बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए से अलग होकर एक बार फिर से महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं। महागठबंधन की सरकार बनने के बाद खासकर आरजेडी कोटे से मंत्री बनने वाले कई नेताओं के व्यवहार और पुराने केस में आरोपी होने की खबरें मीडिया में सुर्खियां हैं। इस गठबंधन के टूटने को लेकर बिहार में विपक्षी नेता आरोप लगा रहे हैं कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं इसलिए एनडीए से अलग हुए हैं। बिहार की राजनीति को लेकर कई तरह के सवाल लोगों के जेहन में हैं। इसी को ध्यान में रखकर वरिष्ठ पत्रकार नरेश तनेजा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फोन पर विशेष बातचीत की। इस बातचीत के दौरान नीतीश कुमार ने बिहार में हुए विकास कार्यों से लेकर देश की मौजूदा के बारे में बेबाकी से अपना पक्ष रखा। आइए जानते हैं कि किन-किन सवालों पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने क्या-क्या कहा।
सवाल: आपके महागठबंधन में जाने और सरकार बनाने के बाद तमाम तरह के आरोप लग रहे हैं, टेंटेंट मिनिस्टर (दागी मंत्री), जंगल में मंगल…आप सारी बात जानते हैं, मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, इस पर आपका क्या कहना है?
नीतीश कुमार: नहीं, नहीं…ये सब बोगस बात है। फालतू बात है। एकदम बोगस बात है, बिहार का कितना डेवलपमेंट हुआ है यह कौन नहीं जानता है। ये सब अइसही कोई-कोई बोलते रहता है। क्या बिहार में दिक्कत है, कोई दिक्कत नहीं है।
सवाल: मैं किसी आरोप के बारे में पूछता ही नहीं, आप हमारे श्रोताओं और पाठकों के लिए 2-4 बिहार में हुए डेवलपमेंट के काम के बारे में बता दीजिए। ताकि आपका जो नाम है सुशासन बाबू वह लोगों को सकारक तो लगे।
नीतीश कुमार: आप तो जानते ही हैं ना कि जब हम नवंबर 2005 में पहली बार आए (सीएम बने) और उसके बाद से बिहार में जो काम शुरू हुआ है तो आप जानते ही हैं किस तरह से महिलाओं का कितना ज्यादा उत्थान और सब तरह का काम हुआ। जरा आप बताइए देश में पहले कहीं महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण मिला था क्या। कितना लड़की नहीं पढ़ पाती थी। अब बिहार में लड़का लड़की बराबर है। कितने स्कूल खुलवाए, कितना फिर सड़क बनवाना शुरू किया, कितना सबकुछ काम किया। जान लीजिए ना, हर घर नल का जल पहुंचाया, हर घर तक बिजली पहुंचा दिया, हर घर तक पक्की गली और नाली का निर्माण करा दिया। ये लगभग पूरा हो चुका है। एक एक चीज का मेंटनेंस हो रहा है। 2016 में हर घर नल का जल हम लोग ही शुरू किए हैं। ये सारा काम कंप्लीट है। कुछ जगह पर बचा होगा, मान लीजिए जहां विवाद हो गया, या कोई कारण हो गया, किसी चीज को लेकर, बहुत माइनर है।
सवाल: शराबबंदी तो आपकी ही पहल थी?
नीतीश कुमार: हां, शराबबंदी तो 2016 में किए हम लोग, एक-एक चीज पर काम किया गया है शुरू से। आप जरा देखिए कितना ज्यादा लोगों का आमदनी बढ़ा है, बिजनेस बढ़ा है, कितने लोग काम कर रहे हैं और पहले बिहार की क्या हालत थी। अरे भाई हम लोग तो शुरू से कह रहे थे कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले, अगर मिल गया होता तो विकसित राज्य में बदल गया होता। बिहार की स्थिति क्या है, मतलब यही समझिए क्षेत्रफल के हिसाब से 12वें स्थान पर है और जनसंख्या के हिसाब से तीसरे स्थान पर। सबसे अधिक आबादी। तब जाकर हम लोग इतना ज्यादा डेवलप किए। प्रति व्यक्ति आय 7 हजार रुपये था जिसको हम लोग बढ़ाकर पहुंचा दिए हैं लगभग 57-58 हजार रुपये। क्या नहीं कर रहे हैं। मान लीजिए देश में जो विकसित राज्य है वहां प्रति व्यक्ति आय 1.5 लाख के करीब है, तो वह तो एक अलग चीज है। अगर हम लोगों को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो हम लोग भी वहां पहुंच जाते। आप देख लीजिए एक-एक चीज को। मात्र 7-8 हजार प्रति व्यक्ति आय थी, वहां से कितना आगे गया है। हम आपको पूरा डिटेल भिजवा देंगे। कितना ज्यादा काम हुआ है, खासकर महिलाओं के लिए उतना कहीं और हुआ है क्या।
सवाल:मुख्यमंत्री जी लोग आपको सुशासन बाबू कहते हैं, वैसे भी आपने अभी कहा तरक्की की बात, बिहार के लोग पॉलिटिक्ली बेहद संवेदनशील होते हैं, मेहनती तो होते ही हैं। (सवाल के बीच में ही नीतीश कुमार बोलने लगते हैं)
नीतीश कुमार: बहुत काम हुआ है, समझ लीजिए क्राइम वगैरह को कितना कंट्रोल किया है। आपस में जो झगड़ा चलता था उसमें भी कितनी कमी आई है। (बीच में रोकते हुए ही सवाल)
सवाल:आपकी सरकार बनते ही मीडिया में क्राइम के कितने मामले आए हैं, तो क्या सच है?
नीतीश कुमार: शुरुआत से आप देख ना लीजिए, दरअसल हुआ क्या है, जब से सोशल मीडिया आ गया तब से लोग एक-एक चीज पर लिखना, ये सब करना हो गया है। हम लोग तो पहले जो काम करते थे, तो सब चीज आता…आज कल 4-6 साल से बात ही दूसरा हो गया है। देखिए ना एक-एक काम कैसे पूरा हो गया।
सवाल:नीतीश जी, मेरे जैसे पत्रकार को तीन चीजों पर हैरानी होती है, अभी आपका बीजेपी के साथ बहुत अच्छा रेपो चल रहा था, तो एकाएक क्या हो गया कि आपने उनसे मुंह मोड़ लिया।
नीतीश कुमार: इसपर बाद में कभी बात कर लेंगे। उसमें बहुत सारी बातें हैं। इस पर अलग से बात करेंगे।
सवाल: कल मैंने सुशील मोदी जी का इंटरव्यू किया था, तो उन्होंने कहा कि हमको धोखा दिया, बहुत दुख लगा।
नीतीश कुमार: अरे! बताइए ना, सुशील मोदी को ही इन लोगों ने हटा दिया था, हम तो कह ही दिए ना कि अगर किसी को हटा दिया गया तो कोई हमपर बोलेगा तभी ना जगह मिलेगा। आज से 7-8 दिन पहले बोल ही चुके हैं कि हमको खुशी होगी उनको (सुशील मोदी) को कोई जगह मिले। उनको कोई नोटिस ले रहा था? पहले तो वही ना थे डेप्युटी सीएम, और अच्छा ना था संबंध। हटा दिया 2020 के चुनाव के बाद, हम तो बनना भी नहीं चाहते थे, जबरदस्ती किया तो हमने कहा कि काहे ना दे रहे हैं सुशील मोदी को डेप्युटी सीएम। ये कोई तरीका है।
सवाल: हमने तो उनसे पूछा था कि आपके रहते तो सब अच्छा चल रहा था, आप दिल्ली आ गए तो संबंध ही खराब हो गए।
नीतीश कुमार: इनको (सुशील मोदी) तो पार्टी ने किनारे किया। हम लोग अलग हो गए, वह बेचारे कुछ बोलेंगे तो तभी तो उनको कोई जगह मिलने की संभावना होगी।
सवाल: लालू यादव जी के साथ ही जाना जरूरी थी, आप जैसे व्यक्ति का, मैं ये नहीं कहूंगा कि लालू जी खराब हैं।
नीतीश कुमार: सबकी इच्छा था और हमलोगों के साथ चुनाव में जो हुआ, कभी साथ में बैठेंगे तो सुनिएगा, तब जानिएगा। न तो हम कह देंगे ललन जी को आपको पूरा बात बता देंगे।
सवाल: सर आज बिल्कुल बता दीजिए, कितना सच है कि प्रधानमंत्री बनने की जो इच्छा थी वह कितने आड़े आ रही थी?
नीतीश कुमार: नहीं, नहीं…वह सब मेरी कोई ख्वाहिश नहीं है। हम तो चाहते हैं कि जो भी विपक्षी दल के लोग हैं, उसमें अधिकतम एकता आए। मिलजुलकर सभी चलें। देश का उत्थान करें, देश तो नीचे जा रहा है ना जी।
सवाल: आप तो पीएम बनना नहीं चाहते, तो क्या मोदी जी प्रधानमंत्री पद पर ठीक हैं?
नीतीश कुमार: हम काहे के लिए कुछ कहेंगे, आप तो जान रहे हैं कि हम लोग अलग हो गए हैं, हमको अपने साथ किए फिर जो ट्रीटमेंट हुआ है, यहां पर जो कुछ भी हुआ, तो हम लोगों को छोड़ ही देना पड़ा फिर से।
सवाल: अब आपकी क्या प्रायोरिटी रहेगी, अगले आने वाले दो साल में, क्या-क्या खास करने वाले हैं?
नीतीश कुमार: क्या करना है, हम लोग तो काम करते हैं, वही करते रहेंगे। हमारा तो सब अनाउंस्ड है। हम लोग सब जगह काम कर रहे हैं बिहार के लिए और जो नए लोग भी आ गए फिर से। आप सोच ना लीजिए भाई, 2017 में उन लोगों को छोड़कर इधर आ गए थे, तो भी इनलोगों ने मेरी बात नहीं स्वीकार किए। आगे सब काम चल रहा है तेजी से। सब बड़ा काम चल रहा है आप जानिए ना सही। (हंसते हुए) आप लोगों के साथ यह प्रॉब्लम है आप लोग किसी चीज को स्पेसिफिक समझते हैं। इतना आपको बता दिए इसी को देख ना लीजिए। इसी को ना हम आगे ले जा रहे हैं। एक-एक चीज को और आगे ले जा रहे हैं ना। और ज्यादा लोगों को रोजगार मिले, और ज्यादा डेवलपमेंट हो उसी के लिए ना काम कर रहे हैं।
सवाल: बिहार का युवा बाहर निकलता जा रहा है, उसको रोकने का कोई प्रबंध नहीं है? चाहे वह मीडिया हो, चाहे और क्षेत्र हो, वह पूरे देश में जा रहे हैं।
नीतीश कुमार: अरे वह तो हर राज्य का कहीं से कहीं जाता है। वह कोई इश्यू नहीं है। वैसी कोई बात नहीं है। यहां तो बहुत सारा काम हुआ है। युवाओं को पढ़ाने…चलिए पहले तो इंजीनियरिंग पढ़ने के लिए भी बाहर ही जाता था ना, अब हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, क्या हो रहा है, मेडिकल कॉलेज कितना हो गया है। ट्रीटमेंट कितना अच्छा हो रहा है। आप जो अभी पूछ रहे है किसी स्पेसिफिक चीज के लिए उसका कोई मतलब नहीं है। आप पता कर लीजिए जितना काम किए हैं हम लोग शुरू से, इसके बाद भी कोई बयानबाजी करेगा तो क्या करेंगे।
सवाल: आपके मंत्रियों पर जो आरोप लग रहे हैं क्या आपका उनके साथ गुजारा हो जाएगा?
नीतीश कुमार: अरे लीजिए, अरे आरोप तो कोई किसी पर भी लगा सकता है, ये सब तो कोई अलग चीज है, अगर किसी पर आरोप लगता है और वह साबित हो जाए तो क्या वह कहीं रहता है क्या? ये सब बात आप नहीं जानते हैं? जो लोग बोलता है, कितने लोगों पर कितना आरोप चलता रहता है। इसलिए इन सबका कोई मतलब नहीं है
नवभारत टाइम्स.कॉम से साभार।