कृष्णकांत रोकड़े *रेवा परिवार* के माध्यम से महेश्वर विधानसभा के प्रत्येक गांव के निवासियों से प्रार्थना करता हूं कि यदि अपने गांव में कोई परिक्रमा वासी जिन्होंने या तो दोपहिया वाहन, चार पहिया वाहन , सामूहिक बस से या फिर पैदल ही *मां नर्मदा* की परिक्रमा की हो उनका चिन्हांकन करके अपने अपने गांव में एक बैठक आयोजित करना चाहिए मैं भी उस बैठक का हिस्सा बनना चाहता हूं। आप हम सब आपकी परिक्रमा के दौरान लिए गए उस संकल्प की पूर्ति हेतु सामूहिक प्रयास करेंगे जो आप अकेले पूर्ण नही कर पा रहे है । प्रत्येक नर्मदा परिक्रमा वासी के साथ हम समाजजन भी सहभागी बनना चाहते है। मैने कई बार परिक्रमा वासियों को अपने संकल्प पूर्ति में स्वयं को अक्षम महसूस करते है कहते हुए सुना है ।आओ हम सब आपके द्वारा लिए गए संकल्प की पूर्ति हेतु सामूहिक प्रयास करें।
मैंने कई बार यह भी सुना है कि *मां नर्मदा की परिक्रमा* अलग-अलग प्रकल्प के साथ भक्तजन करते हैं। कई भक्तों का प्रकल्प होता है कि मैया के किनारे मुझे जो भी फल फूल रूपी प्रसाद मिलेगा उसी के सहारे मैं परिक्रमा पूर्ण करूंगा ,इससे भी ज्यादा यहां तक भी सुना है कि कई परम भक्त तो मैया के जल के सहारे ही अपनी परिक्रमा पूर्ण करने का संकल्प लेते हैं। आप हम सब ऐसे संकल्प कर्ताओं के संकल्प को पूरा करने में सहभागी बने और मां नर्मदा के किनारों पर *फलदार रेवा वाटिकाओ* का निर्माण कर उनके संकल्प पूर्ति में सहायक बने ।
*रेवा वाटिका* के माध्यम से *नर्मदा मैया का श्रृंगार* करें जिससे मैया के किनारों का *मृदा क्षरण* भी रुकेगा और वाटिका के *पौधों* से *मैया का प्रवाह भी निर्झर और निरंतर* बने रहने में सहायक सिद्ध होगा