उज्जैन
रविवार को तेज आंधी बारिश से महज 7 माह पुरानी महाकाल लोक में लगी सप्त ऋषि की 6 मूर्तियां धराशायी हो गई थी। मूर्तियों के गिरने के बाद देश भर में महाकाल लोक में हुए भ्रस्टाचार को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हुआ तो कांग्रेस को बैठे बिठाये मुद्दा मिल गया। जिसके बाद पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कांग्रेस नेताओं की 7 सदस्यीय समिति बनाकर महाकाल लोक भेजा।
कमलनाथ की सात सदस्य टीम के सदस्य सज्जन सिंह वर्मा, रामलाल मालवीय, दिलीप गुर्जर, शोभा ओझा, महेश परमार, मुरली मोरवाल और केके मिश्रा महाकाल लोक पहुंचे। सभी लोग अपने साथ मूर्तियों के एस्क्सपर्ट को भी अपने साथ लाये थे। सात सदस्य टीम के साथ उज्जैन कांग्रेस नेता विक्की यादव,नूरी खान सहित करीब एक दर्जन कार्यकर्ता मौजूद थे। सभी ने मूर्तियों के पेड़स्टल को देखा और इसके बाद पिनाकी द्वार के पास लगी मूर्तियों को देखते हुए महाकाल लोक की सप्त ऋषि की 6 मूर्तियों को देखने महाकाल लोक की पार्किंग में गए। यहाँ पर भी इंदौर से आये मूर्तियों के एक्सपर्ट सुन्दर गुर्जर ने बारीकी से देख कर सात सदस्य टीम को मूर्तियों की खामियां बताई।
सरकार आने पर अधिकारी और जो लोग शामिल है उन पर कार्यवाही होगी –
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि भ्र्ष्टाचार का तांडव हमें देखने को मिला है। सप्त ऋषि सनातन धर्म के पोषक माने जाते है। धर्म के पाखण्ड लोगों ने पेंशन व्यापम ई-ट्रेंडिंग और अब महाकाल लोक में भ्रस्टाचार किया है। मूर्तियों को बनाने में जिस धातु का इस्तमाल किया जाना था वो टेक्निकली फ़ीट नहीं है। सरकार आने पर अधिकारियों पर और जो भी लोग इसमें शामिल है उन पर कार्यवाही होगी। जांच समिति अपनी रिपोर्ट प्रदेश हाईकमान और राष्टीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे को एक हफ्ते के अंदर सौपेंगे जायेगी