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बड़े बिजनस प्रोजेक्ट के गुजरात जाने को लेकर शिवसेना के निशाने पर शिंदे-फडणवीस सरकार

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गुजरात में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। किसी भी समय चुनाव की तारीखों की घोषणा हो सकती है। इस बीच गुजरात के लोगों के लिए एक के बाद एक दो बड़े बिजनस प्रोजेक्ट की सौगात मिली है। चुनाव है तो इन बिजनस प्रोजेक्ट को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। पहले 1 लाख 54 हजार करोड़ रुपये की वेदांता-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट और अब 22 हजार करोड़ का टाटा-एयरबस प्रोजेक्ट गुजरात में लगना तय हो गया है। महाराष्ट्र को डेढ़ महीने के अंतराल में दो बड़े झटके लगे हैं। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार विपक्ष के निशाने पर है। विपक्ष सवाल उठा रहा है कि क्यों राज्य सरकार के हाथ से एक के बाद एक प्रोजेक्ट निकल रहे हैं। कहा जा रहा था कि वेदांता-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट पहले महाराष्ट्र के पुणे में लगने वाला था।

मोदी सरकार में गुजरात को तोहफा?
पिछले महीने वेदांता-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट के लिए गुजरात सरकार के साथ एमओयू साइन किया गया था। भारतीय समूह वेदांता और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र की दिग्गज ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन ने राज्य में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले एफएबी मैनिफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए समझौता किया था। दोनों कंपनियां गुजरात में यह प्लांट लगाने पर 1,54,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। यह देश का पहला सेमीकंडकटर प्लांट होगा। इससे एक लाख रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। अब केंद्र सरकार ने टाटा-एयरबस प्रोजेक्ट के गुजरात में स्थापित करने की घोषणा की है। इस परियोजना के तहत पहली बार निजी कंपनी की तरफ से सैन्य विमान का निर्माण भारत में किया जाना है। प्रोजेक्ट की कुल लागत 21,935 करोड़ रुपये है। विमान का इस्तेमाल नागरिक उद्देश्यों के लिए भी किया जा सकता है। जानकार इसे मोदी सरकार का गुजरात को तोहफा कह रहे हैं।
तीन में एक बल्क ड्रग पार्क भी गुजरात में भी
केंद्र सरकार ने आयात पर निर्भरता कम करने और स्थानीय विनिर्माण और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए इस साल 1 सितंबर को तीन बल्क ड्रग पार्क की स्थापना को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। इस योजना को साल 2020 में नोटिफाई किया गया था। ये तीन ड्रग पार्क गुजरात, हिमाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश में लगाए जाने हैं। तीनों राज्यों को अगले 90 दिन में डीपीआर देनी होगी। गुजरात के भरूच में लगने वाले ड्रग पार्क प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 2300 करोड़ रुपये है। केंद्र सरकार की तरफ से 1000 करोड़ रुपये की मदद (ग्रांट-इन-एड) की जाएगी। आदित्य ठाकरे का कहना है कि सबसे पहले बल्क ड्रग पार्क स्थापित करने की मांग महाराष्ट्र ने केंद्र सरकार से की थी। इस प्रोजेक्ट के लिए पौने तीन हजार करोड़ रुपये का निवेश होना था। आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के लिए 80 हजार करोड़ रोजगार का सृजन करने वाली बल्क ड्रग पार्क प्रोजेक्ट महाराष्ट्र से छीन लिया गया। यह पार्क महाराष्ट्र के रायगड में स्थापित होने वाला था।

एफडीआई में नंबर 1 बनेगा गुजरात!
फाइनेंसियल इयर 2021-22 के डेटा के अनुसार प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में देश के राज्यों की लिस्ट में गुजरात छठे नंबर पर था। इस अवधि में राज्य में 20,169 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ। गुजरात से आगे कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली और तमिलनाडु थे। ऐसे में वेदांता-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट के गुजरात में लगने से गुजरात में 1.54 लाख करोड़ का निवेश होगा। ऐसे में गुजरात एफडीआई के मामले में नंबर एक पर आ सकता है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत का बड़ा हिस्सा एफडीआई से आएगा।
गुजरात में मुकेश अंबानी का बिजनस प्लान
देश के मशहूर बिजनसमैन मुकेश अंबानी ने गुजरात में निवेश की बड़ी प्लानिंग कर रखी है। आरआईएल गुजरात में ग्रीन एनर्जी और अन्य परियोजनाओं में 5.95 लाख करोड़ रुपये निवेश करने जा रही है। रिलायंस अगले 10 से 15 साल के दौरान गुजरात में ग्रीन एनर्जी और अन्य परियोजनाओं में 5.95 लाख करोड़ रुपये निवेश करेगी। कंपनी की तरफ से स्टेट में एक लाख मेगावॉट का रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट और ग्रीन हाइड्रोजन परिवेश के विकास के लिए 5 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके अलावा कंपनी सौर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल, हाइड्रोजन प्रोडक्शन के लिए इलेक्ट्रोलाइजर, एनर्जी कन्जर्वेशन बैटरी और फ्यूल सेल के मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्लांट तैयार करने को लेकर 60,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके अलावा रिलायंस ने जियो के अपने दूरसंचार नेटवर्क को 5जी में बदलने के लिए तीन से पांच वर्ष में 7,500 करोड़ रुपये और रिलायंस रिटेल में अगले पांच साल के दौरान 3,000 करोड़ रुपये निवेश करने का भी प्रस्ताव दिया है। कंपनी ने गुजरात सरकार की सलाह से कच्छ, बनासकांठा और धोलेरा में 1,00,000 मेगावॉट क्षमता की रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट के लिए जमीन तलाशने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कंपनी ने कच्छ में 4.5 लाख एकड़ जमीन की मांग की है।

स्टील क्षेत्र में एंट्री के लिए तैयार है अडानी ग्रुप
मुकेश अंबानी के अलावा राज्य के दूसरे बड़े बिजनसमैन अडानी ग्रुप गुजरात को लेकर रोडमैप तैयार किया है। कंपनी ने राज्य में एक स्टील प्लांट लगाने और के लिए दक्षिण कोरिया की कंपनी पोस्को के साथ पांच अरब डॉलर की डील की है। अडानी ग्रुप ने गुजरात में एक यूनिफाइड स्टील प्लांट लगाने और अन्य कारोबारी संभावनाओं की तलाश के लिए साउथ कोरिया की कंपनी पोस्को (POSCO) के साथ पांच अरब डॉलर का शुरुआती समझौता किया है। इसके डील के मूर्त रूप लेने की स्थिति में अडानी ग्रुप के लिए स्टील क्षेत्र में एंट्री करने का रखने का रास्ता साफ हो जाएगा। अडानी का ज्यादातर कारोबार भी गुजरात में फैला है। गुजरात के मुंदडा में उनका पोर्ट और कई दूसरे बिजनस हैं।

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