इंदौर। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल ने प्रदेश के सभी अस्पतालों में मरीजों को डिजिटल एक्स-रे सेवा मुफ्त में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, लेकिन यह फरमान अब इंदौर के मरीजों की फजीहत करने वाला है। इलाज किसी भी अस्पताल में ले रहे हों, लेकिन यदि मुफ्त में डिजिटल एक्स-रे कराना है तो मल्हारगंज अस्पताल जाना होगा।
भोपाल मुख्यालय से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखकर निर्देशित किया गया है कि अस्पतालों में मरीज को डिजिटल एक्स-रे की सुविधा मुफ्त में उपलब्ध करवाई जाए। लेकिन इंदौर में सरकारी विभाग के पास एक ही ऐसा बड़ा अस्पताल है, जहां डिजिटल एंड एक्स-रे मशीन उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग के बड़े अस्पतालों में जिला अस्पताल, पीसी सेठी अस्पताल, हुकमचंद, बाणगंगा आते हैं।
जिले के इन सरकारी अस्पतालों को लेकर संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आदेश भेजा है। इसमें कहा गया है कि मरीजों को डिजिटल एक्स-रे की सुविधा मुफ्त में मुहैया करवाई जाए। सभी सीएमएचओ को निर्देश हैं कि वह इस संबंध में आगामी कार्रवाई करें, ताकि मरीजों को मुफ्त सुविधा मिल सके। लेकिन इंदौर के स्वास्थ्य अधिकारियों के पास सिर्फ एक ही डिजिटल मशीन है।
स्वास्थ्य विभाग के शहर में जितने भी बड़े अस्पताल हैं, उनमें से सिर्फ मल्हारगंज के सरकारी अस्पताल में ही डिजिटिल एक्स-रे की सुविधा उपलब्ध है। जिला अस्पताल में भी उक्त सुविधा नहीं है। ऐसे में यह साफ है कि मुख्यालय से मिला यह आदेश सिर्फ मल्हारगंज के अस्पताल को लेकर ही लागू होगा। ज्ञात हो कि एमवाय, एमटीएच अस्पताल स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में शामिल नहीं हैं, वहीं जिले के अस्पतालों को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की मशीनें क्यों उपलब्ध नहीं कराई जा रही है,ं इस पर भी सवालिया निशान है। ज्ञात हो कि एमवाय अस्पताल और एमटीएच अस्पताल ने लेटेस्ट टेक्नोलाजी की मशीनें लाकर तो रखी हैं, लेकिन सोनोग्राफी और एक्स-रे मशीनों को लंबे समय से धूल खाने के लिए छोड़ रखा गया था, जिसके बाद प्रशासन की पहल पर मशीनों का इंस्टालेशन कराया गया।