अग्नि आलोक

1972 से 2022 के बिच 50 वर्षों मैं हम पानी प्रबंधन नहीं बना पाए है …. अब स्मार्ट पानी कि बात करने बैठे हैं

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किशोर दीपक कोडवानी,

स्मार्ट का अर्थ 1.आकर्षक,2. फैशनेबल, 3.चुतुर/फुरतिला, 4. बुद्धिमान / चतुर शब्द कोश में मिला है,
इन्हीं का शब्दशः पालन किया है ।


योजनाकार : जनसंख्या आंकलन, आर्थिक आधार, भौतिक सत्यापन करना आवश्यक होता है ।
नर्मदा चम्बल का पानी 32/- हजार खरिदने का प्रस्ताव है । 4/- अतिरिक्त यशवंत सागर
खर्च करेंगें 36/- कुल । 28/- स्वयं नर्मदा प्रबंधन कर रहे । लगुंर के समान नकलची बन
बढ़ते गये है ।
मामा जी का कुआं, गोराकुंड कि बावड़ी, भंवरकुआं जैसे 1400 से अधिक जल श्रोत खो दिए । राम प्याउ, अर्जुन
प्याउ कि जगह कंटेनर को दे दी । चाय, कचौरी, पोहा के साथ पानी कि जगह पाऊच को दे दी ।
1990 तक तीन कुओं से प्राधिकरण कि योजना क्रमांक 31 स्नेह नगर, सर्वोदय नगर, साधु
वासवानी नगर, पटेल नगर, प्रोफेसर कालोनी, वसणशाह नगर, जाग्रति नगर, लोहा मण्डी क्षेत्र के नागरिकों को
तीन मंजिल तक पानी पहुंचात थे ।
आज 7 फिट निचे गड्डे से पानी मोटर से लिफ्ट कर रहे हैं ।

35/- मासिक मिल कि नौकरी 4 आने 16 लिटर का डब्बा 4 डब्बे के लेते थे ।

एक रुपए महिना । 35 वां हिस्सा ।

28/- प्रति हजार लिटर नर्मदा का पानी 5 लोगों के लिए 1250 लिटर 35 × 30 = 1050/- पानी पर

खर्च बना दिया है । 15000 हजार रुपए मासिक आमदनी वाले 60 % हैं । 14 वां हिस्सा ।

मास्टर प्लान 2021 क्षेत्र के 62 तालाबों का उपयोग कि जगह नर्मदा जल मैं बदल दिया ।
फिर भी आधे शहर वासियों को नहीं दे पाये है ।
4100 किलोमीटर मुख्य सड़कें के अतिरिक्त गलीयों कि लम्बाई व लाईन अतिरिक्त है ।
निगम पानी वितरण 3200 किलोमीटर लाईन डली है । अर्थात 32% में
परिणाम मै 30% पानी प्रबंधन मैं हानि, 29% नर्मदा जल व 94% भुजल दुषित है ।
250 लिटर प्रति व्यक्ति जिले कि 45 लाख जनसंख्या के लिए 365 दिन में 4लाख (4,10,625)
मिलियन लिटर पानी कि जरुरत है । 25 मिलियन लिटर प्रति वर्ग किलोमीटर क्षेत्र मैं पानी बरसता है ।
3898 वर्ग किलोमीटर जिले के क्षेत्रफल पर 32 इंच औसत वर्षा के रुप मै 31 लाख (31,18,400) मिलियन पानी
बरसता है । प्रकृति वर्षों जल का 4% बटोराना था और आज भी है ।

आवश्यकता : 250 लिटर × 45 लाख जनसंख्या = 1125 mld
वर्षा : जिले का क्षेत्रफल 3898 वर्ग किलोमीटर × 25 = 1 लाख (97450) मिलियन लिटर ।
एक इंच बारिश 87 दिन का पानी
पुर्ति : चार इंच मैं आवश्यकता पुर्ति

वर्षा जल :
कान्ह – सरस्वती : 500 वर्ग किलोमीटर मास्टर प्लान
क्षिप्रा : देवास रोड़ से देवगुराडिया
नर्मदा : देवगुराडिया से राउ बायपास
चम्बल : राऊ बायपास से उज्जैन रोड़
भुजल

अब क्या ?
एक बिलावली आज बर्बाद कर दिया है । 36 हजार नागरिकों को रोज़ 250 लिटर पानी देता था । एक यशवंत
सागर 1.60 लाख नागरिकों कि प्यास बुझाता है । अर्थात 20 यशवंत सागर या 100 बिलावली संभालना है ।
मास्टर प्लान 2021 के क्षेत्र में 62 तालाब आज भी जिन्दा है ।
किशोर दीपक कोडवानी, विकास मित्र दृष्टि 2050 मो नं 98274 400 80

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