दक्षिण पूर्व एशिया में टीबी संक्रमण पहले की तुलना में अधिक जानलेवा हुआ है। साल 2015 की तुलना में 2021 में टीबी से मरने वालों की संख्या में 8.60 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की है। इसके अलावा हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह और पुरानी श्वसन संबंधी बीमारियों से 30 से 70 साल के लोगों में मृत्युदर 21.6% दर्ज की है।
डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक साइमा वाजेद ने कहा है कि भारत सहित दक्षिण पूर्व एशिया में करीब 11 देश हैं, जहां टीबी का प्रसार काफी अधिक है। सायमा ने कहा कि लैंगिक असमानता गैर-संचारी स्वास्थ्य स्थितियों के निदान और उपचार तक समान पहुंच को प्रभावित कर रही है। यही कारण है कि आगामी सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के लिए डब्ल्यूएचओ ने ‘मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार’ थीम तय की है। साइमा ने कहा कि सभी के लिए स्वास्थ्य के अधिकार को समझने का मतलब हर कोई, हर जगह उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सके।