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8 ट्रेनें अब भी बंद यात्रियों पर 13 लाख रुपए रोज का बोझ; अन्य मंडलों में सारी नियमित ट्रेनें शुरू, इंदौर ही पिछड़ा

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इंदौर

कोरोना की तीसरी लहर का असर अब कम होने लगा है। दूसरे सभी मंडलों में सारी एक्सप्रेस, पैसेंजर, डेमू-मेमू ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया, लेकिन इंदौर की एक एक्सप्रेस और सात पैसेंजर, डेमू ट्रेनों का संचालन अब भी बंद है। ट्रेनें बंद होने से यात्रियों को बस में ज्यादा किराया देकर सफर करना पड़ रहा है। सात हजार से ज्यादा यात्रियों के हर दिन सवा 13 लाख रुपए इस अतिरिक्त किराए में खर्च हो रहे हैं।

ट्रेनें बंद होने से ऐसे पड़ा यात्रियों पर असर

  • इंदौर-गांधीधाम एक्सप्रेस : हर दिन 4 लाख रुपए ज्यादा लग रहे
  • ट्रेन में हर दिन औसत 750 से 800 यात्री सफर करते हैं। स्लीपर का किराया 435 रुपए है। यात्रियों के हर दिन 250 से 400 रुपए बस से ज्यादा लग रहे हैं। यानी आने-जाने में करीब 4 लाख रुपए रोज ज्यादा लग रहे।
  • ट्रेन बंद। यात्रियों के पास विकल्प, यहां से अहमदाबाद जाएं और फिर वहां से गांधीधाम।
  • परेशानी यह भी : अहमदाबाद से बस से जाने में तीन घंटे का अतिरिक्त समय लग रहा है।

पैसेंजर और डेमू ट्रेनें : हर दिन 9 लाख 30 हजार अतिरिक्त लग रहे

  • कहां से कहां मंथली पास
  • इंदौर से देवास 185
  • इंदौर से नागदा 355
  • इंदौर से उज्जैन 270
  • इंदौर से रतलाम 440
  • इंदौर से महू 185
  • यानी मंथली पास से 6 हजार यात्रियों के ट्रेन से औसत रोज 54 हजार रुपए लगते हैं।

बस से एक यात्री को औसत 164 रु आने-जाने में लग रहे

  • कहां से कहां किराया
  • इंदौर से देवास 50
  • इंदौर से नागदा 90
  • इंदौर से उज्जैन 75
  • इंदौर से रतलाम 170
  • इंदौर से महू 25
  • यानी 6 हजार यात्रियों के औसत रोज 9 लाख 84 हजार रुपए लग रहे। यानी पैसेंजर और डेमू ट्रेनें बंद होने से यात्रियों को हर दिन आने-जाने में 9 लाख 30 हजार रुपए अतिरिक्त वहन करना पड़ रहे हैं।

ट्रेनों को प्राथमिकता में शुरू कराना चाहिए

रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य जगमोहन वर्मा के अनुसार, मामले में रेलवे अधिकारी सिर्फ यह कहकर बच रहे हैं कि प्रस्ताव भेज दिया है। रतलाम रेल मंडल की ज्यादातर पैसेंजर ट्रेनें बंद हैं। यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में उन्हें पैसेंजर, डेमू ट्रेनें नहीं होने से एक्सप्रेस ट्रेनों में ज्यादा किराया देकर सफर करना पड़ रहा है।

रेलवे बोर्ड की अनुमति मिलते ही बची ट्रेनें भी शुरू कर देंगे

दूसरे मंडलों ने सारी ट्रेनें शुरू कर दी? इंदौर की आठ ट्रेनें बंद क्यों?
– रेलवे ने 48 ट्रेनें शुरू कर दी हैं। सिर्फ पैसेंजर और कुछेक ट्रेनों का संचालन ही बंद है।

इनका संचालन क्यों बंद है?
– रेलवे बोर्ड की अनुमति मिलते ही ट्रेनों का संचालन शुरू कर देंगे। मंडल ने इन ट्रेनों को शुरू करने का प्रस्ताव भी भेज दिया है।

संचालन कब तक शुरू होगा?
– सभी ट्रेनों का संचालन जल्द शुरू होगा। यात्रियों की मांग लगातार मुख्यालय भेज रहे हैं।
(रेलवे पीआरओ खेमराज मीना)

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