Site icon अग्नि आलोक

जलता सवाल : आज़ादी बचाने के लिए हिंदुस्तान, पाकिस्तान, खालिस्तान चाहिए या भारत?

Share

पुष्पा गुप्ता

   _वर्तमान का नफ़रत में उबल रहा और बन रहा हिंदुस्तान, पाकिस्तान कहाँ ढूंढेगा उस भारत को, जब वो विनाश के कगार पर पहुंचेगा ?  भारत का मतलब …. कृष्ण, राम, बुद्ध, महावीर, नानक, कबीर, मीरा, गांधी, मोहम्मद और जीसस का मतलब भी भारत है।_

इतिहास में रुचि रखने वालों ने ब्रिटिश इतिहासकार डॉक्टर_अर्नाल्ड_टॉयनबी का नाम सुना होगा। उनकी विश्व प्रसिद्ध रचना “Study Of History” (हिंदी अनुवाद, इतिहास एक अध्ययन। अंग्रेजी की पूरी किताब 11 खण्ड मे है, पर दो भागों मे इसका सक्षिप्तीकरण करते हुए अनुवाद किया गया है) के बारे में सुना या पढा होगा। 1922 में उन्होंने इसपर काम शुरू किया था।

      _पहले तो भारत के बारे में उनके विचार को पढ़कर सभी खुश हो लीजिये, बाकी आगे। डॉक्टर टॉयनीबी ने लिखा था :_

      “यह लगभग स्पष्ट है कि मानव सभ्यता को विनाश से बचने के लिए, जो भी शुरुआत पश्चिम से होगी उसका अंत भारतीय होना चाहिए। इतिहास के इस सबसे नाज़ुक और खतरनाक मोड़ पर मानवजाति का संरक्षण सिर्फ भारतीय तरीके से किया जा सकता है।”

टॉयनीबी की एक थ्योरी थी। टॉयनीबी ने मानव इतिहास के 26 सभ्यताओं के उत्थान और पतन की जांच की, और उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि वे कुलीन नेताओं से बने अल्पसंख्यकों के समूह के नेतृत्व में तत्कालीन चुनौतियों का सफलतापूर्वक जवाब देकर उठे। 

       सभ्यताओं में गिरावट आई, जब उनके नेताओं ने रचनात्मक प्रतिक्रिया देना बंद कर दिया, और सभ्यताओं ने तब राष्ट्रवाद, सैन्यवाद का सहारा लेकर निरंकुश होकर अल्पसंख्यको पर अत्याचार किये और इन पापों के कारण वे अंततः डूब गए।

        _अपने “द डिक्लाइन ऑफ़ द वेस्ट ” में,  ओस्वाल्ड स्पेंगलर के विपरीत, टॉयनबी ने सभ्यता की मृत्यु को अपरिहार्य नहीं माना, क्योंकि यह लगातार चुनौतियों का जवाब दे सकता है।कार्ल मार्क्स के विपरीत, उन्होंने इतिहास को आध्यात्मिक रूप से देखा, न कि आर्थिक ताकतों द्वारा।_

        अब दोनों कथनों को मिलाकर देखिये। भारत मनुष्यता का आख़िरी आश्रय है और वे सभ्यताएं नष्ट हो गईं जिन्होंने राष्ट्रवाद, सैन्यवाद और निरकुंशता से अल्पसंख्यको पर अत्याचार किये।

सीखो कुछ इतिहास से! वैसे इतिहास से हम ये सीखते हैं कि इतिहास से हम कुछ नहीं सीखते। तभी तो इतिहास खुद को दोहराता है।

       अब प्रश्न ये है कि ये वर्तमान का नफ़रत में उबल रहा और बन रहा हिंदुस्तान, पाकिस्तान कहाँ ढूंढेगा उस भारत को, जब वो विनाश के कगार पर पहुंचेगा ?  भारत का मतलब …. कृष्ण, राम, बुद्ध, महावीर, नानक, कबीर, मीरा, गांधी, मोहम्मद और जीसस का मतलब भी भारत है।

     _इससे पहले कि हिंदुस्तान को जरूरत पड़े भारत को ढूंढने की, भारत को आगे आना होगा, सबको बचाने।_

     {चेतना विकास मिशन)

Exit mobile version