Site icon अग्नि आलोक

आखिर क्यों यूक्रेन पर आक्रमण करना रुस के लिए जरूरी था ?

Share

पिछले 50 (61) सालों में हुआ हर युद्ध मीडिया द्वारा बोले गए झूठ का परिणाम है.

– जूलियन असांजे

यूक्रेन लफड़े के लिए यूक्रेन का लम्पट अमेरिकी टट्टू कॉमेडियन राष्ट्रपति और अमेरिका का युद्ध पिपासु राष्ट्रपति जिम्मेदार है. कोई भी जिम्मेदार पारिवारिक व्यक्ति (पुतिन) अपने पड़ोस में किसी कुख्यात गुंडे (नाटो) के प्लानिंग (यूक्रेन का राष्ट्रपति) के तहत बसने की बात पता चलने पर शांत नहीं बैठ सकता. जो बंधु, बांधव युद्ध के खिलाफ हैं, वे फालतू के प्रवचन देना बन्द करके लोकतांत्रिक व स्वतंत्र व्यक्तित्व के शासकों को चुनने में मदद करें. लम्पट, ज़ाहिल चुनोगे तो वह एक या दूसरे विश्व वर्चस्ववादी का मोहरा बन युद्ध के मैदानों की संख्या बढ़ाने में ही मदद करेगा.

– जार्ज ओरवेल

रुस जो भूतपूर्व सोवियत संघ था, के द्वारा यूक्रेन (जो भूतपूर्व सोवियत संघ का हिस्सा था) पर हमला किये जाने पर भारत समेत तमाम गोदी मीडिया और उसके पैरोकार जो छाती पीट रहे हैं, दरअसल वे अमेरिकी दमनकारी नीति का जबर्दस्त पैरोकार हैं. असलियत में वह यह चाहते हैं कि अमेरिकी साम्राज्यवाद रुस को भी इराक, अफगानिस्तान की तरह नष्ट कर दें.

अमेरिकी साम्राज्यवाद ने युगोस्लाविया के बारे में झूठ बोला और उसपर हमला कर दिया. अफगानिस्तान के बारे में झूठ बोला, इराक के बारे में झूठ बोला. लीबिया के बारे में झूठ बोला, कोरिया, वियतनाम मसले फर झूठ बोला और उसे मिट्टी में मिला दिया. लाखों लोगों का हत्यारा अमेरिकी साम्राज्यवाद अब रुस के बारे में झूठ बोल रहा है. वे अब आपसे झूठ बोल रहे हैं.

नीचे फ़ोटो में देखिए अमेरिका, जर्मनी द्वारा स्पांसर्ड यूक्रेन में कठपुतली लोकतंत्र के स्थापना कार्यक्रम, 2014 की कुछ झलकियां, जिसमें अब तक कई हज़ार नागरिक जान से हाथ धो बैठे हैं और लाखों विस्थापित जीवन बिता रहे हैं, उसकी तुलना में रुस ने यूक्रेन में कूछ भी नहीं किया है.

अमेरिकी साम्राज्यवाद सोवियत संघ के स्थापनाकाल.से ही सोवियत संघ के खिलाफ एक से बढ़कर एक कुचक्र को अंजाम देता रहा है, कॉ. स्टालिन की मौत के बाद अमेरिकी साम्राज्यवाद के इशारों पर नाचते संशोधनवादी सोवियत संघ का पतन 1991 में हो गया, जिसका मुख्य कारण भी यही अमेरिकी साम्राज्यवाद था.

जब उसका मन सोवियत संघ के पतन से भी नहीं भरा तब उसने सोवियत संघ से अलग हुए देशों में एक-एक कर कठपुतली सरकार बनाना शुरु कर दिया और अपने गुंडे गिरोह (नोटो) में शामिल कर अब रुस को भी अंदर से खत्म करने की साजिश में भिड़ गया और रुस की सीमा से सटा यूक्रेन में हजारों रुसी समर्थकों का कत्ल कर एक कठपुतली शासक को स्थापित कर दिया ताकि वहां भी नाटो के गुंडों की तैनाती कर सकने का कुचक्र शुरू कर दिया.

अमेरिकी साम्राज्यवाद युद्ध क्यों करता है इसका सच युद्ध के पैरोकारों का मीडिया वाशिंगटन पोस्ट ने खुद उगल दिया, ‘युद्ध हमें अमीर, सुरक्षित (और तुम्हें वंचित व कमजोर) बनाये रखने के लिए ‘करना पड़ता’ है. सनद रहे कि इराक युद्ध भी वाशिंगटन पोस्ट द्वारा इराक पर डब्ल्यूएमडी के जखीरे होने का झूठे प्रोपगेंडा से शुरू हुआ था जिसमें तत्कालीन उपराष्ट्रपति डिक चेनी की कंपनी Halliburton को 39.5 बिलियन डॉलर का आर्डर मिला था.

यूक्रेन में रूस को अपने गुंडों (नाटो) द्वारा घेरने की कार्रवाई अमेरिकी साम्राज्यवाद के नेतृत्व में साम्राज्यवादी ताकतें लम्बे समय से कर रही थी. यही कारण है कि रुसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेडऩे से बाद कहा था कि रुस को यह युद्ध काफी पहले ही शुरू कर देना चाहिए था.

ग्लोबल इंटेलिजेंस फाइल्स, टेक्सास मुख्यालय ‘ग्लोबल इंटेलिजेंस’ कंपनी स्ट्रैटफ़ोर से पांच मिलियन से अधिक ई-मेल. जुलाई 2004 और दिसंबर 2011 के बीच ई-मेल की तारीख में भेजे गये थे. वे एक कंपनी के आंतरिक कामकाज को प्रकट करते हैं जो एक खुफिया प्रकाशक के रूप में सामने आती है, लेकिन भोपाल की डॉव केमिकल कंपनी, लॉकहीड मार्टिन, नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन जैसे बड़े निगमों को गोपनीय खुफिया सेवाएं प्रदान करती है. रेथियॉन और सरकारी एजेंसियां, जिनमें यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी, यूएस मरीन और यूएस डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी शामिल हैं. ई-मेल स्ट्रैटफ़ोर के मुखबिरों के वेब, पे-ऑफ़ संरचना, भुगतान लॉन्ड्रिंग तकनीकों और मनोवैज्ञानिक तरीकों को दिखाते हैं.

अमेरिकी वेबसाइट विकीलीक्स ने यूक्रेन के माध्यम से रुस में सेंधमारी से जुड़े 50 ई-मेल प्रकाशित किया है. इस 50 ई-मेल को हम अपने पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं साथ ही बांकी के मेल का लिंक हम यहां दे रहे हैं, जैसा कि उपर बताया गया है यह मेल  जुलाई 2004 से दिसंबर 2011 के बीच भेजे गये थे.

Exit mobile version