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*समझिये मेंटल हेल्थ से सपनों की दुनिया का कनैक्शन*

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        ~ डॉ. प्रिया

दिनभर में हमारे मन में कई प्रकार के विचार उमड़ते हैं। अच्छे और बुरे विचारों की अधेड़बुन हमारी मेंटल हेल्थ को प्रभावित करती है। जो सपनों के रूप में हमें दिखने लगते हैं।

    अच्छे सपने जहां आपको खुशी देकर जाते हैं, तो वही बुरे सपने हमारी Anxiety का कारण बन जाते हैं। कुछ लोग सपनों को लेकर अक्सर Stress महसूस करने लगते हैं। हांलाकि सपनों का हमारी वास्तविक जिंदगी में से कोई कनेक्शन नहीं होता है। जो आप दिनभर में सोचते हैं। वहीं सपनों को रूप लेकर आप तक पहुंच जाते हैं। 

सपने हमारी मेंटल हेल्थ को कई प्रकार से प्रभावित करते है। अगर आप किसी व्यक्ति या जानकार को सपने में मृत हालत में देखते हैं। तो अक्सर डर जाते हैं। मगर इसका अर्थ उस व्यक्ति या जानवर की मौत को नहीं दर्शाता है। बल्कि ये इस बात की ओर इशारा करता है कि आपके जीवन में कुछ नया होने वाला है। ये एक नई शुरूआत का संकेत मात्र होता है।

     अक्सर वही लोग और चीजें आपको सपने में दिखने लगती है, जिनके आप बेहद करीब होते हैं। इसके अलावा अगर आप किसी तीर्थ स्थल या भगवान को सपने में देखते है।

    तो इसका तात्पर्य है कि आप किसी धार्मिक स्थल पर जाने की योजना बना रहे हैं। इसके चलते आपको सपने में धर्म से जुड़ी चीजें नज़र आने लगती हैं।

सपने तीन प्रकार के होते हैं ~

 *1.फयूचर ओरिएंटिड ड्रीम :*

      इस तरह के सपनों में आपको अपने भविष्य से जुड़ी योजनाएं दिखने लगती है। अगर कोई व्यक्ति विदेश में सैटल होने के बारे में तैयारी कर रहा है, तो उसे सपने में भी वहीं चीजें दिखनी शुरू हो जाती है।

*2. डे टू डे लाइफ ओरिएंटिड ड्रीम :*

    दिनभर के कामों में उलझे रहने के चलते आपको सपने में भी वहीं चीजें दिखने लगती है। इसके चलते आपसी मनमुटाव और किसी विषय किया जा रहा गहन चिंतन सपने का रूप धारण कर लेता है।

*3. स्पीरिटस ओरिएंटिड ड्रीम :*

     अगर आपको सपने में कोई पूर्वज या भगवान दिखने लगे हैं, तो इसका अर्थ है कि आप किसी न किसी प्रकार से उन्हें याद कर रहे थे या किसी अन्य कारण से वो आपके मन मस्तिष्क में मौजूद है। इन्हें समझने के लिए आपको अपनी इंटयूशंस को समझना ज़रूरी है।

    इस तरह के सपनों को समझने के लिए मेडिटेशन की आवश्यकता है। जिसमें आप अपना तन और मन शांत करके एकचित्त हो जाते हैं।

*सपने हमें कब आते हैं?*

      जब कोई व्यक्ति बहुत अधिक तनाव में होता हैं या किसी कारणवश अपने फयूचर को लेकर परेशान रहता हैं। तो उसे सपने आने लगते हैं। ऐसे सपने एंगजाइटी एंड फियर से ग्रस्त होते हैं।

    बहुत बार आप अपने सपने इमेजिन करने लगते हैं, जो इमेजनरी ड्रीम  कहलाते हैं। दरअसल, सपनों की कोई सीक्वेंस नहीं होती है।

    कोई भी सपना आपको कभी भी आ सकता है। सपनों में वॉइस होती है और पिक्चर्स में भी नज़र आता है।

   सपना आना कोई बीमारी नहीं है

इस बारे में बातचीत करते हुए डॉ युवराज पंत का कहना है कि सपने हमारे जीवन में जाने अनजाने में होने वाली बातों, घटनाओं और इच्छाओं को प्रकट करने का एक माध्यम है, जो कहीं न कहीं सपनों के ज़रिए हम तक पहुंचती हैं। सपनों का वास्तविक जीवन से कोई संबध नहीं होता है।

*सपनें और मेंटल हेल्थ :*

      सपने हमारी अधूरी डिज़ायर्स को दर्शाते हैं। वो व्यक्ति जो जीवन में आगे बढ़ने और कुछ हासिल करने की इच्छा रखता है, उसे सपने आते हैं।  इनका हमारे जीवन से कोई संबध नहीं होता है। बस हमें अपने आस पास होने वाले इंटयूशंस को समझना होगा।

    सपने देखने से आप खुद को रिलैक्स महसूस करने लगते हैं। अपने सपनों को वास्तविक जीवन से जोड़कर न देखें। उसका आपके जीवन से कोई संबध नहीं होता है।

    अगर आपको रोज़ सपने आ रहे हैं, तो ये किसी डिसऑर्डर की निशानी नहीं है। आपके सपने इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आप जीवन में आगे बढ़ने के लिए तैयार है।

     चाहे प्रोफेशनल लाइफ हो या पर्सनल लाइफ खुद को बेहतर बनाने के लिए आपके पास कई तरह के प्लानस है, जो सपनों के रूप में आपको बार बार नज़र आते हैं।

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