आजकल के युवा इन्वेस्टर्स शेयर बाजार में चार्ट्स और कैंडल्स का अध्ययन कर मुनाफा कमाने के नए-नए तरीके तलाश रहे हैं. लेकिन इस कहानी का नायक एक बुजुर्ग हैं, जिनका निवेश तरीका अनूठा और प्रेरणादायक है. यह बुजुर्ग बाबा न तो बाजार के खुलने का इंतजार करते हैं, न ही इसके बंद होने का. फिर भी, उनका पोर्टफोलियो करोड़ों का है और हर साल उन्हें सिर्फ डिविडेंड से लाखों रुपये की कमाई होती है. उनकी सरल जीवनशैली और बड़े निवेश की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणा है.
कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक साधारण दिखने वाले बुजुर्ग बाबा नजर आए. उनकी शक्ल-सूरत और भेषभूषा देखकर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता कि यह व्यक्ति शेयर बाजार के बड़े इन्वेस्टर्स में से एक हो सकता है. बिना कपड़ों और चप्पलों के, सिर्फ एक माला और जनेऊ धारण किए इस बाबा के पास 100 करोड़ रुपये से भी अधिक का पोर्टफोलियो है. इस वीडियो ने हर किसी को चौंका दिया और उनके शेयर बाजार में सफल निवेश की कहानी ने लोगों का ध्यान खींचा.
100 करोड़ से भी ज्यादा का पोर्टफोलियो
इस बुजुर्ग बाबा का निवेश इतना प्रभावशाली है कि हर साल उन्हें सिर्फ डिविडेंड से 6 लाख रुपये की कमाई हो जाती है. उनका पोर्टफोलियो देखकर लोग उन्हें शेयर बाजार का ‘बिग बुल’ मानने लगे हैं.रिपोर्ट्स के अनुसार, बाबा के पास 100 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर हैं. हालांकि, बाबा की जीवनशैली बेहद साधारण है.उनका कहना है कि उन्होंने शेयर बाजार से इतनी संपत्ति अर्जित की है, फिर भी उनकी जीवनशैली में कोई बदलाव नहीं आया.
कौन-कौन से शेयर हैं बाबा के पास
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर राजीव मेहता नाम के एक यूजर ने इस बुजुर्ग बाबा का वीडियो शेयर किया. इस पोस्ट में दावा किया गया कि बाबा कर्नाटक के एक छोटे से गांव में रहते हैं और उनका निवेश पोर्टफोलियो बहुत बड़ा है. उनके पास L&T के 80 करोड़ रुपये के शेयर्स हैं, अल्ट्राटेक सीमेंट के 21 करोड़ रुपये के शेयर और कर्नाटक बैंक के 1 करोड़ रुपये के शेयर्स भी उनके पोर्टफोलियो का हिस्सा हैं. इस सबके बावजूद, बाबा बेहद साधारण जीवन जीते हैं, बिना किसी दिखावे या भौतिक संपत्ति के मोह में फंसे हुए.
साधारण जीवन, असाधारण निवेश
इस वीडियो में यह भी बताया गया कि बाबा आलीशान बंगलों में नहीं रहते, बल्कि एक छोटे से घर में अपनी जिंदगी बिता रहे हैं. उनकी जीवनशैली सामान्य है, जो इस बात का प्रमाण है कि सफलता सिर्फ पैसे से नहीं, बल्कि मानसिक शांति और सादगी से भी मापी जा सकती है. बाबा की कहानी हमें यह सिखाती है कि निवेश सिर्फ लाभ कमाने के लिए नहीं, बल्कि एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ किया जाना चाहिए.
बुजुर्ग बाबा की कहानी यह साबित करती है कि भले ही जीवन में साधारण रहो, लेकिन अगर आपके पास सही निवेश दृष्टिकोण हो, तो आप असाधारण सफलता हासिल कर सकते हैं.