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वीमेन हेल्‍थ : पॉसिबल है ब्रेस्ट साइज में बदलाव

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डॉ प्रिया

स्तन किसी भी महिला के लुक को खास बनाते हैं। पर जैसे आप सभी अलग-अलग हैं, उसी तरह आपके स्तनों का साइज भी अलग-अलग होता है।
ब्रेस्ट साइज़ (Breast size) को लेकर अधिकतर गर्ल्स काफी कॉशियस रहती हैं। परफेक्ट फिगर की चाहत में कोई ब्रेस्ट के साइज को बढ़ाने के लिए उपाय करती हैं, तो कुछ गर्ल्स साइज़ को डिक्रीज़ करने की कोशिश में जुटी रहती है।
कम उम्र में लड़किया अक्सर बॉडी चेंजिज को लेकर परेशान रहती हैं। इसके चलते वे बेहतर लुक के लिए ब्रेस्ट सर्जरी की ओर बढ़ती है।

आमतौर पर गर्ल्स को शेपर्स के प्रयोग की सलाह दी जाती है। इसके अलावा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी ब्रेस्ट सर्जरी के कारण लेक्टेशन में परेशानी से होकर गुज़रना पड़ सकता है।

1. एक्सरसाइज़ :
हार्मोंनल इम्बैलेंस के कारण ब्रेस्ट में आने वाले बदलाव से निपटने के लिए योग और एक्सरसाइज का सहारा लेना चाहिए। नियमित तौर पर पुश अप्स करने से कंधों को मज़बूती मिलने लगती है। साथ ही स्टेमिना बिल्ट होता है और अपर बॉडी स्ट्राग बनती है।
इसके अलावा धनुरासन, भुजंगासन, स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज, रनिंग, स्विमिंग और डांसिग भी आपके शरीर को फायदा पहुंचा सकती है। इन सब के साथ साथ रोज़ाना चेस्ट प्रेस और चेस्ट फ्लाई एक्सरसाइज करने से भी आपकी ब्रेस्ट का साइज़ कम होता है।

2. खान पान में बदलाव :
खुद को फिट रखने के लिए अपनी डाइट में विटामिन्स, मिनरल्स और कैल्शियम को शामिल करें।ऑयली और हाई कैलोरी फूड को खाने से बचना चाहिए। आर्टिफिशल स्वीटनर से परहेज़ करें, जो वजन बढ़ने का कारण साबित होता है।
अगर आपको बार बार खाने की क्रेविगं होती है, तो उसे आप हेल्दी फूड से रिप्लेस कर सकते हैं। चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक की जगह ग्रीन टी, दालचीनी का पानी, नारियल पानी ओट्स, सूजी का चीला और मौसमी फल सब्जियां खाएं। मीठा खाना अवॉइड करें।

3. ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी :
ज्यादा फ्राइड और बाहर का खाना खाने से शरीर में फैट बढ़ने लगते है। स्वाभाविक तौर पर कैलोरी इनटेक बढ़ने से बैक बल्ज और ब्रैस्ट के फैट में भी बढ़ोतरी होने लगती है। ऐसे में रूटीन एक्सरसाइज़ और योग के ज़रिए अपने फैट्स को रिडयूज़ किया जा सकता है।
अगर कोशिशों के बाद भी जो पतले नहीं हो पाते है। वे सर्जरी का सहारा लेते हैं। इस बारे में डॉ शिवानी का कहना है कि 18 साल के बाद ही आप ब्रेस्ट सर्जरी के लिए रेडी हो सकती हैं.

4. सही साइज की ब्रा :
कुछ महिलाएं एक उम्र के बाद अपने पहनावे को लेकर सतर्क नहीं रहती है। ब्रेस्ट साइज के हिसाब से ब्रा न पहनने के चलते उनकी ब्रेस्ट सैगी होने लगती है। दरअसल, सपोर्ट न मिलने की वजह से ब्रेस्ट ढ़ीली और लटकने लगती है जो आपकी बॉडी फिगर को खराब करने का काम करती है।
ब्रा चुनते वक्त न तो बहुत ज्यादा खुली और न ही बहुत ज्यादा टाइट पहनने की गलती करें।
सही साइज की ब्रा पहलें ब्रा खरीदने से पहले अपनी ब्रेस्ट का नाप लें। साथ ही ब्रा का कप ब्रेस्ट को पूरा कवर करने वाला होना चाहिए। फैंसी ब्रा की जगह कम्फर्टेब्ल ब्रा का ही चुनाव करना चाहिए।

5. मसाज और ट्रीटमेंट :
नियमित तौर पर किसी भी तेल से ब्रेस्ट की मसाज करें। इससे न केवल साईज़ में फर्क नज़र आता है बल्कि ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होने लगता है।
अगर आपको मसाज की सही ट्रिक नहीं पता है तो सीखे, नहीं तो नुकसान संभव है. मर्द से गलत तरीके से या पशुवत, यंत्रवत अपना स्तन मर्दन कराना भी खतरनाक है. ढीलापन ही नहीं, गांठ और कैंसर तक संभव है.
डॉक्टरी सलाह के बाद ही कोई भी ट्रीटमेंट लें।

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