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आयुष्मान योजना में इंदौर के २ मेडिकल कॉलेजों सहित 5 अस्पतालों को मिला जीवनदान

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  • अकेले अरबिंदो ने 65 करोड़ में किया 25 हजार लोगों का इलाज
  • शहर के 38 अस्पतालों को मिले मात्र 3 करोड़ 57 लाख
  • 167 करोड़ के बिल में से मात्र 2 करोड़ 56 लाख के बिल रिजेक्ट
  • 60 प्रतिशत केन्द्र सरकार तो 40 प्रतिशत राशि राज्य ने चुकाई
  • अकेले अरबिंदो ने 65 करोड़ में किया 25 हजार लोगों का इलाज
  • एमवाय ने 32 हजार लोगों के इलाज का 31 करोड़ का बिल दिया तो इंडेक्स ने 5291 मरीजों का इलाज कर केवल 9 करोड़ अर्जित किए
  • 5 हजार मरीजों का इलाज कर इंडेक्स को मिले 9 करोड़

इंदौर। केन्द्र सरकार की आयुष्मान योजनाने गरीबों का जितना भला किया उससे ज्यादा जीवनदान अस्पतालों को मिल गया। इंदौर जिले की बात करें तो शहर के सबसे बड़े सरकारी हास्पिटल एमवाय (MY) के बाद उसकी टक्कर के विख्यात प्राइवेट अरबिंदो मेडिकल कालेज ने 25 हजार लोगों का इलाज कर 65 करोड़ से ज्यादा की राशि अर्जितकर ली। हालांकि शहर का दूसरा निजी मेडिकल कालेज इंडेक्स 5291 मरीजों का इलाज कर मात्र 9 करोड़ ही कमा पाया।
सरकार द्वारा आयुष्मान कार्डधारियों का नि:शुल्क इलाज करने के लिए इंदौर में 46 शासकीय व निजी अस्पतालों को चिह्नित किया गया है। इन अस्पतालों ने अभी तक 85 हजार से अधिक आयुष्मान कार्डधारियों का इलाज कर सरकार को 167 करोड़ 69 लाख के बिल सौंपे हैं, जिनमें से 80 हजार 445 मरीजों के क्लेम मंजूर कर लिए गए हैं और 73 हजार 871 मरीजों के इलाज के एवज में 138 करोड़ 95 लाख रुपए का भुगतान विभिन्न अस्पतालों को कर दिया गया है। शेष राशि का भुगतान अभी किया जाना है। यह राशि शासन द्वारा वर्ष 2018 से शुरू की गई आयुष्मान योजना के अंतर्गत अभी तक विभिन्न अस्पतालों में मरीजों के इलाज पर खर्च की गई है, जिसमेें से 60 प्रतिशत राशि का भुगतान केन्द्र सरकार द्वारा तो 40 प्रतिशत राशि का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है।

157 करोड़ में से मात्र 33 करोड़ मिले 3 सरकारी अस्पतालों को
आयुष्मान कार्डधारियों (Ayushman card holders) का सबसे ज्यादा इलाज करने वाले शहर के 8 अस्पताल (Hospital)हैं। इनमें से 3 सरकारी व 5 प्राइवेट हास्पिटल हैं। इनमें इंदौर शहर के सबसे बड़े एमवाय हास्पिटल के साथ ही कैंसर हास्पिटल और पीसी सेठी अस्पताल शामिल हैं, लेकिन प्राइवेट अस्पतालों को जहां 125 करोड़ रुपए सरकार ने चुकाए, वहीं इन तीन सरकारी अस्पतालों को मात्र 33 करोड़ 62 लाख की राशि मिली है। इसके बाद शहर के पांचों हास्पिटल को सर्वाधिक भुगतान हुआ। इनमें से अरबिंदो अस्पताल को 65 करोड़ में से 56 करोड़ 8 लाख 86 हजार, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज को 8 करोड़ 74 लाख में से 5 करोड़ 70 लाख का भुगतान हुआ। इंडेक्स के अभी 3 करोड़ रुपए बकाया हैं। इसके अलावा मेडीस्क्वेयर को 4 करोड़ 83 लाख 3, रेटीना स्पेशलिटी को 2 करोड़ 44 लाख 459 हजार तथा चोइथराम नेत्रालय को 1 करोड़ 48 लाख से अधिक रुपए जारी किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार इन आठ अस्पतालों ने वर्ष 2018 से लेकर अभी तक 81 हजार 864 आयुष्मान कार्डधारियों का नि:शुल्क इलाज किया है। योजना के अंतर्गत इंदौर जिले में वर्ष 2018 से लेकर अभी तक 93 हजार आयुष्मान कार्डधारी मरीजों का इलाज किया जा चुका है। इनमें से 86 हजार मरीजों का क्लेम सबमिट हुआ था, जिनमें से 80 हजार मरीजों का क्लेम फाइनल होने पर सरकार द्वारा विभिन्न अस्पतालों को एक अरब 39 करोड़ रुपए भी जारी कर दिए हैं।

8 अस्पतालों ने जहां 154 करोड़ वसूले, वहीं शहर के 38 अस्पतालों को मिले 3 करोड़ 57 लाख
शासन द्वारा शहर के 38 और अस्पतालों को भी 3 करोड़ 57 लाख से अधिक की राशि जारी की गई है। जिन अस्पतालों को राशि जारी की गई है, उनमें यूनिक सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल, ज्योति अस्पताल, न्यू देलही, वेदांत, रोहित आई केयर सेंटर, राजेश आई केयर सेंटर, आई स्टाइल हास्पिटल, चोइथराम रिसर्च सेंटर, श्रीमती लक्ष्मीदेवी हास्पिटल, वेदांत आशादीप एवं चरक अस्पताल सहित अन्य अस्पताल हैं।

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