नई दिल्ली। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानीको नए साल 2025 का बड़ा झटका लगा है। घरेलू शेयर मार्केट में सोमवार की तबाही और लगातार हो रही गिरावट ने अडानी से उनका एक खास रुतबा और दौलत दोनों कम कर दिया है। दुनिया के अरबपतियों में अडानी सोमवार के टॉप लूजर रहे। उनकी दौलत एक ही दिन में 5.06 अरब डॉलर कम हो गई। इसका असर उनकी रैंकिंग पर भी पड़ा। अडानी ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के टॉप-20 से भी बाहर हो गए। अब उनके पास 66 अरब डॉलर की संपत्ति ही रह गई है और वह ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में 22वें पायदान पर आ गए हैं। रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी 1.23 अरब डॉलर गंवाने के बावजूद अभी 90.20 अरब डॉलर के नेटवर्थ के साथ 17वें पायदान पर काबिज हैं।
उनकी संपत्ति में आई गिरावट के पीछे अडानी ग्रुप के शेयर रहे। अडानी ग्रीन 5 पर्सेंट टूटकर 896 रुपये पर आ गया। पिछले 6 महीने में यह करीब 49% टूटा है। सोमवार को अडानी एंटरप्राइजेज 6.21 पर्सेंट टूटकर 2227 रुपये पर आ गया। 6 महीने में यह 28 पर्सेंट लुढ़का है।
अडानी पावर का फ्यूज भी उड़ा हुआ है। इसके शेयर सवा छह फीसद टूटकर 452.70 पर आ गए। छह महीने में 36 फीसद से अधिक टूटा है। सोमवार की तबाही में अडानी एनर्जी सॉल्यूशन भी करीब 5 फीसद टूटकर 693.05 रुपये पर आ गया। छह माह में इसमें 31.60 फीसद की गिरावट आई है। अडानी टोटल गैस (6.67%) और अडानी पोर्ट्स (3.85%) भी बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए।
ग्रुप के शेयर और अडानी की दौलत में क्या है संबंध
अडानी की दौलत का बड़ा हिस्सा उनकी 6 कंपनियों से आता है। ब्लूमबर्ग के अनुसार कंपनियों और हिस्सेदारी में अडानी एंटरप्राइजेज (74%), अडानी पावर (75%), अडानी टोटल गैस (37%), अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस (70%), अडानी पोर्ट्स (66%), और अडानी ग्रीन एनर्जी (61%) शामिल हैं।
प्रत्येक कंपनी सार्वजनिक रूप से कारोबार करती है और अहमदाबाद, भारत में स्थित है। शेयर व्यक्तियों और संस्थाओं के एक समूह के पास हैं जो अंततः अडानी फैमिली के ट्रस्ट में जाते हैं। संस्थापक के रूप में उनकी स्थिति को दर्शाने के लिए उन्हें गौतम अडानी को क्रेडिट किया जाता है।
दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी रह चुके हैं अडानी
अडानी के लिए जनवरी 2023 भी तबाही लेकर आया था। 24 जनवरी 2023 को अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट क्या आई अडानी ग्रुप के शेयर जमीन पर आ गए। ब्लूमबर्ग के मुताबिक जनवरी 2023 में, अडानी के दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी बनने के कुछ महीने बाद न्यूयॉर्क स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने ग्रुप पर लंबे समय से चल रहे स्टॉक हेरफेर और अकाउंटिंग धोखाधड़ी का आरोप लगाया।
अडानी ग्रुप ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया, लेकिन इस व्यापक घटना ने समूह के बाजार मूल्य से 150 अरब डॉलर से अधिक का सफाया कर दिया और अडानी की निजी संपत्ति में 60% तक की गिरावट आई। बाद में अडानी ग्रुप के शेयर उठे और एक बार फिर अडानी का नेटवर्थ 100 अरब डॉलर को पार कर गया। साल 2024 की बात करें तो 3 जून को अडानी का नेटवर्थ 122 अरब डॉलर था।
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