इंदौर शहर स्वच्छता के बाद अब जल संरक्षण के क्षेत्र में भी देश भर में अपना परचम फहरा रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में इंदौर को पांचवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार के वेस्टर्न जोन में बेस्ट डिस्ट्रिक्ट कैटेगरी का प्रथम पुरस्कार दिया है।
जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग ने 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार, 2023 के लिए 09 श्रेणियों में संयुक्त विजेताओं सहित 38 विजेताओं की घोषणा की गई थी। जिनमें सर्वश्रेष्ठ राज्य, जिला, ग्राम पंचायत, शहरी स्थानीय निकाय, स्कूल या कॉलेज, उद्योग, जल उपयोगकर्ता संघ और सर्वश्रेष्ठ नागरिक समाज शामिल हैं। इंदौर को इसमें से बेस्ट डिस्ट्रिक्ट कैटेगरी का प्रथम पुरस्कार मिला है।
कलेक्टर ने शहरवासियों को दी बधाई
राष्ट्रीय जल पुरस्कार लेने गए इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने इस पुरस्कार को पाने के बाद शहरवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार शहर के समर्पण और कड़ी मेहनत का परिणाम है। शहर जल संरक्षण के क्षेत्र में और अधिक काम करेगा।
जिला पंचायत की ओर से किया गया था नॉमिनेशन
जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन ने बताया कि अवॉर्ड के लिए जिला पंचायत की ओर से नॉमिनेशन किया गया था। हमने जिले की नदियों के कैचमेंट एरिया में जल संवर्धन ट्रीटमेंट के लिए प्लानिंग की थी। ग्राम पंचायत वार जीआईएस आधारित योजना तैयार की गई। इससे कनाड, कारम, अजनार, चोरल, बालम नदियों के जल प्रवाह और संग्रहण क्षमता में वृद्धि हुई। इंदौर को 10 में से 10 अंक मिले थे। मई 2024 में इसके लिए जो टीम आई थी, उसने ग्राम मलेंडी, बड़िया, बुरालिया, जाम बुजुर्ग में गर्मी के दिनों में भी नदियों में बहता पानी देखा था।
एक लाख से अधिक घरों में लगा रूफटॉप वाटर सिस्टम
जिला प्रशासन द्वारा इंदौर जिले में मौजूद नदियों को पुनर्जीवित करने का काम किया गया है। वाटर सेविंग अभियान के तहत 841 लीच पिट और 451 सोक पिट का निर्माण किया गया है। एक लाख से अधिक घरों में रूफटॉप वाटर सिस्टम लगाने और पुरानी जल संरचनाओं के नवीनीकरण जैसे कई महत्वपूर्ण काम किए गए हैं। किसानों को भी कई सुविधाएं प्रदान करके कृषि में जल संरक्षण को बढ़ावा दिया गया है। हरियाली महोत्सव के दौरान जिले में 20 लाख से अधिक पौधों का रोपण किया गया है।