लोगों ने अंतिम संस्कार करने की मंजूरी नहीं दी
अहमदाबाद (ईएमएस)। गुजरात में मानवता को शर्मसार करने की घटना सामने आई है। जातिवाद के कारण मृतक महिला का गांव के शमशान में अग्नि संस्कार करने से रोक दिया। मजबूरन उसके परिजनों ने अपने खेत के एक कोने में उसकी अंत्येष्टी की। घटना पंचमहल जिले की घोघंबा तहसील के कंकोडाकोई गाव की है।
गांव की मूल निवासी सुमित्रा नायक नामक महिला सौराष्ट्र के अमरेली जिले के घासा गांव में परिवार के साथ मजदूरी करती थी। गत 14 दिसंबर को बच्चे को जन्म देने के सुमित्रा नायक की मौत हो गई थी। परिजनों ने सुमित्रा नायक का अंतिम संस्कार अपने गांव में करने का फैसला किया। गांव में दो शमशान होने के बावजूद लोगों ने मृत सुमित्रा नायक का अंतिम संस्कार करने की मंजूरी नहीं दी। जिसके बाद परिजनों ने ग्राम पंचायत की जगह पर उसका अंतिम संस्कार की तैयारी की। लेकिन स्थानीय लोगों ने वहां भी अंतिम संस्कार करने से रोक दिया। आखिरकार परिजनों ने अपने खेत के कोने में मृतका का अंतिम संस्कार करने को मजबूर होना पड़ा।