अग्नि आलोक

हाथरस हादसा : दोषी कौन ?

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गोपाल राठी

हाथरस हादसे के लिए भोले बाबा को दोषी  माना जा रहा है , क्योकि वे सत्संग के प्रमुख किरदार थे . उनके आश्रमो पर छापे मारे जा रहे है।

नरेंद्र मोदी व राहुल गांधी लाखों लोगों की आमसभा रैलियों में शिरकत करते हैं  भीड़ भरी सड़कों पर रोड शो करते है . कभी ऐसा हादसा किसी राजनैतिक कार्यक्रम में हो जाए तो क्या नरेंद्र मोदी ,राहुल गांधी या किसी नेता को भी इसी तरह दोषी माना जायेगा ? 

कुम्भ व अन्य मेलों में , यात्राओं में और दर्शनार्थियों की भीड़ में भगदड़ में किसको दोषी माना जायेगा ?

पुलिस और प्रशासन की जानकारी के बिना  इतनी सारी भीड़ इकट्ठी होना नामुमकिन है । अगर सत्संग में आ रही संख्या को देखकर प्रशासन सचेत नहीं हुआ तो यह प्रशासन की लापरवाही और नाकामी है  बाबा की नहीं ।क्योकि कानून व्यवस्था कायम रखना बाबा की नहीं प्रशासन की जिम्मेदारी है ।

हम लोगो को छोटी सी नुक्कड़ सभा करनी होती है तो पुलिस और प्रशासन को अलग अलग आवेदन देकर अनुमति लेनी होती है । जिसने सभा की तारीख स्थान समय अवधि के साथ ध्वनि विस्तारक यंत्र के उपयोग की अनुमति दी जाती है । अगर हम 25 – 50 लोग किसी मुद्दे पर धरना प्रदर्शन करते है तो धरना स्थल पर 50 -100 पुलिस तैनात कर दी जाती है । जिला मुख्यालय या राजधानी में हमारे 400 – 500 लोगों के शांतिपूर्ण जुलूस प्रदर्शन को कवर करने के लिए उतनी की पुलिस की ड्यूटी लगाई जाती है । जुलूस के दोनों तरफ रैपिड एक्शन फोर्स की गाड़ी चलती है । जो पुलिस प्रशासन सरकार के खिलाफ हो रहे शांति पूर्ण धरना जुलूस प्रदर्शन के प्रति इतना सजग होता है वो भोले बाबा के सत्संग में आई भीड़ से अनजान क्यों बना रहा ?

भाजपा ने ऐसे सारे बाबाओं के नेटवर्क का इस्तेमाल अपने राजनैतिक फायदे के लिए करती रही है । इसलिए उन्हें भाजपा शासित राज्यों में अंधविश्वास फैलाने का लाइसेंस मिला हुआ है । भाजपा और संघ परिवार ऐसे बाबाओं का संरक्षक बना हुआ है चाहे राम रहीम हो रामपाल हो या धीरेंद्र शास्त्री । अगर कोई व्यक्ति इन बाबाओं के कुकर्मों का खुलासा करता है तो  तत्काल भाजपाईयों की भावनाए आहत हो जाती है । वे इसे हिन्दू आस्थाओं पर हमले का मुद्दा बनाकर हिंदुओं को भड़काने लगते है ।

ऐसे बाबाओं के भक्तों का बहुत बड़ा नेटवर्क है यह सब लोग चुनावो में खुलकर भाजपा के साथ होते है । यह बाबा ही नही राम देव और श्री श्री रविशंकर जी जैसे बाबा और उनका नेटवर्क भाजपा का मददगार है । इसलिए बाबा रामदेव के उत्पादनों की खराब गुणवत्ता और मिलावट के आरोप सिद्ध होने के वावजूद उनका बाल बांका नहीं हुआ ।

हाथरस सत्संग में भगदड़ में हुई दुर्भाग्यपूर्ण मौतों के लिए राज्य सरकार पुलिस और प्रशासन दोषी है । बाबा को खलनायक बनाकर सब अपनी असफलता छिपाने का काम कर रहे है ।

भोले बाबा अंधविश्वास फैलाते है , अवैज्ञानिक बातें करते है , बाबा ठगी करते है , बाबा ने गलत ढंग से धन संपत्ति इकट्ठी की है ,बाबा यौन शोषण करते हैं , अगर कार्यवाही होना है तो इस बात पर होनी चाहिए । इस तरह के सारे बाबाओं पर एक साथ कार्यवाही होना चाहिए । इनके सत्संग और दरबारों पर रोक लगानी चाहिए

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