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चमत्कारी हैं सुबह खाली पेट तुलसी-सेवन के फायदे

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       ~ नीलम ज्योति

तुलसी को धार्मिक रूप से बेहद शुभ माना गया है। पर इसका महत्व केवल धार्मिक दृष्टि तक ही सीमित नहीं है, ये स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बेहद कमाल का होता है।

    तुलसी एक बेहद खास हर्ब है, जिसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व और प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। ये सेहत के लिए कई रूपों में फायदेमंद होते हैं। सर्दी, खांसी सहित त्वचा संबंधी समस्याओं में इसका प्रयोग कमाल कर सकता है।

   सुबह खाली पेट इसका सेवन सेहत के लिए बेहद कमाल का होता है। तो चलिए जानते हैं ये सेहत के लिए किस तरह फायदेमंद होते हैं.

*तुलसी की पत्तियां सेहत के लिए क्यों इतनी खास हैं?*

     नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार तुलसी की पत्तियों में डाइटरी फाइबर, प्रोटीन, सोडियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, विटामिन सी, विटामिन B6 और विटामिन डी जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इन्हे सेहत के लिए बेहद खास बना देते हैं।

   *1. इम्यूनिटी बूस्टर :*

तुलसी में विटामिन सी और जिंक की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इस प्रकार यह नेचुरल इम्यूनिटी बूस्टर की तरह कार्य करता है और शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार रखता है।   

      इसके साथ ही इसकी एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल प्रॉपर्टीज इसकी गुणवत्ता को अधिक बढ़ा देती है। तुलसी की पत्तियों का अर्क T हेल्पर सेल्स और नेचुरल किलर सेल्स की गतिविधि को बढ़ा देता है, जिससे इम्यूनिटी को बढ़ावा मिलता है।

  *2. सर्दी, खांसी और श्वसन संबंधी प्रॉब्लम्स का ट्रीटमेंट :*

   तुलसी में मौजूद कैम्फीन, सिनेओल और यूजेनॉल छाती में ठंड और जमाव को कम करने में मदद करते हैं। तुलसी की पत्तियों के रस, शहद और अदरक को एक साथ मिलाकर पीने से ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, इन्फ्लूएंजा, खांसी और सर्दी में फायदा मिलता है।

   *3. हार्ट हेल्थ इम्प्रूवर :*

तुलसी ब्लड में लिपिड सामग्री को कम कर, इस्किमिया और स्ट्रोक को दबाकर, हाई ब्लड प्रेशर को कम करके और अपने उच्च एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज के कारण हार्ट डिजीज के ट्रीटमेंट और प्रीवेंशन पर गहरा प्रभाव डालती है।

  *4. स्ट्रेस और हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोलर :*

    तुलसी में ओसिमुमोसाइड्स ए और बी कंपाउंड होते हैं। ये कंपाउंड तनाव को कम करते हैं और मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन और डोपामाइन को संतुलित करते हैं। तुलसी के एंटी इंफ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो सूजन और ब्लड प्रेशर को सामान्य रहने में मदद करता है।

  *4. ओरल और डेंटल हेल्थ डेवलपर :*

     तुलसी का उपयोग हर्बल टूथपेस्ट को बनाने के लिए किया जाता है। इसमें दांत और मसूड़ों को मजबूत करने वाली प्रॉपर्टीज पाई जाती है। इसके अलावा, यह मुंह के छालों को हिल होने में मदद करता है, और समग्र ओरल हेल्थ को बनाए रखता है।

  *5. तनाव और थकान निवारक :*

  पब मेड सेंट्रल के अनुसार तुलसी के कई शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ हैं। एक थका देने वाले दिन के बाद तुलसी की चाय का सेवन पुनर्जीवन प्रदान कर सकता है और तनाव और थकान को दूर करने में मदद कर सकता है। इसी तरह, लंबे समय तक पढ़ाई के दौरान तुलसी का चाय भी छात्रों की एकाग्रता बढ़ाने में मदद कर सकता है।

*6. संक्रमण रोधक :*

तुलसी को कैंडिडा अल्बिकन्स, एस्चेरिचिया कोली और स्टैफिलोकोकस ऑरियस जैसे विभिन्न माइक्रोऑर्गेनीज्म से लड़ने के लिए माइक्रोबॉयल प्रॉपर्टी पाई जाती हैं। इस गुण का श्रेय इसके विभिन्न भागों में मौजूद फाइटोकंस्टिट्यूएंट्स को दिया जाता है।

  *7. डायबिटीज में कारगर :*

   तुलसी के पत्तों में हाइपोग्लाइसेमिक (रक्त शर्करा कम करने वाला) प्रभाव होता है। डायबिटीज के मरीजों को अपनी नियमित डाइट में तुलसी के चाय को शामिल करना चाहिए। वहीं तुलसी के पत्तों का अर्क इंसुलिन उत्पादन पर उत्तेजक प्रभाव डालता है। तुलसी और नीम के अर्क को एक साथ लेने से ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।

  *8. किडनी विकार निरोधक :*

    तुलसी की पत्तियां किडनी को मजबूत बनाने के लिए जानी जाती है। वहीं तुलसी के पत्तों का रस शहद के साथ लेने पर किडनी की पथरी को यूरिन के माध्यम से बाहर निकालने में मदद मिलती है।

   *9. त्वचा के लिए लाभकारी :*

      तुलसी त्वचा के लिए बेहद सुरक्षित होती है, त्वचा पर इसका उपयोग किया जा सकता है। तुलसी का सेवन करने के साथ-साथ आप इसे अपनी त्वचा पर अप्लाई कर सकती हैं। इस जड़ी-बूटी का उपयोग एक्ने, त्वचा संक्रमण, काले धब्बों को हल्का करने और स्किन टेक्सचर में सुधार करने के लिए किया जाता है।

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