चुप्पी Editor 2 years ago Share रामकिशोर मेहता(1)बहुत कुछ कहते हैं शब्दशब्दों से बहुत अधिककह जाता है स्वरस्वर से कहीं अधिककह जाती है चुप्पी।(2)चुप्पी शब्दों काअभाव नहींअवमानना भी नहींकथ्य के खिलाफविद्रोह की पताका है चुप्पी।