~ डॉ. गीता शर्मा
आजकल बेहद कम उम्र में युथ भी इसका शिकार हो रहे हैं। डायबिटीज में बढ़ता ब्लड शुगर लेवल, तमाम अन्य शारीरिक समस्याओं का भी कारण बन सकता है. महिला हों या पुरुष यह दोनों की रिप्रोडक्टिव और सेक्सुअल एक्टिविटीज को डिस्टर्ब कर देता है।
*सेक्स और सुगर का संबंध*
क्या आपको सेक्स करने के बाद अचानक चक्कर आने जैसा महसूस होता है? नहीं, यह केवल आपकी कल्पना नहीं है – सेक्स आपके रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकता है।
भले ही यह कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात हो, लेकिन अध्ययनों से पता चला है कि सेक्स आपके रक्त शर्करा के स्तर पर प्रभाव डाल सकता है, और मधुमेह वाले लोगों पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ सकता है.
जॉगिंग या एरोबिक्स की तरह, सेक्स भी एक व्यायाम की तरह है जो आपके रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकता है। सेक्स एक प्रकार की शारीरिक गतिविधि है, और हर अन्य शारीरिक गतिविधि की तरह, यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकता है।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ग्लूकोज शारीरिक गतिविधियों और व्यायाम के दौरान उपयोग की जाने वाली ऊर्जा का मुख्य स्रोत है.
यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को गिरा सकता है, आप इसे प्रबंधित करने के लिए कुछ चीजें कर सकते हैं।
मधुमेह से पीड़ित किसी व्यक्ति के साथ सेक्स करने से रक्त शर्करा का स्तर कम हो सकता है.
मधुमेह से पीड़ित कई महिलाओं को योनि में सूखापन का अनुभव हो सकता है। डायबिटीज यूके के अनुसार, मधुमेह होने पर योनि में सूखापन होने की संभावना बढ़ जाती है।
रक्त शर्करा का उच्च स्तर आपकी योनि में रक्त वाहिकाओं को क्षतिग्रस्त कर देता है और सूखापन पैदा करता है। इसलिए, सेक्स दर्दनाक हो सकता है।
विशेषज्ञ सेक्स के दौरान किसी भी असुविधा या दर्द से बचने के लिए स्नेहक का उदारतापूर्वक उपयोग करने की सलाह देते हैं।
*अपनी शारीरिक सीमाओं को समझें :*
कभी-कभी, आप अपने साथी के साथ अतिरिक्त रेस पर जाना चाहते हैं या नई चीजें आज़माना चाहते हैं। लेकिन आपको किसी भी जटिलता से बचने के लिए अपनी यौन सीमाओं को समझने की ज़रूरत है जो आपके यौन आनंद और सुरक्षा को प्रभावित कर सकती हैं।
तनाव आपके रक्त शर्करा के स्तर के साथ-साथ आपकी कामेच्छा दोनों को प्रभावित कर सकता है, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप किसी भी जटिलता से बचने के लिए अपने तनाव के स्तर को प्रबंधित कर रहे हैं।
अपने डॉक्टर से बात करें: यदि आप सेक्स का आनंद नहीं ले पा रहे हैं या सेक्स के दौरान समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें। याद रखें, मधुमेह के साथ प्रत्येक व्यक्ति का अनुभव अनोखा होता है, इसलिए अपने शरीर को सुनना और यौन गतिविधि के दौरान भलाई पर ध्यान देना सर्वोपरि है।
यदि आपके पार्टनर को भी डायबिटीज है, तो उनमें लगातार बढ़ते ब्लड शुगर लेवल की वजह से नर्वस डैमेज का खतरा बना रहता है। जिसकी वजह से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का सामना करना पड़ सकता है, इसके अलावा डायबिटीज की स्थिति में उत्तेजित होने में मुश्किल आती है।
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*1. ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखें :*
डायबिटीज के मरीजों को अपनी समग्र सेहत को ध्यान में रखते हुए ब्लड ग्लूकोस लेवल को संतुलित रखने की आवश्यकता होती है। डायबिटीज पीड़ित महिलाओं को वेजाइनल हेल्थ के लिए भी ब्लड ग्लूकोस को सामान्य रखना जरूरी है।
ब्लड ग्लूकोस लेवल के सामान्य रहने से नर्व डैमेज नहीं होता और वेजाइना तक पर्याप्त मात्रा में ब्लड पहुंच पाता है, जिससे की लुब्रिकेशन भी सामान्य रहती है।
*2. हार्मोनल संतुलन के लिए खाद्य पदार्थों पर ध्यान दें :*
हार्मोनल संतुलन बनाए रखने के लिए खाद्य पदार्थों पर ध्यान देना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके अलावा कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ भी हैं, जो आपके सेक्स ड्राइव को इंप्रूव करते हैं।
जैसे की जिंक एक महत्वपूर्ण मिनरल है जो लिबिडो को बढ़ावा देती है। वहीं यह टेस्टोस्टेरोन के प्रोडक्शन को इंप्रूव कर देता है, जिससे आपका लिबिडो बूस्ट हो जाता है और आप सेक्सुअल एक्टिविटी के लिए आसानी से उत्तेजित हो पाती हैं।
*3. वेजाइनल पीएच मेंटेन करें :*
बढ़ता ब्लड शुगर लेवल आपके वेजाइनल pH को असंतुलित कर सकता है। इस स्थिति में वेजाइनल इनफेक्शन जैसे कि यूटीआई का खतरा बढ़ जाता है। वहीं इस स्थिति में वेजाइना ड्राई हो जाती है, साथ ही वेजाइनल बैक्टीरिया असंतुलित हो जाते हैं, जिसकी वजह से बैक्टीरियल वेजिनोसिस का खतरा बढ़ जाता है।
इन सभी स्थितियों को अवॉइड करने के लिए pH संतुलन बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण है। जिसके लिए खाद्य पदार्थों पर ध्यान दें और अपने गाइनेकोलॉजिस्ट से इस विषय पर सलाह लें।
*4. शुगर फ्री लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें :*
डायबिटीज के मरीजों के लिए सेक्स के दौरान लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। यदि आपको डायबिटीज है तो सही लुब्रिकेंट का चयन बहुत जरूरी है। ज्यादातर लुब्रिकेंट में शुगर मौजूद होता है, जैसे कि ग्लिसरीन और ग्लाइकोल।
यह सभी डायबिटीज की स्थिति में वेजाइनल pH को प्रभावित करते हैं और यीस्ट इन्फेक्शन के खतरे को बढ़ा देते हैं। इन सभी से बचने के लिए नेचुरल लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें। साथ ही यदि बाहरी लुब्रिकेंट इस्तेमाल कर रही हैं, तो यह जरूर ध्यान दें कि वे शुगर फ्री हों।