नेपाल में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते बिहार और उत्तर प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बिहार में सात नदियां उफान पर हैं और अररिया, मुजफ्फरपुर समेत कई क्षेत्रों में पानी घरों में घुस गया है। लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।मौसम विभाग ने गोवा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में अगले दो दिनों तक भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, गुजरात, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जम्मू, हिमाचल और उत्तराखंड समेत 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पांच दिनों तक बारिश की चेतावनी भी दी है।
असम में नदियों का पानी तेजी से घट रहा है, लेकिन अभी भी छह लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इस बीच, मौसम विभाग ने गोवा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में अगले दो दिनों तक भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, गुजरात, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जम्मू, हिमाचल और उत्तराखंड समेत 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पांच दिनों तक बारिश की चेतावनी भी दी है।
बिहार की सात नदियां घाघरा, गंडक, बागमती, कमला बलान, कोसी, महानंदा और परमान कई जगह खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बगहा में गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। बागमती में पानी बढ़ने से मुजफ्फरपुर जिले में बाढ़ आ गई है। जिले के 18 पंचायत क्षेत्रों में घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। कई गांवों का ब्लॉक और दूसरे क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है। लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।
इन राज्यों में झमाझम होगी बरसात
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कर्नाटक, केरल, कोंकण गोवा और मध्य महाराष्ट्र में 16 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। इन राज्यों में आने वाले दिनों में 20 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है। इनके अलावा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और लद्दाख में अलग-अलग स्थानों पर अगले पांच दिन झमाझम बरसात होगी।
गुजरात में भी बढ़ी परेशानी
मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। ठाणे जिले के भिवंडी में कामवारी नदी ऊफान पर है और नदी किनारे वाले इलाकों में घरों में पानी घुस गया है। गुजरात के भी कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। वलसाड में मूसलाधार बारिश के चलते मधुबन बांध का जलस्तर बढ़ गा है। राज्य के आपदा प्रबंधन अधिकारी नसीम शेख ने कहा, वलसाड जिले में भारी बारिश के कारण कई निचले इलाकों में पानी भर गया है और राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी पानी भर गया है। इन क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए आपदा विभाग की टीमों को लगाया गया है। भारी बारिश के कारण मधुबन बांध में जलस्तर बढ़ गया।
हिमाचल के ज्यादातर हिस्सों में यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मंगलवार से अगले पांच दिन तक हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान है। उधर, रविवार को शिमला में बादल छाए रहे। प्रदेश में एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है।
असम में सुधर रहे हालात…
असम में बाढ़ की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। हालांकि, अभी भी 17 जिलों में 5.97 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। मध्य असम के कुछ जिलों और बराक घाटी को छोड़कर राज्य के अन्य हिस्सों में अभी बारिश की संभावना नहीं है। इस बीच, राज्य में बाढ़ के चलते दो और व्यक्ति की मौत हो गई। इनको मिलाकर अब तक बाढ़, बारिश और बिजली गिरने के कारण कुल 109 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य के 13 जिलों में 172 राहत शिविरों में 58 हजार से अधिक लोग शरण लिए हैं।
जम्मू-कश्मीर में कमजोर रहा मानसून
जम्मू-कश्मीर में जुलाई के पहले दो हफ्ते मानसून कमजोर रहा है। यहां कश्मीर संभाग के 10 जिलों में 5 जुलाई से 11 जुलाई तक औसतन माइनस 75.40 फीसदी और जम्मू संभाग के दस जिलों में माइनस 16.47 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है।
- जम्मू-कश्मीर में गत 28 जून को मानसून ने दस्तक दी थी, लेकिन अभी भी जम्मू संभाग के कुछ हिस्सों को छोड़कर मानसून सक्रिय नहीं हो पाया है। इसके लिए कई कारण जिम्मेदार माने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि देश के अन्य हिस्सों से होते हुए जम्मू कश्मीर के आखिरी छोर तक पहुंचते पहुंचते मानसून कमजोर पड़ जाता है।