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योनि कैंसर : कारण, लक्षण और निदान

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 डॉ. प्रिया मानवी

   _योनि के ऊतकों में निर्मित होने वाला ट्यूमर योनि कैंसर है, जो महिलाओं में अक्सर पाया जा रहा है। यह किसी भी उम्र में, यहां तक ​​कि बचपन में भी हो सकता है। अगर इस कैंसर का शुरुआती चरणों में ही पता लगा लिया जाए तो इसका इलाज किया जा सकता है। योनि कैंसर का इलाज करने के लिए जीन थेरेपी वर्तमान में नैदानिक ​​परीक्षणों में है।_

*योनि कैंसर के लक्षण :*

    -गंदे, विकृत-पतले-रुग्ण वीर्य वाले पुरुष से संसर्ग करवाने से उपजे उपद्रव 

    _एकाधिक पुरुषों से सेक्स लेने, सेक्सटॉय या किसी अन्य वस्तु कों योनि में डालने से जन्मे विकार 

  -वैजाइना से पानी जैसा डिस्चार्ज होना

-दर्दनाक पेशाब

-अनियमित पीरिड्स

-वैजाइना में एक गांठ होना

-बार-बार पेशाब आना

-पेशाब करते समय तेज दर्द

-कब्ज रहना

-पेट के निचले हिस्से में दर्द

-योनि में खुलजी और जलन

  *विविध स्वरूप :*

योनि के कैंसर मुख्य चार प्रकार के होते है :

  (1). स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा

    स्क्वैमस योनि की अंदरूनी लाइनिंग में मौजूद पतली कोशिकाएं की तरह होती हैं। स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा में कैंसर स्क्वैमस सेल्स में शुरू होता है।

(2). एडेनोकार्किनोमा

   ग्लैंड्युलर कोशिकाएं योनि की अंदरूनी सतह में मौजूद श्लेम से बनती हैं। एडेनोकार्किनोमा कैंसर योनि की ग्लैंड्युलर कोशिकाओं से शुरू होता है।

 (3). मेलेनोमा 

  यह कैंसर योनि की वर्णक उत्पादन कोशिकाओं (मेलेनोसाइट्स) में बनता है।

  (4). सारकोमा

  यह कैंसर योनि की दीवारों की तसह टिश्यू या मांसपेशियों की कोशिकाओं में शुरू होता है।

*योनि का कैंसर फैलने के चार चरण :*

-योनि के कैंसर के पहले चरण में कैंसर योनि के बाहरी भागों में नहीं फैलाता।

  – दूसरे चरण में कैंसर योनि से बाहर पेल्विस एरिया में फैलना शुरू हो जाता है।

  – तीसरे चरण में कैंसर पेल्विस के लिम्फ नोड्स तक फैल जाता है।

   – चौथे चरण में कैंसर ब्लैडर, मलाशय और पेल्विस के बाकी एरिया में फैलना शुरू हो जाता है। इसके बाद कैंसर शरीर के बाकी हिस्सों में फैल जाता है.

*योनि के कैंसर का पता लगाने के लिए क्या करें?*

    हम डॉक्टर्स योनि के कैंसर का पता लगाने के लिए पैल्विक परीक्षण, पैप स्मीयर, कॉल्पोस्कोपी (गर्भाशय ग्रीवा का परीक्षण) और बायोप्सी करवा सकते हैं।

    यदि टेस्ट में कैंसर कोशिकाओं की पुष्टि होती है तो इसके बाद कुछ और टेस्ट किए जाते हैं।

*योनि कैंसर क्या इलाज :*

    योनि के कैंसर का अगर शुरूआती चरण में ही पता लगा लिया जाए तो इसका इलाज संभव होता है। लेकिन यदि कैंसर योनि के बाहर फैल चुका हो तो इसका इलाज बहुत ही मुश्किल होता है।

     स्थिति के हिसाब से, छोटे ट्यूमर या घावों को हटाने के लिए डॉक्टर्स सर्जरी करते हैं। पूरे कैंसर को हटाने के लिए योनि का एक हिस्सा सर्जरी द्वारा निकाल दिया जाता है।

     अगर कैंसर पेल्विस यानि श्रोणि में फैल जाए तो डॉक्टर मूत्राशय, अंडाशय, गर्भाशय, योनि , मलाशय और कोलन के निचले हिस्से को भी निकाल देते है।

    इसके अलावा रेडिएशन थेरेपी या और कीमोथेरेपी द्वारा भी योनि के कैंसर का इलाज किया जाता है।

*कैसे करें खुद का बचाव?*

     -योनि के कैंसर से बचने का सबसे पहला विकल्प है एचपीवी (HPV) से संक्रमित होने से बचना।

     – सिर्फ़ एक या दो इंसान से सेक्स लें, जो तन-मन-मस्तिष्क-वीर्य से स्वस्थ हो.

    एचपीवी संक्रमण को ह्यूमन पेपीलोमा वायरस भी कहा जाता है। एचपीवी यौन संचारित संक्रमण होता है जो पुरुष और महिला दोनों को हो सकता है।

  – किशोरावस्था के आखिर के चरण या उसके बाद तक यौन संबंध न बनाना नुकसानदेय है. इस परहेज से बचें.

-धूम्रपान, मदिरापन नही करें.

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