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ब्लड डिटॉक्सिंग के लिए दवा और सप्लीमेंट्स से पहले आजमाएं  सुपरफूड्स

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       डॉ. प्रिया 

वातावरण में बढ़ रहे प्रदूषण के प्रभाव, खानपान और नियमित गतिविधियों के कारण खून में टॉक्सिन्स जमा होने लगता है। ब्लड में टॉक्सिन्स के बढ़ने से बॉडी ऑर्गन्स का नुकसान होता है, इसलिए समय समय पर बॉडी को डिटॉक्स करना बहुत जरुरी है। 

     ऐसे कई महत्वपूर्ण खद्य पदार्थ हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से अपने ब्लड और बॉडी को डिटॉक्स कर सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों के सेवन से ब्लड में जमे टॉक्सिक पदार्थों को रिमूव करने में मदद मिलती है जिससे आपका शरीर पूरी तरह से स्वस्थ रहता है। 

*ब्लड डिटॉक्सिफिकेशन और प्यूरिफिकेशन का महत्व :* 

     ब्लड शरीर के सभी ऑर्गन्स के सेल्स को सही से कार्य करने के ऑक्सीजन और पोषक तत्व ट्रांसफर करता है। यह फेफड़ों के माध्यम से ऑक्सीजन ले जाता है और कार्बन डाइऑक्साइड को समाप्त करता है। ब्लड प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट और हार्मोन का परिवहन करता है। 

     यह शरीर के पीएच संतुलन को बनाए रखता है और शरीर के तापमान को भी नियंत्रित करता है। ब्लड डिटॉक्सिफिकेशन से त्वचा की परेशानी सहित सेहत संबंधी कई अन्य समस्यायों का खतरा कम हो जाता है।

       ब्लड डिटॉक्सिफिकेशन में इमप्योर ब्लड के कारण होने वाली विभिन्न स्वास्थ्य और त्वचा संबंधी स्थितियों के जोखिमों को समाप्त करने में सहायता करता है। रक्त की स्वस्थ आपूर्ति किडनी, हृदय, लिवर, फेफड़े और लसीका प्रणाली जैसे प्रमुख अंगों और उनके कार्यों को प्रभावित करती है। रक्त शोधन शरीर में हानिकारक विषाक्त पदार्थों के कारण होने वाली सूजन को कम करने में भी मददगार होता है।

      यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। इन सभी कार्यों को करने के लिए, इसे शुद्ध करने की आवश्यकता होती है।

*1. नींबू का रस :*

    नींबू का रस सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है क्योंकि यह रक्त एवं पाचन तंत्र को साफ करने में मदद करता है। नींबू की एसिडिक प्रवृति इसे शरीर में प्राकृतिक पीएच स्तर को संतुलित रखने और टॉक्सिन्स को खत्म करने में मदद करती हैं। 

      यह शरीर के खराब बैक्टीरिया, वायरस और अन्य टॉक्सिक पदार्थों के लिए अल्कलाइन वातावरण बनाते हैं। एक कप गर्म पानी में नींबू के रस की कुछ बूंदें डालकर घर पर ही नींबू पानी बना सकती हैं। आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और रक्त को डिटॉक्सीफाई करने के लिए आपको खाली पेट नींबू का रस पीना चाहिए।

*2. चुकंदर का रस :*

चुकंदर का रस ब्लड प्यूरिफिकेशन के प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है। वहीं ब्लड फ्लो और ब्लड काउंट बढ़ाने के लिए लोग इसे सालों से पीते आ रहे हैं। हमारे बुजुर्गों ने हमेशा हमें चुकंदर खाने की सलाह दी है, क्योंकि यह शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है। 

      चुकंदर का रस स्वादिष्ट होता है और शरीर में शुद्ध रक्त प्रवाह सुनिश्चित करने में मदद करता है। यह रक्त को शुद्ध करने वाला भोजन है, जो भारत में व्यापक रूप से उपलब्ध होता है। इसका सेवन किसी भी रूप में किया जा सकता है, लेकिन ज्यादातर लोग चुकंदर का रस पीना पसंद करते हैं.

*3. एवोकाडो :*

खून को साफ करने के लिए सबसे अच्छे प्राकृतिक खाद्य पदार्थों में से एक है एवोकाडो। यह आर्टरीज को नष्ट करने वाले टॉक्सिक पदार्थों को निकालने में सहायता करता है।      

     एवोकाडो में भरपूर मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के हानिकारक प्रभावों से होने वाले नुकसान से प्रोटेक्ट करते हैं। इतना ही नहीं एवोकाडो ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक बेहतरीन स्रोत है।

*4. ब्रोकली :*

ब्रोकली को सबसे अच्छे प्राकृतिक खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकाल सकता है। 

      इसमें कैल्शियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन सी, पोटेशियम, मैंगनीज, फॉस्फोरस और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो ब्लड को डिटॉक्सीफाई करने और इम्युनिटी को बूस्ट करने में आपकी मदद करते हैं। अपने सलाद में ब्रोकली शामिल करें, इस प्रकार आपको स्वस्थ खून प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

*5. हल्दी :*

हल्दी एक प्रभावी रक्त शोधक खाद्य पदार्थ है, जो सूजन से लड़ने में मदद करता है और लिवर के कार्य को बढ़ावा देने में सहायता करता है। इसमें करक्यूमिन नामक एक सक्रीय यौगिक पाया जाता है, जो प्रकृति में एंटी बैक्टीरियल होता है। 

     हल्दी वाला दूध न केवल रेड ब्लड सेल्स और आवश्यक पोषक तत्वों को उत्पन्न करता है, बल्कि सबसे अच्छे रक्त शोधक सिरप के रूप में कार्य करता है।

*6. गाजर :*

ब्लड क्लींजिंग खाद्य पदार्थों की बात करें तो गाजर एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। गाजर विटामिन ए, पोटेशियम, फाइबर, बायोटिन, विटामिन सी, मैंगनीज, पैंटोथेनिक एसिड, फोलेट, फॉस्फोरस, विटामिन बी और मोलिब्डेनम का एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक स्रोत है।

     गाजर में मौजूद फाइबर आंतों के मार्ग को साफ करने में मदद करते है। वहीं गाजर में मौजूद विटामिन ए डर्मिस को गाढ़ा और उत्तेजित कर सकता है, जहां कोलेजन, इलास्टिन और ब्लड वेसल्स मौजूद होती हैं। गाजर रक्त को साफ़ करने के साथ ही त्वचा की सतह पर ब्लड फ्लो को बढ़ा देता है।

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