गृह मंत्री अमित शाह 23 सितंबर को बिहार आने वाले हैं. इस बार अमित शाह बिहार के सीमांचल इलाके में में सभा और बैठक करेंगे. अमित शाह के दौरे के पहले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को लोकप्रियता से विपक्ष व्याकुल हो गई है. इसलिए विपक्ष तरह-तरह की बयानबाजी कर रही है. गृह मंत्री पूरे देश का दौरा करते हैं, उनका यह दौरा बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के पहले से ही तय है.
अमित शाह सीमांचल के दौरे पर 23 को पूर्णिया में सभा करेंगे और 24 को सीमा सुरक्षा संबंधी बैठक करेंगे. उसके बाद बीजेपी के नेताओ के साथ बैठक करेंगे. अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर तेज होती की प्रदेश की सियासत समेत अन्य मुद्दों को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय सेब्रज मोहन सिंह ने खास बातचीत की. पढ़िये बातचीत के खास अंश…
सवाल: नीतीश कुमार और JDU की ओर से कहा जा रहा है कि इस दौरे से तनाव फैलेगा, आप क्या कहेंगे?
जवाब: गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को लोगों को जिस नजरिए से देखना है देखें. बीजेपी के नेता लगातार देश भर में दौरा करते रहते हैं. महागठबंधन बनने के पहले से दौरा प्रस्तावित है. तनाव बढ़ाने का काम कांग्रेस और महागठबंधन के लोग करते हैं.- बीजेपी एक भारत सर्वश्रेष्ठ भारत पर काम करती है. हम भारत के एकता और अखंडता की बात करते हैं. तोड़ने नहीं जोड़ने को बात करते हैं. विपक्ष को लगता है कि सुपाड़ा साफ हो गया इस लिए इस तरह की बात करते हैं.
सवाल: तेजस्वी यादव ने आपको चुनौती दी है, क्या कहेंगे?
जवाब: अपना अपना संस्कार रहा है, कुछ आ ही जाता है. बचपन से भ्रष्टाचार में रहे हैं. मुझे तेजस्वी कहते हैं कि ठंडा कर दूंगा, मैं तो एक दम ठंडा आदमी हूं. वे जब चाहे ठंडा कर दें. उन्होंने मुझे ठंडा करना शुरू भी कर दिया है. जल्द ही सब लोग देखेंगे. तेजस्वी मेरी जिस खेत की बात कर रहे हैं वहा मेरे दादा-परदादा का है, वह मेरे लिए पुण्यभूमि है.
सवाल: सीमा पर घुसपैठ की खबरें आती रहती हैं. बांग्लादेश की तरफ से भी दबाव रहता, इसे लेकर आपने क्या रणनीति बनाई है?
जवाब: भारत सरकार की रणनीति है कि घुसपैठ नहीं हो. घुसपैठ बहुत कम है. आने वाले दिनों में घुसपैठ नहीं हो इस पर काम कर रहे हैं.
सवाल: अवैध बांग्लादेशी की संख्या बढ़ी है. क्या सुरक्षा को खतरा है ?
जवाब: अवैध बांग्लादेशी से सुरक्षा को खतरा होता ही है. लेकिन जब से पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार और अमित शाह के गृह मंत्री बनने के बाद घुसपैठ नहीं के बराबर है. राज्यों की राजनीति में तुष्टिकरण के कारण घुसपैठ को बढ़ावा मिलता है. राज्य सरकार अगर मदद करे तो एक भी घुसपैठ नहीं होगा.
सवाल: बिहार काफ़ी चर्चा में रहा है. खासकर PFI को लेकर जो गजवा ए हिंद बनाने की योजना बना रहे हैं. इस मामले में सीमांचल सेफ़ ज़ोन माना जाता है. इसकी जांच कहा तक पहुंची है?
जवाब: मैं नीतीश बाबू से कहना चाहूंगा कि जब देश सुरक्षित रहेगा तभी देशवासी भी सुरक्षित रहेंगे. 1947 के बाद ही लोग समझ चुके हैं कि तुष्टीकरण की नीति सही नहीं है. पीएफआई को लेकर जब कार्रवाई होने लगी तो नीतीश कुमार को अच्छा नहीं लगा. नीतीश कुमार की तुष्टिकरण नीति रही है. इन्हे पता नहीं अपनी कौन सी छवि दिख रही थी.
सवाल: आरोप है कि आपकी सरकार में जानबूझकर मुस्लिमों को टारगेट किया जाता है, क्या कहेंगे?
जवाब: बिहार में ब्लास्ट की घटना होती थी तो सरकार और प्रशासन कहती थी पटाखा फूटा है. बिहार के कई जिलों में ब्लास्ट हुआ. एनआईए आई तो नीतीश कुमार को तकलीफ हुई. तुष्टीकरण की नीति के तहत नीतिश कुमार इन लोगों को संरक्षण दे रहे हैं. मैं नीतीश कुमार पर सीधा आरोप लगा रहा हूं.
सवाल: नीतीश कुमार विपक्ष के बड़ा नेता बनना चाहते हैं, भाजपा के ख़िलाफ़ बड़ा मोर्चा बनाना चाहते है कितनी बड़ी चुनौती है नीतीश कुमार ?
जवाब: विपक्षी एकता बीजेपी के सामने कोई चुनौती नहीं है. लोकतंत्र में जनता का समर्थन पीएम मोदी को है, जब तक वे पीएम बने रहना चाहेंगे वे बने रहेंगे. लोगों को लगा कि देश को जोड़ कर रखने में नरेंद्र मोदी ही सक्षम है. भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है. किसी चीज से लोग परेशान न हो यह पीएम मोदी को चिंता रहती है. नीतीश कुमार हासिए पर चले गए. उनके पीएम बनने के सपने का लोग मजाक उड़ाते हैं. सत्ता लोभी हैं नीतीश कुमार, सिर्फ कुर्सी पर बने रहना चाहते हैं.
सवाल. कुछ दिन पहले आपने एक गेट टू गेदर किया था जिसे लेकर काफ़ी चर्चा हुई थी कि आप CM पद की रेस में हैं. इस पर क्या कहेंगे?
जवाब: पिछली बार जब गृह मंत्री अमित शाह बिहार आए तो आरा में एक बड़ा उत्सव का माहौल था , तिरंगा फहराने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था. इस सफल कार्यक्रम के बाद मेरे फार्म हाउस पर बैठक हुई थी.
सवाल: बिहार में अगला चुनाव क्या जाति के आधार पर होगा या विकास के मुद्दे पर ?
जवाब: बिहार की राजनीति जाति के आधार पर होती है. लेकिन देश के साथ साथ बिहार भी समझ रहा है कि जाति की राजनीति ठीक नहीं है. अगले चुनाव में विकस की राजनीति होगी.
सवाल: क्या केंद्र सरकार बिहार को पर्याप्त मदद दे रही है क्योंकि आपके विरोधी आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र सरकार भेदभाव कर रही है ?
जवाब: केंद्र सरकार की राशि का बड़ा हिस्सा बिहार के विकास को मिलता रहा है. मुझ से कोई इस पर मंच लगा कर बहस कर ले. केंद्र सरकार हर मद में बिहार को मदद कर रही है. शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क हर क्षेत्र में सहयोग मिलता है. जल जीवन हरियाली अभियान में 2 बार केंद्र की राशि को लौटा दी गयी, यह बात नीतीश कुमार भी कहते हैं.
सवाल: कहा जाता है कि नीतीश कुमार मंत्रियों की नहीं सुनते थे, क्या अधिकारी बिहार को चलाते हैं?
जवाब: बिहार में अभी जंगल राज, अराजक राज, गुंडा राज है. भ्रष्टाचारी और तोड़-जोड़ करने वाली सरकार है. जनता इंतजार कर रही है और आने वाले लोकसभा चुनाव में महागठबंधन का सूपड़ा साफ हो जाएगा.
सवाल: तस्करी एक बड़ी समस्या है उसे रोकने के लिए क्या कदम उठा रहे है ?
जवाब: पूर्व की सरकार इतनी ढीली थी कि जिसके कारण तस्करी को बढ़ावा मिला. 2014 के बाद पीएम मोदी ने तस्करी रोकने के लिए विशेष रणनीति बनाई है. गौ तस्करी में 90 प्रतिशत कमी आती है. नशा सामग्री की तस्करी पर भी रोक लगी है. राज्य सरकार मदद करे तो और सफलता मिलेगी.