डॉ. प्रिया
आजकल लहसुन का ट्रेंड काफी ज्यादा वायरल हो रहा है। लोगों का कहना है कि लहसुन खाने से ग्लास स्किन मिलती है। एक स्वस्थ और ग्लोइंग स्किन के लिए सभी को नियमित रूप से एक से दो लहसुन की कलियों का सेवन करना चाहिए।
तो क्या ऐसा सही में हो सकता है? क्या लहसुन की कलियों का सेवन त्वचा में ग्लो लाता है? चलिए डॉक्टर से जानते हैं, त्वचा पर लहसुन की कलियों का प्रभाव।
एक से दो लहसुन की कलियों का सेवन त्वचा को कई फायदे दे सकता है। खासकर इन्हे ग्लास स्किन के लिए बेहद खास माना जाता है। त्वचा संबंधी समस्याओं के उचित उपचार के तौर पर लहसुन की कलियों को चबाकर खाने की सलाह दी जाती है।
गार्लिक में कई बायोलॉजिकल प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। वहीं गार्लिक खाने से बॉडी को एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इन्फ्लेमेटरी और इम्यूनिटी बिल्डिंग प्रॉपर्टीज मिलती हैं। जबकि स्किन पर इसका टॉपिकल इस्तेमाल सोरायसिस, एलोपेसिया, स्किन एजिंग जैसी समस्याओं में कारगर होता है। इसका इस्तेमाल स्किन को रिजुवनेट करने में भी किया जा सकता है।
त्वचा संबंधी समस्याओं से निजात पाने के लिए आप इसे बेफिक्र होकर अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है। परंतु यह रातों-रात काम नहीं करता, एक स्वस्थ और ग्लोइंग स्किन के लिए आपको इसे नियमित रूप से लेने की आवश्यकता होती है। उचित परिणाम के लिए कंसिस्टेंसी बहुत जरूरी है।
*त्वचा के लिए लहसुन के फायदे :*
लहसुन को एक बेहद पुराने फ्लेवरिंग एजेंट के तौर पर जाना जाता है और इसका उपयोग पिछले आठ हजार वर्षों से मनुष्यों द्वारा किया जा रहा है। दुनिया भर में लहसुन की 450 से अधिक किस्में पाई जाती हैं, लेकिन इसकी खोज सबसे पहले भारत में हुई थी, जहां से यह अन्य देशों में फैल गई।
लहसुन के कई लाभों में से एक यह है कि ये एक एंटीसेप्टिक है, और इसने वर्ल्ड वॉर 1 और वर्ल्ड वॉर 2 के दौरान घाव के संक्रमण को ठीक करने में मदद की थी।
*1. प्रीमेच्योर एजिंग निरोधक :*
प्रीमेच्योर एजिंग एक ऐसी समस्या है, जिससे कई महिलाएं परेशान हैं। प्रदूषण, यूवी रेज का संपर्क और अनहेल्दी लाइफस्टाइल, सभी फ्री रेडिकल्स को बढ़ावा देते हैं, जिससे कि स्किन सेल्स डैमेज हो जाते हैं और प्रीमेच्योर एजिंग की स्थिति देखने को मिलती है।
सुबह खाली पेट शहद और नींबू पानी के साथ लहसुन की सिर्फ एक कली का सेवन आपकी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
*2. एक्ने रिमूवर :*
लहसुन की एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज इसे एक्ने और पिंपल के इलाज के लिए एक उत्कृष्ट कंपोनेंट बनाते हैं।
जब इसे एक्ने पर लगाया जाता है, तो यह पोर्स के अंदर गहराई तक बसे बैक्टीरिया को मारता है और सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं, इसका एंटी बैक्टिरियल और एंटी फंगल प्रभाव ब्लड को प्यूरीफाई करता है, जिससे की त्वचा पूरी तरह से स्वस्थ रहती है।
इनके टॉपिकल इस्तेमाल के लिए लहसुन की कुछ कलियों का रस निकालें, इसे पतला करने के लिए शहद की कुछ बूंदें मिलाएं और रुई की मदद से मुंहासों पर लगाएं। इसे पांच मिनट से ज्यादा देर तक न लगाएं और फिर पानी से धो लें।
यह सूजन और रेडनेस को कम करने में मदद करेगा और इसका नियमित इस्तेमाल आपको साफ़ और बेदाग त्वचा देगा। इसके इस्तेमाल से दाल धब्बों को भी कम करने में मदद मिलती है।
*3. पोर्स को मिनिमाइजर :*
स्किन पोर्स का बड़ा होना एक आम समस्या है, लेकिन अपनी त्वचा पर लहसुन का उपयोग करके आप इनलार्ज पोर्स को अलविदा कह सकती हैं।
लहसुन में कई खास प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो पोर्स को मिनिमाइज करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही आप इसे स्किन पर टॉपीकली भी अप्लाई कर सकती हैं।
फेस मास्क बनाने के लिए आधे टमाटर और 4 लहसुन की कलियों का पेस्ट बना लें।
इस टमाटर और लहसुन के पेस्ट को अपने पूरे चेहरे पर लगाएं और 20 मिनट के बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें। अपने चेहरे को थपथपाकर सूखने से पहले अपने चेहरे पर थोड़ा ठंडा पानी छिड़कें। यह फेस मास्क आपकी त्वचा में कसाव लाएगा और रोमछिद्रों को छोटा करेगा।