खंडवा/
भीकनगांव जनपद CEO राजेश बाहेती सुसाइड मामले में खरगोन पुलिस की जांच सवालों के घेरे में है। वहीं, आरोपी जनपद उपाध्यक्ष दुलीचंद बांके के किसान नेता भाई ने अब भारतीय किसान संघ को आगे कर दिया है। जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल से लेकर पार्टी के दिग्गज नेताओं से मुलाकातें हो रही हैं। इधर, भीकनगांव से कांग्रेस समर्थित विधायक झूमा सोलंकी ने कहा, एक अफसर की मौत हुई है। सरकार दोषियों को बचा रही है।
विधायक सोलंकी खरगोन जिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी है। CEO राजेश बाहेती मामले में विपक्ष की कमजोरी को लेकर पूछा तो उन्होंने बताया, निष्पक्ष जांच की मांग कर चुके हैं। जिला व प्रदेश संगठन इस जघन्य घटना का विरोध हर स्तर पर करेगा। अब बीजेपी नेता ही बाहेती की आत्महत्या के जिम्मेदार निकले तो सरकार ने किनारा कर लिया। हम मानसून सत्र के दौरान विधानसभा में इस मुद्दे को उठाएंगे। मामले का खुलासा हो और जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के अलावा जिन नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, उनकी गिरफ्तारी हो।
जनपद सीईओ राजेश बाहेती।
भ्रष्ट नेताओं के कारण एक ईमानदार अफसर ने कुर्बानी दे दी
मप्र सीईओ संगठन का कहना है, भ्रष्ट नेता गलत काम के लिए दबाव बनाते हैं। ज्यादा होने पर वे पार्टी और सरकार के मंत्री-विधायक बात करवाते हैं। मंत्रियों की भाषा शैली इतनी अभद्र होती है, सहन कर पाना मुश्किल होता है। हमारे साथी राजेश बाहेती ने तो कुर्बानी तक दे डाली। दोषियों को सख्त सजा मिले। एक ईमानदार अफसर के लिए यहीं सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पुलिस छिपा रही सुसाइड नोट के तथ्य
CEO राजेश बाहेती ने 27 जून रविवार को अपने सरकारी आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मौके से पुलिस को एक सुसाइड मिला, लेकिन पुलिस अब तक सुसाइड नोट के तथ्यों का खुलासा नहीं कर पाई है। जनपद अध्यक्ष धन्नालाल खतवासे और उपाध्यक्ष दुलीचंद बांके की गिरफ्तारी परिजन व जनपद कर्मियों के बयानों के आधार पर केस दर्ज कर हुआ है।