अग्नि आलोक

ये मौत के फतवे जारी करनेवाले कौन लोग हैं ? 

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निर्मल कुमार शर्मा

 भारत में ये फतवे जारी करनेवाले ‘कथित हिन्दू धर्म के संत हैं ?

             वास्तविकता यह है कि भारतीय समाज में जो  मवाली,गुंडे,अशिक्षित और अपने जीवन में हर तरह से असफल हो जाते हैं वे ही भगवा वस्त्र धारण करके,अपने ललाट पर लाल-पीले रंग के चौड़े-चौड़े टीके लगाकर एक डंडा लेकर कथित हिन्दू धर्म के संत,धर्माचार्य, शंकराचार्य,स्वामी, बाबा,गुरू आदि का क्षद्मावेशी रूप धारण कर लेते हैं,जब कि असल में ऐसे लोग धूर्त,व्यभिचारी लंपट और हत्यारों की जमात होती है !

             क्या ऐसे लंपट और मवाली ही हिन्दू धर्म के धर्माध्यक्ष हैं,जो सरेआम दिनदहाड़े किसी की हत्या करके उसका सिर काट कर लाने वाले को ईनाम घोषित कर रहे होते हैं !

               अत्यंत दु:ख की बात है कि कथित हिन्दू हृदय सम्राट मोदीजी और उनके गुरु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अगुआ श्री मोहन मधुकर भागवत जी भारतीय लोकतंत्र और गणराज्य के लिए ऐसे बेहूदा,अत्यंत खेदजनक और शर्मनाक घटनाओं के बाद बहुत दिनों तक या सदा के लिए अपना मुंह में ताले बंद कर लेते हैं ! 

              हकीकत यह भी है कि यह मोदीजी ऐंड कंपनी सरकार की यह सोची-समझी और सुनियोजित तथा प्रायोजित रूप से तैयार किया गया प्रोग्राम होता है,ताकि भारतीय जनमानस की मूल समस्याओं यथा भूखमरी,अशिक्षा,बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार,किसानों-मजदूरों-युवाओं की आत्महत्या और दुर्दशा से महीनों तक के लिए ध्यान भटकाया जा सके ! 

              जबकि होना यह चाहिए कि ऐसे गुंडों, समाज के दुश्मनों और देशद्रोहियों को पुलिस द्वारा पकड़कर उन्हें सरेआम पचास-पचास डंडे लगाएं जांय तब भविष्य में ऐसे फतवे जारी करने बिल्कुल ही बंद हो जाएंगे ! 

              लेकिन मोदीजी ऐंड कंपनी के कथित रामराज में यह कठोर दंड देने की बात करना या सोचना एक दिवास्वप्न सरीखा ही है,क्योंकि गोदी मिडिया और बीजेपी के आईटी सेल के चमचे इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को एक उपलब्धि के रूप में लेकर महीनों तक इस घटना पर व्यर्थ की डिबेट और बहस-मुहावशा कराकर मूढ़ भारतीय जनता का ध्यान इसी में उलझाए रखने में सफल रहेंगे !

           -निर्मल कुमार शर्मा ‘गौरैया एवम् पर्यावरण संरक्षण तथा देश-विदेश के सुप्रतिष्ठित समाचार पत्र-पत्रिकाओं में वैज्ञानिक,सामाजिक, राजनैतिक, पर्यावरण आदि विषयों पर स्वतंत्र,निष्पक्ष, बेखौफ,आमजनहितैषी,न्यायोचित व समसामयिक लेखन,संपर्क-9910629632, ईमेल – nirmalkumarsharma3@gmail.c

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