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भारत में मोदीसरकार नहीं,गौतम अडानी की कठपुतली सरकार है !

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गिरीश मालवीया,

देश को धर्म और जाति में बांट कर अडानी को नया शासक बनाने की तैयारी..इस साल के मैन ऑफ द ईयर है ‘गौतम अडानी ’ ।
देश का मुख्य मीडिया उनके चरण चुम्बन ले रहा है उनकी अमीरी पर लहालोट हो रहा है। वैसे यदि आप जानने के इच्छुक हैं कि 2014 से पहले मुख्यमंत्री मोदी को निजी प्लेन मुहैया कराने वाले गौतम अडानी की सम्पत्ति मोदी राज के साढ़े सात साल में दिन दूनी रात चौगुनी की रफ्तार से कैसे बढ़ी और वह एशिया के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति कैसे बन गए।
तो यह लेख पढ़े, दरअसल, भारत मे मोदी सरकार ने निजीकरण की आड़ में सारे बड़े ठेके और सरकारी सम्पत्ति अडानी के हवाले कर दिया है।
सबसे पहले बात करते हैं एयरपोर्ट के निजीकरण की, बने -बनाए एयरपोर्ट अडानी को सौप दिए गए हैं । भारत में अब तक कुल आठ एयरपोर्ट को परिचालन के लिए निजी हाथों में दिया गया है. इनमें से सात एयरपोर्ट के प्रबंधन और परिचालन का अधिकार अकेले गौतम अडानी की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के पास है. आगे भी और जितने भी एयरपोर्ट के निजीकरण के ठेके बाँटे जाने हैं, वे भी अडानी को ही मिलने लगभग तय है।
मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए अडानी ने देश के छोटे बड़े बंदरगाह पर अपना कब्जा जमाना शुरू कर दिया था और आज गौतम अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक ज़ोन भारत के सबसे बड़े पोर्ट संचालक हैं, APSEZ के पास देश के 24 फीसदी पोर्ट है। देश के सभी प्रमुख बंदरगाह अडानी के पास जा रहे हैं। यह देश की सबसे बड़ी पोर्ट डेवलपर और ऑपरेटर है, जिसका पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स सर्विसेज में दबदबा है. एपीएसईजेड के पास इस समय 11 रणनीतिक पोर्ट्स और टर्मिनल्स हैं जो देश की कुल पोर्ट कैपेसिटी का करीब 24 फीसदी है। मोदी राज में कई पोर्ट्स, बंदरगाह को सरकार ने अडानी को सौप दिया है।
इसके अलावा डिफेंस के बड़े बड़े ठेके भी अडानी को ही देने की तैयारी है,रेलवे स्टेशन के अधिग्रहण में अडानी रुचि रख रहा है,साफ है अडानी जिस फील्ड में उतरता है उस फील्ड के तमाम ठेके हासिल कर वह वहाँ सबसे बड़ा खिलाड़ी बन जाता है,जब 140 करोड़ आबादी के देश का प्रधानमंत्री किसी उद्योगपति को अमीर बनाना चाहता है तो उसका विश्व के टॉप टेन अमीरों में आना तो तय है ना !
लेकिन जब पूरा देश एक उद्योगपति के पास बिक जाएगा तो यह उद्योगपति या तो खुद ईस्ट इंडिया कंपनी जैसा लुटेरा बन जाएगा या किसी दूसरे ईस्ट इंडिया कंपनी को अपने राइट्स बेच कर आराम से देश से निकल जाएगा !
भारत गुलाम हो गया है भक्तों । बस इसकी घोषणा होनी बाकी है ! वह भी एक-दो साल में हो जाएगी। सभी तरह के लोग स्वतंत्र नागरिक से लेकर भाजपा सपोर्टर,कार्यकर्ता, पदाधिकारी, तमाम अंध भक्त तक देश में गुलाम बन गए हैं । इसकी जानकारी होने में बस थोड़ी देर और लगेगी !

गिरीश मालवीया,सुप्रसिद्ध लेखक और चिंतक

संकलन – निर्मल कुमार शर्मा,गाजियाबाद,उप्र,

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