राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार किसी दलित चेहरे को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। राजस्थान कांग्रेस ने टीका राम जूली को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है। मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने टीका राम जूली की नियुक्ति के आदेश जारी किए। भाजपा सरकार के गठन के बाद से नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने को लेकर चर्चा चल रही थी, लेकिन इसे लेकर फैसला नहीं हो पा रहा था। टीकाराम जूली अलवर ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक हैं। गहलोत सरकार में वे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री भी रह चुके हैं।
राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार किसी दलित चेहरे को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है। अब तक कांग्रेस या भाजपा किसी ने भी दलित चेहरे को यह जिम्मेदारी नहीं दी थी। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने दलित नेता को आगे किया है।
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष बनने की दौड़ में हरीश चौधरी, महेंद्रजीत मालवीय, अशोक चांदना के नाम भी चल रहे थे। अमर उजाला ने सबसे पहले टीकाराम जूली का नाम नेता प्रतिपक्ष के दावेदारों के तौर पर चलाया था। जूली पिछली गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं। वे कांग्रेस के महासचिव भंवर जितेन्द्र के करीबी माने जाते हैं।
19 से विधानसभा सत्र
अमर उजाला ने एक दिन पहले अपनी खबर में यह बताया था कि एक-दो दिनों में नेता प्रतिपक्ष के नाम का एलान होगा। राजस्थान में 19 जनवरी से विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है, ऐसे में नेता प्रतिपक्ष के नाम का एलान जल्द किया जाना था।