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प्रशासनिक कमान किसके हाथ…. जैन और राजौरा में से एक मध्यप्रदेश के नए सीएस  

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वर्तमान सीएस वीरा राणा को एक्सटेंशन देने के मूड में नहीं है सरकार

भोपाल। मध्यप्रदेश में नए सीएस की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। वर्तमान सीएस 1988 बैच की आईएएस वीरा राणा सितंबर में ही रिटायर हो रही हैं। पहले चर्चा चल रही थी कि उन्हें एक्सटेंशन मिलने वाला है, लेकिन अब नए नाम पर बात हो रही है। कहा जा रहा है कि दो नाम दिल्ली भेज दिए गए हैं। अब जल्द ही फैसला हो जाएगा।

भोपाल मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सीएम डॉ.मोहन यादव ने अनुराग जैन और डॉ. राजेश राजौरा का नाम दिल्ली भेजा है। 1989 बैच के अनुराग जैन फिलहाल दिल्ली में ही सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में प्रतिनियुक्ति पर सचिव हैं। वहीं 1990 बैच के डॉ. राजेश राजौरा वर्तमान में सीएम के अपर मुख्य सचिव हैं। इन दोनों नामों के भेजे जाने से यह तय है कि अब वर्तमान सीएस वीरा राणा को एक्सटेंशन नहीं मिलने वाला।

पिछली बार भी थी जैन के नाम की चर्चा

पिछली बार जब सीएस के नामों पर चर्चा हो रही थी तो अनुराग जैन का नाम तय माना जा हा था, लेकिन दिल्ली से अनुमति नहीं मिली थी। इस बार कहा जा रहा है कि बाधाएं दूर हो गई हैं और दिल्ली से अनुमति मिलने में कोई परेशानी नहीं है। कुछ समय पहले जैन की सीएम यादव से मुलाकात भी हुई है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जैन के नाम पर मुहर लग सकती है।

राजौरा के भी सीएम से अच्छे संबंध

वर्तमान में सीएम के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा का नाम इसलिए भी चर्चा में है कि उनके सीएम से अच्छे संबंध हैं। मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि सीएम और राजौरा के संबंध को देखते हुए उनके नाम पर सहमति के ज्यादा चांस हैं। इन सबसे अलग 1990 बैच के आईएएस व अपर मुख्य सचिव गृह एसएन मिश्रा भी सीएस की कुर्सी तक पहुंचने के प्रयास में लगे हैं।

फिलहाल डॉ. राजौरा से सात अधिकारी सीनियर

अब डॉ. राजेश राजौरा ही अगले मुख्य सचिव होंगे भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की वरिष्ठता सूची पर अगर गौर किया जाए तो फिलहाल डॉ. राजौरा से सात अधिकारी सीनियर हैं, जिनमें तीन की पदस्थापना मंत्रालय में होने से डॉ. राजौरा के मुख्य सचिव बनने पर बाहर पदस्थ किया जाना जरूरी है इनमें तीन अधिकारियों में दो अधिकारी विनोद कुमार और जेएन कंसोटिया को इस आदेश में मंत्रालय से बाहर पदस्थ कर दिया गया।

अब बाकी बचे पांच अधिकारियों में 1988 बैच के संजय बंदोपाध्याय पहले से मंत्रालय से बाहर कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हैं। 1988 बैच की ही मुख्य सचिव वीरा राणा भी हैं और उन्हें मिले एक्सटेंशन के अनुसार वे सितंबर तक रह सकती हैं। लेकिन, मंत्रालय के गलियारों की चर्चा पर भरोसा किया जाए तो वे 30 जून को रिटायर हो सकती हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें बीपी सिंह के स्थान पर राज्य निर्वाचन आयुक्त बनाया जा रहा है, जो 30 जून को अपने पदभार से मुक्त हो रहे हैं।

इसके बाद आते हैं 1989 बैच के अनुराग जैन, जो भारत सरकार में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ होकर रोड ट्रांसपोर्ट और हाइवे मंत्रालय के सचिव हैं। इसी बैच के ही आशीष उपाध्याय भी भारत सरकार में नेशनल कमीशन फॉर बैकवर्ड क्लासेस में पदस्थ हैं। इसी बैच के मोहम्मद सुलेमान भी डॉ. राजोरा से सीनियर हैं। माना जा रहा है कि जब वीरा राणा रिटायर होंगी, तो उन्हें बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इस तरह वे भी मंत्रालय से बाहर पदस्थ हो जाएंगे।

यह परंपरा रही है कि मुख्य सचिव से कोई भी वरिष्ठ अधिकारी मंत्रालय में पदस्थ नहीं होता है। इसलिए माना जा रहा है कि उसी कवायद के चलते ही पिछले दिनों जारी वरिष्ठ IAS अधिकारियों की तबादला सूची में जेएन कंसोटिया और विनोद कुमार को मंत्रालय से बाहर पदस्थ किया गया है। जबकि शेष अधिकारियों में अब केवल अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ही ऐसे बचे हैं, जो डॉ. राजौरा से सीनियर हैं और जिनकी पदस्थापना अभी होना शेष है।

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