नग़्मा कुमारी अंसारी
भारत के कई राज्यों में विशेष रूप से बिहार, बंगाल और यूपी के व्यंजनों में पंच फोरन मसाले का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक प्रांपारिक मसाला है, जिसे दाल एवं सब्जियों के साथ ही अन्य खाद्य पदार्थों में तड़का लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
पंच फोरन में 5 तरह के मसाले और उनके औषधीय गुण मौजूद रहते हैं। इसमें एक खास स्वाद और सुगंध होती है। जो न केवल आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि आपकी भूख बढ़ाने के लिए भी पर्याप्त है। चलिए जानते हैं स्वाद के सीक्रेट मसाले पंचफोरन के बारे में सब कुछ।
*क्या है पंच फोरन?*
पंच फोरन एक मसाला मिश्रण है, जो बंगाली, बिहारी खाना पकाने और पूर्वी भारत के अन्य हिस्सों में इस्तेमाल किया जाता है। यह पांच साबुत मसालों से बना है। जो पांचों ही अपने लजीज स्वाद और औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं।
ऐसे बनाया जाता है पंच फोरन मसाला :
*1. मेथी दाना :*
पंच फोरन में मौजूद मेथी ब्लड शुगर को नियंत्रित रखती है, जिसका मतलब है कि यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह आपकी त्वचा में प्राकृतिक ग्लो जोड़ता है, और बालों के ग्रोथ में सुधार करता है।
*2. जीरा :*
यह एक पारंपरिक मसाला है, जो पाचन संबंधी समस्याओं को दूर रखता है और पैनक्रियाटिक जूस के स्राव में मदद करता है। जो आपके पेट के लिए अच्छा है, क्योंकि यह पाचन को तेज कर देता है।
*3. कलौंजी :*
कलौंजी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। यह सोडियम, आयरन कैल्शियम और पोटेशियम से भरपूर होता है और आयुर्वेदिक उपचारों में कई दवाओं में इसका इस्तेमाल किया गया है।
*4. सौंफ :*
यह बीज ब्लड प्रेशर, हृदय संबंधी समस्याओं को कम करने, प्रतिरक्षा में सुधार करने में मदद करने के लिए जाने जाते हैं। यह मासिक धर्म के दर्द को कम करने, अपच, कब्ज और सूजन को कम करने में मदद करता है। यह आपको वजन कम करने में मदद करता है, वॉटर रिटेंशन को रोकता है, त्वचा की समस्याओं को हल करने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।
*5. सरसों के दाने या राई :*
सरसों के बीज आपको गैस्ट्रोइंटेसटाइनल कैंसर से बचाने में मदद कर सकते हैं, अस्थमा के लक्षणों को कम करते हैं, उम्र बढ़ने की गति को धीमा करते हैं, वजन कम करने में मदद कर सकते हैं और रुमेटीइड मांसपेशियों और गठिया के दर्द के लिए बेहद फायदेमंद हैं।
सेहत के लिए यूँ लाभदायक है पंच फोरन मसाला :
*1. हाजमा वर्धक :*
पंच फोरन, जीरा, सरसों, मेथी, कलौंजी और सौंफ के मिश्रण से पाचन स्वास्थ्य बरकरार रहता है। जीरा और सौंफ, अपने पाचन गुणों के लिए जाने जाते हैं, जो असुविधा को कम करने और स्वस्थ पाचन तंत्र को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
*2. एंटीऑक्सीडेंट-युक्त :*
पंच फोरन में प्रत्येक बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। सरसों के बीज इस मिश्रण में एंटीऑक्सीडेंट जोड़ते हैं, मेथी फाइबर प्रदान करती है, और जीरे से आयरन प्राप्त होता है। यह संयोजन न केवल स्वाद बढ़ाता है, बल्कि समग्र सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
*3. हृदय स्वास्थ्य वर्धक :*
इसमें सरसों के बीज और मेथी हृदय स्वास्थ्य से जुड़े हैं। सरसों के बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो उनके हृदय संबंधी लाभों के लिए जाने जाते हैं। मेथी, अपने फाइबर सामग्री के साथ, कोलेस्ट्रॉल मैनेज करने में मदद करती है।
*4. एंटी इनफ्लेमेट्री :*
पंच फोरन में कलौंजी के बीज पाए जाते हैं। यह अपने एंटी इनफ्लेमेट्री गुणों के लिए जाना जाता है। इन बीजों का सेवन सूजन को कम करने में मदद करता है। शरीर में बढ़ता सूजन कई शारीरिक समस्याओं में योगदान दे सकता है।
*5 क्षुधा वर्धक :*
यदि आपको भूख की कमी महसूस होती है, जिसकी वजह से आप कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता का लाभ नहीं उठा पाती हैं, तो खाने में पंच फोरन जोड़ने से आपकी भूख बढ़ जाती है।