पुष्पा गुप्ता
_क्या हेरोइन मोदी सरकार के कुछ शक्तिशाली लोगों से बरामद की गई थी और उन्हें फंसाने से बचने के लिए “सिक्किम में जब्ती” के रूप में दिखाया गया? क़म से क़म अमित शाह को तो जवाब देना ही चाहिए।_
साकेत गोखले ने ट्वीटर पर छह किस्तों की एक पोस्ट में बताया है कि सिक्कम में 65,000 किलो हेरोइन पकड़े जाने और फिर गायब हो जाने का एक विचित्र और चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
पूरे मामले की चर्चा से पहले मैंने चहा कि जो सूचनाएं इंटरनेट पर उपलब्ध हैं उन्हें तो जांच लूं।
65,000 किलो हेरोइन पकड़े जाने की सूचना मिल गई। लेकिन इस विवरण से पता चला कि सरकारी आंकड़े कितनी लापरवाही और बचकाना ढंग से रखे जाते हैं। आप चाहें तो कमेंट बॉक्स में दिए लिंक से साइट पर जाइए और छह में पहले तथा पांचवें पन्ने पर सिक्किम की जब्ती का विवरण खुद देख लीजिए।
22 वें नंबर पर सिक्किम राज्य का नाम है और तीसरे कॉलम में हेरोइन का विवरण है।
पहली बार सिक्कम में 15,000 किलो हेरोइन जब्त होने की जानकारी पेज 1/6 पर है और इसमें दशमलव के बाद कोई अंक नहीं है। यह 2018 का विवरण है। दूसरी बार भी 22 वें नंबर पर सिक्किम राज्य का नाम है और तीसरे कॉलम में हेरोइन का विवरण है। इस बार मात्रा 50,000.3987 बताई गई है।
दोनों बार इन अंकों को जोड़कर नीचे राज्यों का कुल 19370.029 और 54863.219 बताया गया है। दूसरी बार विवरण (या मात्रा) दशमलव के बाद चार अंकों में है और योग दशमलव के बाद तीन अंकों में। जब 10 ग्राम बरामदगी पर कई दिनों तक हंगामा मचा रह सकता है तो अंकगणित की यह चूक मामूली नहीं है।
वैसे भी, इसी तालिका में चार ग्राम मोरफिन और तीन ग्राम हेराइन की जब्ती दिखाई गई है तो दशमलव के बाद एक अंक गायब हो जाना साधारण नहीं है।
यूँ भी, गणित पढ़ने वालों को पांचवीं छठी में ही बता दिया जाता है कि अंकों को दाहिनी ओर मिलाकर रखना चाहिए, दशमलव के बाद अंक बराबर होने चाहिए उपलब्ध न हो तो आखिर में शून्य लगा सकते हैं। कॉलम में पूर्णांक लिखते समय वैसे तो दाईं तरफ रखा जाता है और बाई तरफ अंक न हो तो जगह खाली रखी जा सकती है शून्य जोड़ना हो तो पूर्णांक के पहले जोड़ेंगे बाद में नहीं।
इसी तरह दशमलव के बाद अंकों के पहले शून्य नहीं लगा सकते हैं बाद में भले लगा लें।
देखने में सहूलियत के साथ हिसाब करने की आसानी के लिए अंकों को दाहिनी ओर मिलना चाहिए और दशमलव के बाद अंकों की संख्या बराबर होनी चाहिए। यह गणित का सामान्य सा नियम है और सर्वोच्च स्तर पर यह हाल है। बाकी सरकार के काम काज के बारे में पोस्ट से जान सकते हैं। जो इस प्रकार है –
सिक्किम में कथित तौर पर 65,000 किलोग्राम हेरोइन जब्त करने का विचित्र और चौंकाने वाला मामला।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में कहा कि 2018 और 2020 में सिक्किम में कुल 65,000 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई। इसका बाजार मूल्य ₹4.5 लाख करोड़ है! राज्यसभा में, गृह मंत्रालय ने कहा कि जब्त किए गए 65,000 किलोग्राम की संख्या एनसीआरबी के आंकड़ों से थी। लेकिन, यहीं से मामला अजीब मोड़ लेता है।
2018 और 2020 में हेरोइन बरामदगी को लेकर सिक्किम पुलिस में एक आरटीआई दायर की गई थी।प्रतिक्रिया चौंकाने वाली है।सिक्किम पुलिस की प्रतिक्रिया के अनुसार: “सिक्किम में 2018 और 2020 में इतनी बड़ी मात्रा में हेरोइन जब्त नहीं की गई थी”।इस तरह, असल में, सिक्किम पुलिस ने इस बात से इनकार किया था कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के दावे के अनुसार राज्य में 4.5 लाख करोड़ रुपये की 65,000 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई थी।
2018 और 2020 में यह 16,000 किलोग्राम हेरोइन कहां से आई?गृह मंत्रालय का कहना है कि सिक्किम लेकिन सिक्किम पुलिस का कहना है कि राज्य में किसी भी एजेंसी द्वारा ऐसी कोई जब्ती नहीं हुई है।गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से भारी मात्रा में हेरोइन बरामद हुई है। और मामले में कोई प्रगति नहीं है।
यह एक गंभीर मामला है जहां 4.5 लाख करोड़ रुपये की 16,000 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती का कोई हिसाब नहीं है।
पुनश्च:
अन्य राज्यों में कथित रूप से जब्त किए गए कई टन बेहिसाब हेरोइन के बारे में जल्द ही और जानकारी होगी। हर केंद्रीय एजेंसी और राज्य पुलिस के रिकॉर्ड ऐसी कोई बरामदगी नहीं दिखाते हैं जैसा कि गृह मंत्रालय ने दावा किया है। लापता हेरोइन कहां से आ रही है और कहां जा रही है?