@सत्येन्द्र हर्षवाल
न दिन में चेन न रात को सुकु हे साकी ये कैसा हम पे इश्क का जुनून है साकी
जब से मध्य प्रदेश में अहाते बंद हुवे है मदिरा प्रेमी रुआँसे से है, कहा पीए, कैसे पिए, बच के,,,,,,,,दरअसल शिवराज सिंह के शासन में इन्दोर के सभी अहाते प्रतिबंधित कर दिए गए थे,या यूं कहें कि अपने ही घर से साकियो को बेदखल कर दिया गया था, इस दुनिया मे अगर सही गलत पर चर्चा होगी तो अंत राजा हरिश्चंद्र पर खत्म होगा, क्यो की सत्यवादी इस हमाम में कोई नही है,जो सच को सच ओर झूट को झूठ कह सके,बहरहाल, की भगवा ब्रिगेडियर महिला जो पूर्व मुख्य मंत्री रही है ने कुछ ऐसा अभियान चलाया था की शिव को इसका रास्ता निकालना पड़ा,था अब रास्ते से पत्थर तो हटाना ही पड़ेगा तो कवायद की गई कि इसका तोड़ यह है कि अहाते ही बंद कर दिए जाए,कई लोग बेरोजगार हो गए (अल्प समय के लिए) नेताओ की रचना कुछ भी हो ईश्वर की रचना यही है की उसने अगर चोच दी है तो दाना भी देना उसकी जिम्मेदारी है,(अहाते से जुड़े कामगार के लिए ) खेर,अब सभी मदिरा प्रेमियों को यही आस है कि अब जल्द ही अहाते खुल जाएंगे,सम्भवतः मार्च में ओर हो भी क्यो ना आखिर उम्मीद पर तो दुनिया कायम है।
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