नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों का विरोध करते हुए राहुल गांधी ने नई दिल्ली की सड़कों पर ट्रैक्टर चलाया, जिसके बाद पुलिस ने उस ट्रैक्टर को अपने कब्जे में ले लिया. सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने जिस ट्रैक्टर को चलाया था, उसे नई दिल्ली इलाके में एक ट्रक के अंदर छिपाकर लाया गया था.
सूत्रों ने बताया कि ट्रक में छिपाकर लाए गए ट्रैक्टर को सबसे पहले एक वीआईपी शख्स के घर पर ले जाया गया. चूंकि, ट्रैक्टर को ट्रक के अंदर छिपाकर लाया गया था, इसलिए दिल्ली पुलिस की उस पर नजर भी नहीं गई. वहीं, एक सांसद की चिट्ठी का इस्तेमाल करके बताया गया कि इस ट्रक में सांसद का कुछ सामान दिल्ली आ रहा है.
नई दिल्ली में यह ट्रैक्टर आखिर कैसे पहुंचा, इस बात की जांच के लिए एक अलग टीम का गठन किया गया है. टीम जिले में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से इस बात की जांच करेगी. टीम ट्रैक्टर को लाए गए रूट का भी पता करेगी.
दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी के ट्रैक्टर से उतरने के बाद उसे अपने कब्जे में ले लिया था. चूंकि, मॉनसून सत्र में दिल्ली में संसद के पास के इलाके में धारा 144 लागू रहती है और ट्रैक्टर चलाने की अनुमति भी नहीं दी गई है. राहुल गांधी के संसद में जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और यूथ कांग्रेस प्रमुख श्रीनिवास को हिरासत में ले लिया. हालांकि, कुछ देर के बाद दोनों को छोड़ दिया गया.
कृषि कानूनों का विरोध कर क्या बोले राहुल गांधी?
कृषि कानूनों की वापसी की मांग करते हुए राहुल गांधी ने इन कानूनों को चंद उद्योगपतियों के लिए लाया गया कानून बताया. राहुल गांधी ने बाद में ट्वीट कर कहा कि अगर खेत बेचने को मजबूर करोगे, तो ट्रैक्टर संसद में चलेगा. सत्य की फसल उगाकर रहेंगे. राहुल गांधी के साथ ही ट्रैक्टर पर हरियाणा और पंजाब कांग्रेस के सांसद सवार थे. सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने जिस ट्रैक्टर को चलाया, वह हरियाणा के सोनीपत निवासी एक कांग्रेस नेता का ट्रैक्टर है. वहीं, पुलिस ने ट्रैक्टर को अपने कब्जे में लेते हुए इसे मोटर व्हीकल कानून का उल्लंघन बताया है.