रतलाम
मध्यप्रदेश के रतलाम से 12 किलोमीटर दूर सुराना गांव दो दिन से सुर्खियों में है। यहां हिंदू-मुस्लिम आमने-सामने हैं। हिंदुओं ने चेतावनी दी है कि वे गांव से पलायन कर देंगे। अपनी पुश्तैनी संपत्ति बेच देंगे, क्योंकि मुस्लिम प्रताड़ित कर रहे हैं। एसपी-कलेक्टर बुधवार सुबह भारी फोर्स के साथ सुराना गांव पहुंच गए। यहां दोनों धर्म के लोगों से बात की। अफसरों ने चौपाल में कहा कि गांव में पुलिस चौकी बनेगी। जिन लोगों पर तीन अपराध दर्ज हैं, उन्हें जिलाबदर किया जाएगा। एक महीने में सभी अवैध कब्जे तोड़े जाएंगे। इधर, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है, यहां कोई भी भय का वातावरण नहीं बना सकता है। । जानिए आखिर विवाद की वजह क्या है, प्रताड़ित करने की जो बात कही जा रही है उसके पीछे कहानी क्या है–
सुराना 1588 लोगों की आबादी वाला गांव है। 60% जनसंख्या मुस्लिम, बाकी हिंदू और अन्य हैं। हिंदुओं में अधिकतर जाट हैं। तेली, धाकड़, और दलित भी हैं। गांव में दोनों ही समुदायों के लोगों का पेशा खेती और पशुपालन है। गांव के बुजुर्ग नाथूलाल और बाबूलाल जाट बताते हैं कि गांव में पहले कभी धार्मिक सौहार्द नहीं बिगड़ा। नई उम्र के लड़के अब छोटी-छोटी बातों पर आपस में उलझ रहे हैं। 20-25 साल पहले सुराना गांव में मुस्लिम आबादी कम थी लेकिन पिछले कुछ सालों में मुस्लिम समाज की आबादी बढ़कर 60% हो गई।
गांव के एक हिंदू घर पर लिखा- मकान बिकाऊ है।
गांव में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत और सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणियां किए जाने के बाद से विवाद शुरू हुआ। दोनों धर्म के युवाओं में 2 सालों से तनातनी जारी है। पिछले दिनों गांव के मुकेश जाट और मुस्लिम समाज के युवकों के बीच विवाद हो गया था।
ताजा विवाद का कारण
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर गांव के हिंदू संगठन से जुड़े हुए मुकेश जाट ने मुस्लिम युवकों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करवाया था। इसके बाद 16 जनवरी को गांव के ही मयूर, हैदर और सद्दाम ने मुकेश से विवाद किया। जिसकी शिकायत करने मुकेश अपने साथियों के साथ बिलपांक थाने गया था।
इसी दौरान मुस्लिम युवक फोर व्हीलर से मुकेश के मोहल्ले में झगड़ा करने पहुंच गए। बिलपांक थाना पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के विरुद्ध कार्रवाई की। इसी से आहत मुकेश और गांव के अन्य लोग जनसुनवाई में एसपी से शिकायत करने पहुंचे। एसपी गौरव तिवारी ने शिकायत करने पहुंचे लोगों को धार्मिक सद्भाव नहीं बिगाड़ने की हिदायत दी। इसी बात से असंतुष्ट होकर हिंदू परिवारों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर 3 दिन में गांव से पलायन करने की चेतावनी दे डाली। गांव के 55 से 60 हिंदू घरों पर मकान बिकाऊ है और पलायन की बात लिखी गईं।
हिंदू परिवारों ने कहा- मुस्लिमों के लड़के कर रहे विवाद
हिंदू परिवारों ने कहा कि छोटी-छोटी बातों को लेकर मुस्लिम समाज के युवक विवाद कर रहे हैं। जानबूझकर हमारे मोहल्ले में तेज रफ्तार से वाहन चलाकर विवाद के लिए उकसाने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा गांव के धार्मिक स्थलों के पास गंदगी करते हैं। शासकीय जमीन पर अतिक्रमण भी मुस्लिम समाज के लोगों ने कर रखा है।
हालांकि ये भी पता चला कि गांव में दो साल पहले तक कोई विवाद नहीं था और दोनों धर्म के लोग साथ रह रहे थे, लेकिन नई पीढ़ी में टकराव बढ़ने लगा। सोशल मीडिया ने और माहौल खराब कर दिया है।
हिंदुओं का कहना है कि मुस्लिमों ने बाहर से अपने रिश्तेदारों को गांव लाकर बसा दिया। इसकी वजह से उनकी आबादी तेजी से बढ़ी। इस संबंध में मुस्लिमों ने कुछ भी नहीं कहा। उन्होंने न तो इस बात स्वीकार किया और न ही इनकार।
मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने कहा- युवकों का आपसी विवाद
वहीं मुस्लिम समाज के लोगों ने बताया कि वर्षों से वह सांप्रदायिक सद्भाव के साथ गांव में रह रहे हैं। युवकों के बीच हुए निजी विवाद को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि वह नहीं चाहते कि कोई भी गांव छोड़कर जाए। यदि वह ऐसा करते हैं तो बातचीत कर उन्हें समझाएंगे। मुस्लिम समाज के अयूब शाह (प्रशासन की कमेटी में शामिल) ने कहा कि कोई गांव नहीं छोड़ना चाहता। 5-10 लोग हैं, बाकी वरिष्ठ लोग छोड़ना नहीं चाहते। सबकी खेती-बाड़ी है। कुछ समस्या होगी तो सभी को समझाएंगे।
एसपी-कलेक्टर की चौपाल में दोनों धर्मों के प्रतिनिधि।
सुनिए कलेक्टर-एसपी की
- ग्रामीणों से चर्चा के बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि गांव में सांप्रदायिक सौहार्द बनाने के लिए दोनों पक्षों के लोगों से विस्तृत बातचीत की गई है। दो -दो लोगों की एक समिति प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बनाई गई है। गांव में आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोगों पर जिलाबदर की कार्रवाई की जाएगी। सरकारी जमीन पर सभी अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई 1 महीने में पूरी की जाएगी। गांव में धार्मिक माहौल बिगाड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। और ऐसा काम करने वालों पर चौतरफा कार्रवाई की जाएगी।
- एसपी गौरव तिवारी ने कहा कि पुलिस और प्रशासन धार्मिक माहौल बिगाड़ने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेंगे। गांव में होने वाली छुटपुट घटनाओं पर निगरानी के लिए अस्थाई पुलिस चौकी शुरू की जा रही है।
- रतलाम एसपी-कलेक्टर फोर्स के साथ पहुंचे; गृहमंत्री बोले- किसी में हिम्मत नहीं कि वो सुराना को कैराना बना दे
एसपी-कलेक्टर बुधवार सुबह भारी फोर्स के साथ सुराना गांव पहुंच गए। यहां दोनों धर्म के लोगों से बात की। अफसरों ने चौपाल में कहा कि गांव में पुलिस चौकी बनेगी। जिन लोगों पर तीन अपराध दर्ज हैं, उन्हें जिलाबदर किया जाएगा। एक महीने में सभी अवैध कब्जे तोड़े जाएंगे। इधर, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है, यहां कोई भी भय का वातावरण नहीं बना सकता है।
मिश्रा ने कहा कि सुराना को कैराना बनाने वाले लोग मध्यप्रदेश में हैं, तो वे जान लें कि यहां भाजपा की सरकार है। किसी में हिम्मत नहीं है कि वह सुराना को कैराना बना दे। कलेक्टर-एसपी तत्काल मौके पर पहुंच गए थे। अस्थाई पुलिस चौकी बना दी गई है। गांव में अतिक्रमण की छोटी-छोटी समस्याएं है, जिसका प्रशासन दोनों समुदाय के लोगों को साथ लेकर समाधान करेंगे। इस पूरे मामले का पटाक्षेप हो चुका है।
ग्रामीणों ने दी थी गांव छोड़ने की चेतावनी
सुराना गांव के हिंदुओं ने मुस्लिमों की प्रताड़ना से तंग आकर मंगलवार को कलेक्ट्रेट जाकर गांव छोड़ने की चेतावनी दी थी। बुधवार सुबह कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी गौरव तिवारी सहित प्रशासनिक अमला गांव पहुंचा। गांव में लगी चौपाल में हिंदुओं का गुस्सा पुलिस प्रशासन पर दिखा। सभी ने एक स्वर में पुलिस कार्रवाई नहीं होने से परेशानी बढ़ने की बात कही।
कलेक्टर ने सभी से चर्चा के बाद कहा कि गुंडा कोई भी हो, कितना भी मजबूत दिखाता हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। सुराना के हिंदुओं ने कहा था कि प्रशासन मुस्लिमों से बचाए, वरना तीन दिन में गांव छोड़ देंगे।
गांव में दोनों समुदाय के लोगों से बातचीत करते कलेक्टर और एसपी।
सौहार्द बिगाड़ने वाले की संपत्ति जब्त होगी, जिलाबदर की कार्रवाई भी
एसपी-कलेक्टर ने दोनों समुदाय के लोगों के बीच बैठक की। गांव में शांति बनाए रखने के लिए पांच बिंदु तय किए गए। तय हुआ कि गांव में अस्थायी पुलिस चौकी बनेगी। तीन से ज्यादा केस वाले लोगों को जिलाबदर किया जाएगा। एक महीने के अंदर सभी अवैध कब्जे हटाए जाएंगे। सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कार्रवाई होगी, संपत्ति जब्त करने से लेकर जिलाबदर तक की कार्रवाई होगी। गांव में एक कमेटी बनेगी। कमेटी में दोनों समुदाय से दो-दो लोग और ग्रामीण एसडीएम कृतिका भी शामिल रहेंगी।
कांग्रेस का हिंदुओं को अपमानित करने का एजेंडा: गृहमंत्री
गृहमंत्री ने कहा कि हिंदुओं के खिलाफ बोलने वाले मौलाना तौकीर रजा से समर्थन लेकर कांग्रेस का हिंदुओं को अपमानित करने का हिडन एजेंडा फिर सामने आ गया है। दरअसल, हिंदुओं को अपमानित करना कांग्रेस के डीएनए में है। भगवान राम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस और राहुल गांधी हिंदू और हिंदुत्व को बांट चुके हैं।
कांग्रेस को तुष्टिकरण का मोतियाबिंद
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश में अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के बहाने अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने के आरोप पर कहा कि कांग्रेस को वास्तव में ‘तुष्टिकरण का मोतियाबिंद’ हो गया है। जो गलत करेगा, वो चाहे किसी भी समाज से हो, कानून अपना काम करेगा।
कमलनाथ का अभियान कांग्रेस को घर बैठा देगा
गृहमंत्री ने प्रदेश कांग्रेस के 1 फरवरी से शुरू होने वाले घर-घर चलो अभियान को लेकर भी तंज कसा। उन्होंने कहा- वास्तव में कमलनाथ जी का ‘घर चलो, घर-घर चलो’ अभियान पूरी कांग्रेस को घर बैठाकर ही खत्म होगा। कमलनाथ एकमात्र ऐसे प्रदेश अध्यक्ष हैं, जिनके कार्यकाल में 29 मौजूदा विधायकों ने पार्टी छोड़ दी।