रीता चौधरी
मेल्स के लिए जहाँ मास्टरवेशन पेनिस की नसों को डेमेज कर नामर्दी देता है, वहीं फीमेल्स के लिए मूडबूस्टर बनकर सुकून की नींद.
पुरुषों की स्तम्भन शक्ति लगातार गिरती जा रही है. आज हजारों में से कोई एक ऐसा है जो स्त्री के बस-बस प्लीज कहने तक ऐक्टिव रह सके. बदचलन बनना, सेक्सटॉय यूज करना या पशु की हेल्प लेना स्त्री के लिए सर्वनाशक सावित होता है. ऐसे में हस्तमैथुन से बेहतर और निरापद ऑप्सन कोई नहीं है.
हालांकि, जिस प्रकार किसी भी चीज की अधिकता हानिकारक होती है, उसी प्रकार यदि आप जरूर से ज्यादा मास्टरबेशन कर रही हैं तो यह आपके लिए नुकसानदेह होता है। परंतु यदि आप इसे नियंत्रित रूप से करती है तो यह आपकी सेहत के लिए कई रूपों में फायदेमंद होता है।
मास्टरबेशन करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना भी बेहद महत्वपूर्ण जैसे कि हाइजीन। यदि आप मास्टरबेशन के दौरान उचित बातों का ध्यान नहीं रखती हैं, तो इन्फेक्शन जैसी परेशानियों का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में मास्टरबेशन करने के साथ-साथ इसे करने का सही तरीका मालूम होना जरूरी है।
सेक्स बुक की ऑथर, दी डिलाइटफुल इंटिमेसी ब्रांड की फाउंडर और सेक्स एजुकेटर लिजा मंगलदास ने मास्टरबेशन के फायदे बताते हुए इसे करने के सही तरीके पर बात की है।
आइए समझें मास्टरबेशन किस तरह होता है फायदेमंद :
*1. मूड बूस्टर :*
क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर भावना बर्मी के अनुसार मास्टरमेशन के दौरान डोपामाइन और एंडोर्फिन रिलीज होता है, जो प्लेजर प्राप्त करने में मदद करता है।
डोपामिन एक प्रकार का न्यूरोट्रांसमीटर है जो स्ट्रेस कम कर मुड़ इंप्रूव करने में आपकी मदद कर सकता है।
*2. वेजाइनल ड्राइनेस रिमूवर :*
रेगुलर सेक्स वेजाइनल ड्राइनेस को कम करने में मदद करता है, क्योंकि इस दौरान रिलीज होने वाला वेजाइनल डिसचार्ज वेजाइना को मॉइश्चराइज रखता है।
ठीक इसी प्रकार मास्टरबेशन भी महिलाओं में वेजाइनल ड्राइनेस में सुधार कर सकता है।
*3. अनिद्रा निवारक :*
मास्टरबेशन हो या सेक्स दोनों के दौरान रिलीज होने वाले ऑर्गेज्म मांसपेशियों में ऐंठन पैदा करते हैं.
मास्टरवेशन हार्ड रेट और ब्रीदिंग को बढ़ा देते हैं, जिसके कारण थकान महसूस होता है और आपको एक बेहतर नींद प्राप्त करने में मदद मिलती है।
*4. इम्यूनिटी बूस्टर :*
मास्टरबेशन के दौरान शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स का प्रोडक्शन बढ़ जाता है और शरीर में जितना ज्यादा वाइट ब्लड सेल्स होगा इम्यूनिटी उतनी बेहतर तरीके से काम करती है।
इन इम्यूनिटी बूस्टिंग सेल्स के इंप्रूव होने से शरीर के संक्रमित होने का खतरा कम हो जाता है।
ये हैं हेल्दी मास्टरबेशन के लिए कुछ जरूरी हाइजीन टिप्स :
*1. मास्टरबेशन के पहले हाथों की सफाई :*
हाथों पर विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस, धूल गंदगी आदि चिपके होते हैं। ऐसे में मास्टरबेशन से पहले अपने हाथ को अच्छी तरह साफ करना न भूलें, अन्यथा बैक्टीरिया और जर्म्स वेजिना में आसानी से प्रवेश कर और आपको इन्फेक्शन का शिकार बना सकते हैं।
इसके अलावा मास्टरबेशन के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह साफ करें, यह बिल्कुल बेसिक हाइजीन टिप है जिसकी जानकारी सभी महिलाओं को होनी चाहिए।
*2. नाखून छोटे और साफ होने जरूरी :*
ज्यादातर महिलाएं मास्टरबेशन के लिए अपने हाथ और उंगलियों का इस्तेमाल करती हैं ऐसे में हाथ साफ कर लेना काफी नहीं है, आपको अपने नाखूनों की सफाई पर भी ध्यान देने की पूर्ण आवश्यकता है। आखिर बड़े और खूबसूरत नाखून किसे पसंद नहीं होते, परंतु इसमें तमाम कीटाणु और जर्म्स जमा हो सकते हैं।
वेजाइना की त्वचा बेहद संवेदनशील होती है, ऐसे में यदि आप बड़े नाखून से मास्टरबेट कर रही हैं तो वेजाइनल कट का खतरा बना रहता है।
इसके अलावा फिंगर इंसर्ट करते वक्त आपकी वेजाइना की अंदरूनी त्वचा भी छिल सकती है, साथ ही साथ इन्फेक्शन और जर्म्स के वजाइना में प्रवेश करने का खतरा भी बढ़ जाता है। जो वेजाइनल इनफेक्शन, इन्फ्लेमेशन आदि के खतरे को बढ़ा देते हैं।
साथ ही इससे एसटीडी होने का खतरा भी बना रहता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है कि आपके नाखून पूरी तरह से साफ और छोटे हों.
*3. वैगन आदि का सही चयन और कंडोम :*
मास्टरबेट के दौरान आपको अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करना चाहिए। आप प्लेजर के लिए खीरा, बैगन आदि को शामिल कर सकती हैं, लेकिन इनके सही आकार का चयन करना बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए इस पर रिसर्च करें और सही को चुने.
कई बार ये योनि में टूटकर फंस जाते है. जूनून में स्पीड और तरीके का ध्यान नहीं रहता, इसलिए. उसे डबल कंडोम पहनाकर योनि में डालना चाहिए. अगर वह टूट भी जायेगा तो कंडोम के सहारे बाहर निकाल जा सकेगा. हॉस्पिटल नहीं जाना पड़ेगा.
*4. सही लुब्रिकेंट चुनें :*
मल्टीपल लुब्रिकेंट वेजाइना और रेक्टम के सेल लाइनिंग को डैमेज कर सकते हैं, जिसकी वजह से एसटीआई का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा केमिकल युक्त लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करने से कई बार महिलाओं को एलर्जी रिएक्शन का सामना करना पड़ता है।
ऐसे में ल्यूब का चयन सोच समझ कर करें। यदि आप पूरी तरह सुरक्षित रहना चाहते हैं, तो घरेलू ल्यूब जैसे कि कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं।
*5. नहीं करें केले और सब्जियों का इस्तेमाल :*
कई महिलाएं मास्टरबेशन के लिए जुकिनी, केला, लौकी जैसे फल और सब्जियों का इस्तेमाल करती हैं। यदि आप भी उनमें से एक हैं तो फौरन ऐसा करना बंद कर दें। इन पर कई सारे पेस्टिसाइड स्प्रे किए जाते हैं यदि आप यह सोचती हैं कि इसे पानी से साफ करने से इस पर मौजूद बैक्टीरिया और जर्म खत्म हो जाते हैं, तो यह पूरी तरह गलत है।
यह आपकी वेजाइना को गंभीर संक्रमण का शिकार बना सकते हैं। इसलिए किसी भी स्थिति में इनका इस्तेमाल करने से बचें।
*6. मास्टरवेशन के बाद टॉयलेट जरूरी :*
जिस प्रकार पेनिट्रेटिव सेक्स के बाद यूरिन पास करने को प्राथमिकता दी जाती है, ठीक उसी प्रकार मास्टरबेशन के बाद भी आपको यूरिन पास करना चाहिए।
ऐसा करने से वेजाइना में मौजूद बैक्टीरिया और जर्म ब्लैडर में प्रवेश किये बिना बाहर निकल आते हैं और संक्रमण का खतरा बिल्कुल कम हो जाता है।
*7. वेजाइना और एनल प्लेजर के मिक्सप से बचें :*
मास्टरबेशन के दौरान जब आप वेजाइना के साथ गतिविधियां कर रही होती हैं, तो उस दौरान अपने हाथ और उंगलियों से एनल एरिया को स्टिम्युलेट न करें।
ऐसे में एनल बैक्टीरिया के वेजाइना में प्रवेश करने से यूटीआई और अन्य संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
*8. पीरियड मास्टरबेशन :*
ज्यादातर महिलाएं पीरियड्स के दौरान मास्टरबेशन को अवॉइड करती हैं परंतु पीरियड्स में मास्टरबेट करना बिल्कुल भी नुकसानदेह नहीं है।
यह पीरियड्स के दर्द से राहत पाने में आपकी मदद कर सकता है। इस दौरान वेजाइनल संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है इसलिए मास्टरबेट करते वक्त हाइजीन का विशेष ध्यान रखें।
यदि आप टैम्पोन या मेंस्ट्रूअल कप का इस्तेमाल करती हैं, तो मास्टरबेट करने से पहले इन्हें निकालना न भूलें। इस दौरान की जाने वाली गतिविधियां आपके टैम्पोन को अंदर की ओर धकेल सकती है। जिससे कि इसे बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है।