेशन और हावभाव जैसे गैर-मौखिक संकेतों पर ध्यान दें। आपसी आनंद और संबंध को बढ़ाने के लिए उनके संकेतों पर संवेदनशीलता से प्रतिक्रिया दें।
*8. बाउंड्री और कॉन्सेंट का सम्मान करें :*
सेक्सुअल एक्टिविटी के संबंध में अपने पार्टनर की सीमाओं और प्राथमिकताओं का सम्मान करें, और किसी भी इंटिमेट एक्टिविटी में शामिल होने से पहले हमेशा पार्टनर की सहमति और आपसी सहमति को प्राथमिकता दें। कॉन्सेंट के बारे में खुलकर कम्युनिकेट करें और दोनों पार्टनर के लिए एक सुरक्षित और आनंददायक सेक्सुअल एक्सपीरियंस सुनिश्चित करने के लिए क्लियर बाउंड्री सेट करें।
*9. धैर्य रखें और समझने की कोशिश करें :*
अपने पार्टनर के साथ धैर्य से काम लें और समझने की कोशिश करें। खासकर यदि उन्हें सेक्स के बारे में बात करने में कठिनाई होती है, या उन्होंने पास्ट में किसी भी तरह से आघात या असुरक्षाओं का अनुभव किया है, तो बातचीत करते वक्त धैर्य रखें और सहानभूति और करुणा के साथ बात करें। वहीं उनसे किसी भी विषय पर बात करने के लिए दबाव न डालें।
*10. एक्सपर्ट एडवाइस लें :*
यदि सेक्स कम्युनिकेशन करने में परेशानी होती है, या उन्हें सामने व्यक्त करने के प्रयासों के बावजूद आप बातों को नहीं कह पाती हैं, तो किसी एक्सपर्ट से सलाह ले सकती हैं। एक योग्य पेशेवर रिश्ते में संचार को बेहतर बनाने और यौन संतुष्टि को बढ़ाने में मदद करने के लिए सहायता, मार्गदर्शन और उपकरण प्रदान कर सकता है।