समस्या का समाधान नहीं तो जन आंदोलन
रीवा। समता संपर्क अभियान के राष्ट्रीय संयोजक अजय खरे ने बताया है कि संभागीय मुख्यालय रीवा से करीब 25 किलोमीटर दूर रायपुर कर्चुलियान तहसील अंतर्गत ग्राम बुढ़वा में जल संकट हाहाकार मचा हुआ है। जल समस्या जानलेवा बनने जा रही है। भीषण गर्मी शुरू होने से 2 माह पहले से ही परंपरागत जल स्रोत सूख गए हैं। हैंड पंप खाली हवा फेंक रहे हैं। सिंचाई के अभाव में बाग बगीचों की हरियाली खत्म हो रही है।
23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस जयंती के अवसर पर विभिन्न जन संगठनों की ओर से रखे गए कार्यक्रम के दौरान ग्राम वासियों ने जल समस्या को लेकर अपनी व्यथा रखी थी। परीक्षा के नजदीक होने के बावजूद स्कूली बच्चे डेढ़ दो किलोमीटर साइकिल से पीने का पानी ढोते देखे गए हैं। मंगलवार 29 जनवरी को रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल के यहां जनसुनवाई के दौरान बुढ़वा ग्राम वासियों ने भीषण जल संकट की स्थिति का निराकरण करने के लिए गुहार लगाई। इधर गुरुवार 1 फरवरी को रायपुर कर्चुलियान के एसडीएम प्रभा शंकर त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपकर जल समस्या का शीघ्र से शीघ्र समाधान की मांग की गई ।
पूर्व सरपंच सुरेंद्र सिंह बताते हैं कि गांव में पानी का भीषण संकट होने से जन-जन परेशान हैं , वहीं पशु पक्षी भी पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। पानी की किल्लत से निस्तार के हर काम में बाधित हैं। शौचालय , स्नानागार से लेकर भोजनालय तक पानी के तंगी होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। दूर दराज से मिलने वाला पानी भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जल संकट के चलते पलायन के हालात बन रहे हैं। ग्रामवासियों का कहना है कि बुधवार 7 फरवरी को रायपुर कर्चुलियान पहुंचकर एसडीएम को समस्या के निराकरण हेतु चेतावनी ज्ञापन दिया जाएगा। गांववासी पानी के लिए करो या मरो के नारे के साथ सड़क पर संघर्ष करने का मन बना चुके हैं।