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*प्रदेश बीजेपी अध्‍यक्ष वीडी शर्मा की बौखलाहट में दिख रहा हार का डर*

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*क्या भाजपा नेता हैं छतरपुर में कांग्रेस कार्यकर्ता सलमान की मौत के जिम्मेदार?*

 *चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन ने अब तक क्यों साध रखी है चुप्पी?*

*विजया पाठक,*

मध्यप्रदेश में 230 विधानसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही राजनीतिक दलों पर मंडराने वाला हार का डर साफ तौर पर दिखाई देने लगा है। खासतौर से यह डर भारतीय जनता पार्टी के राजनेताओं, प्रदेश अध्यक्ष के चेहरे पर दिख रहा है। यही कारण है कि मतदान के दिन से लेकर आज तक आये दिन प्रदेश के उन क्षेत्रों में जहां भाजपा को अपनी सत्ता खिसकती हुई प्रतीत हो रही है वो उन सीटों पर तमाशे करने में जुट गई है। हार की बौखलाहट का आलम यहां तक पहुंच गया है

छतरपुर के राजनगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया और कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नातीराजा के बीच हुई झड़प में एक कांग्रेस समर्थक सलमान खान की कार से कुचलकर मौत हो गई। इस मामले में भाजपा प्रत्याशी सहित 20 लोगों के विरुद्ध हत्या सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

*इस हत्या का जिम्मेदार कौन*

भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के करीबी माने जाते हैं। बताया जा रहा है कि उन्हीं के इशारे पर ही अरविंद पटेरिया को छतरपुर की राजनगर विधानसभा सीट से टिकट दिया गया। सूत्रों की मानें तो टिकट मिलने वाले दिन से ही अरविंद पटेरिया की हार सुनिश्चित थी, लेकिन पटेरिया पर वीडी शर्मा का दबाव जीत को लेकर इतना थी कि उन्हें खुद समझ नहीं आ रहा था कि वो कैसे इस चुनाव में जीत दर्ज करेंगे। देखते ही देखते उन्होंने जनता को पैसे बांटना आरंभ कर दिया और पैसे का लेनदेन का का दबाव इतना बढ़ गया कि कांग्रेस प्रत्याशी की जान लेने पर यह लोग उतारू हो गये।

*परिवार को न्याय दिलाने के लिये अड़े दिग्विजय*

मृतक सलमान के परिजनों को न्याय दिलाने और आरोपियों को सजा दिलाने के लिये पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह धरने पर बैठे हैं। दिग्वजिय सिंह भरी सर्द के मौसम में भी आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही न किये जाने को लेकर धरना दे रहे हैं। दिग्वजिय सिंह कहा कि भाजपा के लोगों पर नामजद रिपोर्ट है, इसके बाद भी आरोपितों को पकड़ा नहीं गया है विक्रम सिंह नातीराजा को बचाकर सलमान खुद शहीद हो गया। कांग्रेस सलमान के परिवार के साथ है और सलमान के परिवार को गोद लिया जाएगा। मीडिया के सवाल के जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपाई इस घटना को हादसा बता रहे हैं, लेकिन यह हत्या है। उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को लेकर कहा कि वह हादसा बता रहे हैं, उन्हें खेद व्यक्त करना चाहिए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम सरकार से सलमान के परिवार में नौकरी देने की मांग करेंगे। पूरी कांग्रेस सलमान के साथ है।

*आखिर चुनाव आयोग की चुप्पी क्यों?*

इन सब घटनाक्रम के बाद एक बात जो समझ आती है क्या इस तरह का उपद्रव मध्यप्रदेश में एक नई परिपाटी को जन्म दे रहा है। अब तक जिस मध्यप्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान होते आये हैं। उसी मध्यप्रदेश में इस निर्वाचन में भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के निर्देश पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने ऐसी गंध मचाई कि लोकतंत्र शर्मसार हो गया। लोकतंत्र के इस महा उत्सव में अशांति फैलाने वाले इन नेताओं और कार्यकर्ताओं पर आखिर चुनाव आयोग नकेल कब कसेगा। कब चुनाव आयोग एक्शन लेकर इन नेताओं को हमेशा के लिये चुनाव लड़ने की अर्हता को समाप्त करेगा। आज अगर चुनाव आयोग ने सख्ती दिखाई होती तो शायद भाजपा नेताओं की यह गुंडागर्दी अभी तक नहीं चलती और इन नेताओं को इनके किये की सजा मिल जाती।

*क्या कहा कमलनाथ ने?*

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान अलग-अलग जगहों पर हुई घटनाओं पर कमलनाथ ने बीजेपी पर बड़ा निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग अन्याय के साथ खड़े हैं, उन्हें आने वाले समय में परिणाम भुगतना पड़ेगा, साथ ही दिग्विजय सिंह का समर्थन करते हुए कहा कि खजुराहो थाने के सामने धरने पर बैठे हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। कमलनाथ ने कहा कि भिंड की अटेर विधानसभा में कांग्रेस के बूथ एजेंट का बीजेपी के गुंडों ने घर जला दिया। उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि गुंडागर्दी भाजपा प्रत्याशी और मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के लोगों ने की है। कांग्रेस कार्यकर्ता को सुरक्षा मुहैया कराने की बात तो दूर प्रशासन ने उचित कार्रवाई तक नहीं की है। आने वाले कुछ दिनों में मध्यप्रदेश में हमारी सरकार बनने जा रही है। जो भी लोग प्रशासन के संरक्षण में गुंडागर्दी कर रहे हैं, उन्हें कानून के कठघरे में जल्द ही खड़ा किया जाएगा।

*रहली विधानसभा सीट पर भी अत्याचार*

सागर की रहली विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल के ऊपर हमला किया गया। उनकी गाड़ियों पर पथराव और तोड़फोड़ किया गया। हमलावर खुलेआम हाथ में पिस्तौल लहराते हुए दिख रहे हैं। ज्योति ने वीडियो जारी कर कहा है कि अगर उनकी हत्या हो जाती है तो उसके लिए भाजपा प्रत्याशी स्वयं जिम्मेदार होंगे। महिला प्रत्याशी के ऊपर इस तरह खुलेआम हमला हो रहा है, लेकिन उसकी सुरक्षा और हमलावरों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। पुलिस और प्रशासन के जो अधिकारी भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं, उनका हिसाब भी मध्य प्रदेश की जनता करेगी।

*प्रदेश में कानून का राज नहीं है*

कमलनाथ ने कहा कि छतरपुर जिले की राजनगर विधानसभा में कांग्रेस कार्यकर्ता की नृशंस हत्या की गई। हत्या का आरोप भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया और उनके सहयोगियों पर है। घटना को दो दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक ना तो वे वाहन जब्त किया गया है, जिससे कुचलकर कांग्रेस कार्यकर्ता सलमान की हत्या की गई और ना ही हत्या आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के विधायक तथा कार्यकर्ता खजुराहो में थाने के सामने धरने पर बैठे हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। क्या हम मान लें कि मध्य प्रदेश में कानून का राज नहीं है? जो अन्याय के साथ खड़े हैं, उन्हें भी इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।

*कई जिलों में प्रत्याशियों को किया नजरबंद*

मतदान के बीच भिंड और अटेर विधानसभा के प्रत्याशियों को नजरबंद कर दिया गया है। अटेर से भाजपा प्रत्याशी और मंत्री अरविंद भदौरिया और उनके भाई देवेंद्र भदोरिया को समर हाउस में पुलिस ने नजरबंद कर दिया है। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे और उनके भाई योगेश कटारे को चौधरी की हवेली में नजरबंद किया गया है। इसके साथ ही भिंड विधानसभा के बीजेपी प्रत्याशी नरेंद्र सिंह, कांग्रेस उम्मीदवार राकेश सिंह चतुर्वेदी और बसपा के संजीव कुशवाह को भी नजरबंद कर दिया गया है। पुलिस का मानना है कि इनकी वजह से कानून व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। इसके साथ ही लहार विधानसभा के तीनों प्रत्याशियों को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है। इसमें बीजेपी प्रत्याशी अंबरीश शर्मा, सर्किट हाउस लहार में कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद सिंह, बीएसपी प्रत्याशी रसाल सिंह को नजरबंद किया गया है।

*इन क्षेत्रों पर भी हुई खींचतान और झड़प का जिम्मेदार कौन*

वोटिंग के दौरान प्रदेश भर से हिंसा और झड़प की कुछ घटनाएं भी सामने आईं, कहीं भारतीय जनता पार्टी तो कहीं कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को नजरबंद किया गया तो कहीं एफआईआर भी दर्ज की हुई है।

*इंदौर-* मतदान के दौरान इंदौर जिले के महू के ग्राम मांगिल्या में विवाद इतना बड़ गया कि लवारबाजी की घटना हो गई। महू के बडगोदा थाना क्षेत्र में मांगिल्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं दयाराम व तोलाराम को धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया गया, जिसके बाद आरोपी भाजपाई बीरबल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना मांगिल्या गांव के बूथ क्रमांक 234 में हुई। वहीं, इंदौर शहर की विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4 में वोट डालने को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस के सामने ही मारपीट हो गई। कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वहीं बीजेपी प्रत्‍याशी मालिनी गौड़ के लड़के ने मारपीट की थी।  

*निवाड़ी-* निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर विधानसभा के माडिया ग्राम पंचायत के बूथ क्रमांक 67 अछरू माता पर फर्जी मतदान का आरोप मामले की छानबीन करने पहुंची पुलिस और पब्लिक में भिड़ंत हो गई, इस दौरान जमकर लाठी-डंडे चले।

*राजगढ़-* राजगढ़ जिले की ब्यावरा विधानसभा के खनोटा गांव में कांग्रेस प्रत्याक्षी के भाई गोवर्धन दांगी पर हमला हुआ। वाहन में तोड़फोड़ की गई। इस घटना में दो लोगों के घायल होने की सूचना मिली। कांग्रेस ने बीजेपी कार्यकर्ता और पुलिस पर भी आरोप लगाए। बताया गया कि थाना प्रभारी ने भी घायलों को धमकाया है।

*भिंड-* भिंड जिले के मानहड़ गांव में आम आदमी पार्टी के समर्थक पर गोली चलाने का मामला सामने आया। जिसके बाद आक्रोशित आम आदमी पार्टी के समर्थकों ने कांग्रेस प्रत्याशी राहुल भदौरिया की गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी। गांव में तनाव फैला, जिससे मतदान भी प्रभावित हुआ था। वहीं, भिंड में ही अटेर के चौम्हो गांव में फर्जी मतदान को लेकर तनाव फैला था। बीजेपी और कांग्रेस समर्थक आमने-सामने भिड़ गए। कांग्रेस ने बीजेपी के समर्थकों पर फर्जी मतदान करने का आरोप लगाया था। भिंड के मेहगांव विधानसभा में मानहड़ गांव में मतदान केंद्र के बाहर पथराव हुआ। पत्थर लगने से बीजेपी प्रत्याशी राकेश शुक्ला को चोट आई। गनमैन ने फायरिंग कर राकेश शुक्ला की जान बचाई।

*शिवपुरी-* शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा में भाजपा औऱ कांग्रेस प्रत्याशी को प्रशासन द्वारा नजरबंद किया। जानकारी के मुताबिक कमालपुर गांव के पोलिंग बूथ पर दोनों प्रत्याशियों के बीच झगड़ा हो गया था। इसके बाद पुलिस ने मोर्चा सम्भालते हुए मामले को शांत करा दिया था, लेकिन जिला निर्वाचन अधिकारी रविंद्र कुमार चौधरी द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए भाजपा प्रत्याशी प्रीतम लोधी और कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद लोधी को पिछोर के रेस्ट हाउस में नजरबंद करवा दिया।

*मुरैना-* दिमनी निर्वाचन क्षेत्र में मतदान के दौरान हुई झड़प में दो लोग घायल हुए। मुरैना के पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि मतदाताओं को मतदान करने से रोकने की कोशिशों को लेकर मिरघान गांव से दो समूहों के बीच झड़प की सूचना मिली थी। एसपी ने कहा कि कुछ चैनलों ने गलत खबरें चलाकर दावा किया कि गांव में गोलीबारी हुई और किसी को गोली लगी है। उन्होंने कहा कि गोली लगने की खबर गलत है और इलाके में अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। मारपीट में लाठी-डंडों का इस्तेमाल किया गया और घटना में अजय शर्मा और रामप्रताप शर्मा नामक दो लोग घायल हो गए।

*ग्वालियर-* ग्वालियर में बूथ पर कांग्रेस के पोलिंग एजेंट के साथ मारपीट हुई। इसके बाद ग्वालियर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी सुनील शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर पर बौखलाहट का आरोप लगाया। यह मामला तानसेन नगर स्थित शिक्षा नगर में पोलिंग बूथ 281, 280 का है।

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