नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को चौथी तिमाही में जोरदार मुनाफा हुआ है. इस दौरान इस बैंक का स्डेंटअलोन प्रॉफिट 83 फीसदी बढ़ा है. मार्च तिमाही में एसबीआई का मुनाफा बढ़कर 16,695 करोड़ रुपए रहा है. इससे पहले इसी तिमाही में पिछले साल एसबीआई का मुनाफा 9,113 करोड़ रुपए का रहा था.
शानदार तिमाही नतीजों के बाद देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक ने अपने शेयरहोल्डर्स को भी तगड़ी खुशखबरी दी है. बैंक में प्रति इक्विटी शेयर 11.30 रुपए का डिविडेंट देने का भी ऐलान किया है. निवेशकों को डिविडेंट का पैसा 14 जून को मिलेगा. बैंक ने डिविडेंट पे आउट की डेट 14 जून रखी है.
चौथी तिमाही में भारतीय स्टेट बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम में भी तेज ग्रोथ दर्ज की गई है. इस दौरान बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम 29 फीसदी बढ़ा है. चौथी तिमाही के दौरान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इंटरेस्ट से 40,993 करोड़ रुपए की कमाई की है. इससे पहले इसी तिमाही के दौरान पिछले साल बैंक को इंटरेस्ट से करीब 31,198 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी.
एक तरफ अमेरिका के बैंक डूबते जा रहे है. बैकिंग सेक्टर मंदी की कगार पर आ चुका है. वहीं भारत के बैंकों ने चौथी तिमाही के दौरान शानदार प्रदर्शन किया है. चाहे सरकारी बैंक हो या प्राइवेट सबके नतीजे इस दौरान शानदार रहे हैं. बैंक ऑफ बड़ौदा, ICICI Bank, एचडीएफसी बैंक समेत अधिकतर बैंकों का मुनाफा चौथी तिमाही में शानदार रहा है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने अमेरिका की बैंकिंग हालत पर पहले कहा भी है कि भारत की स्थिति संतोषजनक है. अब बैकों के तिमाही नतीजों में ये दिख भी रहा है. सरकारी बैंकों की बात की जाए तो इससे पहले बैंक ऑफ बड़ौदा के नतीजे भी शानदार रहे थे. वहीं प्राइवेट बैंकों के दो सबसे बड़े प्लेयर आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक के नतीजे में उम्मीद से बेहतर रहे थे.