Site icon अग्नि आलोक

चेतावनी-* बीजेपी के अंधभक्त इसे नहीं पढ़ें !_

Share

चुन्नीलाल वाधवानी

व्यापम घोटाला और जुड़ी मृत्युओं को *सुलझाने* में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले दो प्रमुख महाधिवक्ताओं में से एक बन गए हाईकोर्ट जज और दूजे बनेंगे इंदौर के महापौर ! 

बीजेपी को जनता से कोई लेनदेना नहीं यह तो जनता तय करेगी? लेकिन यह स्पष्ट प्रतीत होता है कि पिछली बार की जिस गलती की वजह से जनता मतदान द्वारा सरकार नहीं बन सकी थी सो इस बार उन गलतियों को सुधारा जा रहा है या ऐसा माने कि मेहनताना दिया जा रहा है ! 

यकीन मानिए बीजेपी और आर.एस.एस इस कदर प्रचार कर जनता के दिमाग में भर देगी की उन्होंने जिसको जनता की सेवा के लिए चुना है वह पूर्णतः आपकी सेवा करेगा, पार्टी की नहीं l जबकि प्रत्याशी चुनने की पहली शर्त ठीक इससे विपरीत होती है l जो माने सिर्फ वही इंटरव्यू के लिए प्रत्याशी चयन समिति के कमरे में दाखिल हो l

खैर ! दोनों प्रमुख पार्टियों द्वारा प्रत्याशी चुन लिये गए हैं l देखना तो अब यह है कि जनता की उम्मीदों र कितना खरे साबित होते हैं यह प्रत्याशीगण और कैसे? 

क्योंकि…

जमीन, ठेकेदारी के घोटालों में उच्च न्यायालय के समक्ष जो   निकायों के पक्षधर रहे हैं, अब वह  शहर निकाय में महापौर बनने जा रहे हैं ! 

बीआरटीएस से गड़बड़ाई ट्रैफिक व्यवस्था के विरुद्ध लगाई गई जनहित याचिका में नगर निगम का पक्षधर रहे, अब वह निगम के महापौर बनने जा रहे हैं !

शासन द्वारा बनाये गए झूठे प्रकरणों में पुलिस द्वारा बनाये मुकदमा और गैर-जरूरी हिरासत का पुरजोर तरीके से जो पक्षधर होकर सही बताते रहे हैं, अब वह शहर के महापौर बनने जा रहे हैं !

कल से सुन रहे हैं, शहर को एक बौद्धिक क्षमता वाला उच्च शिक्षित युवा महापौर मिलने जा रहा है l व्यवस्था सुधरेगी, भ्रष्टाचार घटेगा ! सवाल यह है कि, इतनी ही बौद्धिक क्षमता थी तो उपरोक्त वर्णित मामलों का निपटारा जल्द क्यों नहीं हुआ, क्यों सरकार का पक्ष इतना कमजोर तरीके से पेश किया गया की व्यायाम मामला सीबीआई को चला गया, और भी बहुत कुछ? 

जवाब सिर्फ बौद्धिक क्षमता वाले गैर अंधभक्त मतदाता ही खोज सकते हैं !

Exit mobile version