केरल में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। मामला चूंकि नौकरशाही से जुड़ा है इसलिए और ज्यादा संवेदनशील हो गया है। तिरुवनंतपुरम शहर पुलिस ने एक आईएएस अधिकारी द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद जांच शुरू की है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि उनका फोन हैक कर लिया गया था और उन्हें कई नए व्हाट्सएप ग्रुप्स का एडमिन बना दिया गया था। इनमें दो अलग-अलग समूह भी शामिल थे, जिनमें एक हिंदू और दूसरा मुस्लिम समुदाय के अधिकारियों के लिए था।
शिकायतकर्ता, आईएएस अधिकारी के गोपालकृष्णन, केरल में उद्योग और वाणिज्य के निदेशक हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके फोन के हैक होने के बाद “मल्लू हिंदू ऑफिसर्स” और “मल्लू मुस्लिम ऑफिसर्स” नाम के दो व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए। गोपालकृष्णन ने ग्रुप के सदस्यों को जानकारी दी कि किसी ने उनके फोन पर नियंत्रण कर लिया है और 11 ग्रुप्स बना दिए हैं।
“मल्लू हिंदू ऑफिसर्स” ग्रुप का गठन 30 अक्टूबर को हुआ था और इसमें वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को जोड़ा गया, जो हिंदू समुदाय के थे। हालांकि, इसे कुछ घंटों के भीतर ही हटा दिया गया क्योंकि कई अधिकारियों ने इस तरह के ग्रुप की वैधता पर ही सवाल खड़े कर दिए। विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए गोपालकृष्णन ने कहा, “एक और ग्रुप, ‘मल्लू मुस्लिम ऑफिसर्स’, भी बनाया गया, जिसमें मैं एडमिन था। साथियों ने सतर्क किया तो मैंने सभी ग्रुप हटा दिए।”
सोमवार को उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शहर पुलिस आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक स्पर्जन कुमार ने कहा, “आज हमें अधिकारी से शिकायत मिली है। जांच प्रारंभिक स्तर पर है। चूंकि ग्रुप्स हटा दिए गए हैं, हमने व्हाट्सएप से जानकारी मांगी है। तभी हम यह जान सकेंगे कि क्या ये ग्रुप्स फोन हैक होने के बाद बनाए गए थे।”
साथ ही, यह भी पता चला है कि सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आईएएस अधिकारी से इन ग्रुप्स के निर्माण के बारे में स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
उद्योग मंत्री पी राजीव ने कहा, “सरकार इस मामले की जांच करेगी। अगर ये ग्रुप धर्म के आधार पर बनाए गए हैं, तो यह एक गंभीर मामला है। जांच पूरी होने दें।”
सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने जांच पूरी होने से पहले इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
कांग्रेस के विपक्षी नेता वी डी सतीशन ने कहा कि ऐसे ग्रुप्स का निर्माण राज्य का अपमान है। “सीपीआई नेता एनी राजा ने पहले आरोप लगाया था कि आरएसएस के तत्व पुलिस में प्रवेश कर गए हैं। अब हम आईएएस अधिकारियों में हिंदू ग्रुप्स देख रहे हैं। अतिवादी तत्व नौकरशाही में प्रवेश कर चुके हैं। क्या राज्य सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है?’’ उन्होंने सवाल उठाया।
(ज्यादातर इनपुट इंडियन एक्सप्रेस से लिए गए हैं।)
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